सगमा के स्कूलों में मिड-डे मील की अनियमितताएं, बच्चों को नहीं मिल रहा तय मीनू का भोजन

सगमा (गढ़वा): प्रखंड क्षेत्र के सरकारी स्कूलों में बच्चों को मिड-डे मील योजना के तहत पौष्टिक आहार उपलब्ध कराने के सरकारी दावों की पोल खुल रही है। कटहर खुर्द स्थित मिडिल स्कूल में मीनू के अनुसार बच्चों को भोजन नहीं दिया जा रहा है। स्थानीय लोगों की शिकायत पर जब हिंदुस्तान की आवाज के प्रतिनिधि स्कूल पहुंचे, तो स्थिति चिंताजनक नजर आई।

मीनू के अनुरूप भोजन का अभाव

सोमवार को मीनू के अनुसार बच्चों को अंडा या फल के साथ चावल, दाल, और हरी सब्जी दिया जाना था। लेकिन अंडा परोसा ही नहीं गया। वहीं, दाल में पानी ज्यादा और दाल कम होने की शिकायत बच्चों ने की। बच्चों ने बताया कि स्कूल में प्रतिदिन केवल मसूरी की दाल और चावल ही दिया जाता है।

बच्चों ने किया गुणवत्ता का खुलासा

मध्यान भोजन कर रहे बच्चों में आकाश कुमार, रूपेश कुमार प्रजापति, विकास कुमार, दीपक कुमार, अलियार प्रजापति, प्रियांशु कुमार, मनोज कुमार, दुर्गा कुमारी, निशु कुमारी, संगम कुमारी, काजल कुमारी शामिल थे। उन्होंने बताया कि मीनू का पालन नहीं होता है और भोजन की गुणवत्ता भी खराब होती है।

प्रबंधन और अधिकारियों का पक्ष

विद्यालय प्रबंधन समिति के अध्यक्ष रामजीत उरांव ने बताया कि अंडा उबालने की प्रक्रिया चल रही थी, लेकिन बच्चों को खाने में नहीं मिला। इस पर बीआरसी में मौजूद प्रखंड कार्यक्रम पदाधिकारी कविता कुमारी ने कहा कि मीनू के अनुसार भोजन दिया जाना अनिवार्य है। इस मामले की पूरी जांच की जाएगी और अनियमितता मिलने पर संबंधित व्यक्तियों पर कार्रवाई होगी।

स्थानीय प्रशासन के लिए सवाल

स्कूल के बगल में बीआरसी कार्यालय होने के बावजूद मिड-डे मील योजना में अनियमितता होना प्रशासन की कार्यप्रणाली पर सवाल खड़ा करता है। स्थानीय लोग और अभिभावक उचित कार्रवाई की मांग कर रहे हैं।

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