गढ़वा जिला का सदर अस्पताल एक बार फिर मरीजों के साथ लापरवाही और रेफर करने के मामलों को लेकर चर्चा में है। अस्पताल की स्थिति ऐसी हो गई है। की बिना पैरवी के कुछ नहीं होता सदर अस्पताल की स्थिति ऐसा है। की बिना माननीय के पैरवी का कोई भी काम नहीं होता। ताजा मामला सोमवार का है। जब रमना थाना क्षेत्र के परसवान गांव निवासी गंगा राम की 25 वर्षीय पत्नी प्रियंका कुमारी को प्रसव पीड़ा के कारण अस्पताल में भर्ती कराया गया। जहा महिला को ओपीडी में दिखाया गया था। जिसके बाद चिकित्सक ने प्रसव वार्ड में भर्ती कराया गया। लेकिन सदर अस्पताल में 3 बजे कारनामा शुरू हुआ। सबसे पहले डॉक्टर ने 9 ग्राम हीमोग्लोबिन होने की बात कही और 1 यूनिट ब्लड की आवश्यकता बताई। मरीज के परिजनों ने तुरंत ब्लड का इंतजाम कर दिया। लेकिन देर शाम डॉक्टरों ने ऑपरेशन की सुविधा न होने का हवाला देकर महिला को रेफर कर दिया। जिसके बाद महिला दर्द से तड़पती रही परिजन थक हार कर मरीज को मेदिनीनगर लेकर चल गए। मरीज के पिता भारदुल राम ने आरोप लगाया कि अगर समय रहते उन्हें रेफर की सूचना दी जाती, तो वे अपनी व्यवस्था कर सकते थे। देर शाम रेफर किए जाने से मरीज को दूसरी जगह ले जाना बेहद मुश्किल हो गया।
सदर अस्पताल के पास मौजूद लोगों का कहना है कि यह पहली बार नहीं है जब अस्पताल की लापरवाही और सुविधाओं के अभाव ने मरीजों को परेशानी में डाला है। ऐसे मामले अस्पताल की कार्यप्रणाली पर बड़ा सवाल खड़ा करते हैं। इस संबंध में सदर अस्पताल के उपाधीक्षक हरेन चंद्र महतो ने कहा कि इस मामले की जानकारी नहीं है। महिला की ऑपरेशन सदर अस्पताल में क्यों नहीं हुआ उसके बारे में चिकित्सक से जानकारी ले रहे है।
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