
#गुमला #सड़क_सुरक्षा : जिला प्रशासन की पहल पर दुनदुरिया क्षेत्र में वाहन चेकिंग और जागरूकता अभियान — 40 बाइक चालकों को समझाए गए नियम, ₹78,000 वसूले गए जुर्माने के रूप में
- 7 जुलाई को गुमला-घाघरा मुख्य पथ पर चला वाहन चेकिंग एवं सुरक्षा अभियान
- जिला परिवहन पदाधिकारी राकेश गोप और मोटरयान निरीक्षक प्रदीप तिर्की की अगुवाई
- 40 दोपहिया वाहन चालकों को नियमों के पालन की दी गई जानकारी
- कागजात की कमी और नियम उल्लंघन पर ₹78,000 का जुर्माना वसूला गया
- अभियान में सड़क सुरक्षा प्रबंधक, रोड इंजीनियर, IT सहायक की रही सक्रिय भागीदारी
दुनदुरिया में सड़क सुरक्षा को लेकर चला सघन अभियान
गुमला जिला प्रशासन ने 7 जुलाई 2025 को गुमला-घाघरा मुख्य पथ स्थित दुनदुरिया क्षेत्र में एक विशेष मोटरसाइकिल चेकिंग एवं सड़क सुरक्षा जागरूकता अभियान का आयोजन किया। इस अभियान का नेतृत्व जिला परिवहन पदाधिकारी राकेश कुमार गोप और मोटरयान निरीक्षक प्रदीप कुमार तिर्की ने किया।
40 दोपहिया वाहन चालकों को किया गया जागरूक
अभियान के दौरान कुल 40 मोटरसाइकिल चालकों को रोका गया और उन्हें सड़क सुरक्षा के विभिन्न पहलुओं की विस्तृत जानकारी दी गई। हेलमेट पहनना, वैध कागजात साथ रखना, गति सीमा का पालन करना और ट्रैफिक संकेतों का सम्मान जैसे विषयों पर गहन मार्गदर्शन किया गया।
डीटीओ राकेश कुमार गोप ने कहा: “हमारा उद्देश्य केवल चालान काटना नहीं, बल्कि आम नागरिकों को यातायात नियमों के प्रति जागरूक करना है ताकि सड़क दुर्घटनाओं में कमी लाई जा सके।”
एक घंटे में ₹78,000 का जुर्माना वसूला गया
शाम 4:00 बजे से 5:00 बजे तक चले इस सघन जांच अभियान के दौरान, जिन चालकों के पास कागजात अधूरे थे या उन्होंने किसी प्रकार का नियम उल्लंघन किया था, उनसे कुल ₹78,000 की दंड राशि वसूली गई। यह कार्रवाई न केवल नियम पालन को बढ़ावा देती है, बल्कि यातायात सुरक्षा के प्रति गंभीरता का संदेश भी देती है।
अभियान में विभिन्न विभागों की रही सक्रिय सहभागिता
इस कार्यक्रम में सड़क सुरक्षा प्रबंधक कुमार प्रभाष, सूचना प्रौद्योगिकी सहायक मंटू रवानी, रोड इंजीनियरिंग एनालिस्ट प्रणय कांशी, और डीटीओ कार्यालय के प्रिंस कुमार जैसे अधिकारी सक्रिय रूप से उपस्थित रहे और जागरूकता अभियान में अपना योगदान दिया।
सड़क दुर्घटनाओं की रोकथाम को लेकर प्रशासन प्रतिबद्ध
गुमला जिला प्रशासन ने स्पष्ट किया है कि ऐसे अभियान आगे भी जारी रहेंगे, ताकि आम नागरिकों को यातायात नियमों के पालन की आदत विकसित हो और सड़क दुर्घटनाओं में कमी लाई जा सके।



न्यूज़ देखो: जागरूकता और सख्ती से बनेगा सुरक्षित यातायात
यह अभियान साबित करता है कि जब प्रशासनिक सक्रियता और जनहित के उद्देश्य साथ हों, तो सड़क सुरक्षा एक जन आंदोलन बन सकती है। नियमों का पालन केवल दंड से नहीं, बल्कि जागरूकता और भागीदारी से सुनिश्चित होता है।
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नियमों के पालन से ही सड़कें होंगी सुरक्षित
हम सबकी जिम्मेदारी है कि यातायात नियमों का सख्ती से पालन करें और दूसरों को भी प्रेरित करें। एक हेलमेट, एक सीट बेल्ट, एक सावधानी — ये छोटी-छोटी चीजें हमारे और दूसरों के जीवन को बचा सकती हैं।
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