
#सासाराम #रेलवेराजस्व #बिहार_रेलवे : यात्री किराया और माल भाड़ा में भारी बढ़ोत्तरी, लेकिन सुविधाएं आज भी अधर में
- सासाराम रेलवे स्टेशन को 2024-25 में मिला 53.70 करोड़ का कुल राजस्व
- केवल यात्री भाड़े से हुआ 50.95 करोड़ रुपए का संग्रह
- राजस्व में पिछले साल से 8.05 करोड़ रुपए की बढ़त
- डीडीयू मंडल में सासाराम स्टेशन तीसरे स्थान पर
- फिर भी नहीं मिल रही राजधानी, दुरंतो जैसी ट्रेनों की सौगात
सासाराम स्टेशन को यात्रियों से मिला ऐतिहासिक सहयोग
बिहार के रोहतास जिले स्थित सासाराम रेलवे स्टेशन ने वित्तीय वर्ष 2024-25 में 53 करोड़ 70 लाख 25 हजार 462 रुपए का रिकॉर्ड राजस्व अर्जित किया है। यह वित्तीय वर्ष 2023-24 की तुलना में करीब 8.05 करोड़ रुपए ज्यादा है।
“रेलवे वाणिज्य विभाग से सूचना अधिकार के तहत प्राप्त आंकड़ों के अनुसार, सासाराम स्टेशन से इस बार 23,85,697 यात्रियों ने सफर किया है।”
— कासिफ कमाल, आरटीआई कार्यकर्ता
यात्री और मालभाड़ा—दोनों में दिखा उछाल
वर्ष 2024-25 में:
- यात्री भाड़ा से प्राप्त राशि: ₹50,95,30,677
- माल भाड़ा से प्राप्त राशि: ₹2,84,94,785
- कुल मिलाकर: ₹53,70,25,462
पिछले साल यानी 2023-24 में यात्री भाड़ा से 42.90 करोड़ रुपए प्राप्त हुए थे।
बावजूद इसके सुविधाओं की भारी कमी
इतनी बड़ी आर्थिक उपलब्धि के बाद भी सासाराम स्टेशन पर राजधानी एक्सप्रेस, दुरंतो जैसी महत्वपूर्ण ट्रेनों का ठहराव नहीं हो सका है। इसके अलावा:
- आरा-सासाराम रेल लाइन के दोहरीकरण का कार्य अधूरा है।
- रेलवे मल्टी कॉम्प्लेक्स और नया फुटब्रिज निर्माण अब भी रुका हुआ है।
- कई यात्रा-सुविधा योजनाएं कागजों तक ही सीमित हैं।
ऐतिहासिक व पर्यटन महत्व रखने वाला स्टेशन
सासाराम न केवल राजस्व में अग्रणी, बल्कि ऐतिहासिक और धार्मिक पर्यटन के लिए भी बेहद महत्वपूर्ण है। यहां मौजूद हैं:
- शेरशाह सूरी का मकबरा
- रोहतासगढ़ व शेरगढ़ किला
- ताराचंडी मंदिर, तुतला भवानी, दुर्गावती डैम और मांझर कुंड जैसे दर्शनीय स्थल
फिर भी रेलवे की उदासीनता के कारण यह स्टेशन वांछित विकास से वंचित है।
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