
#कोडरमा #सैनिक_स्कूल_कॉन्फ्रेंस – देश के 33 सैनिक स्कूलों के प्रिंसिपलों ने साझा की शिक्षा सुधार और विकास की रणनीति
- सैनिक स्कूल तिलैया में हुआ ऑल इंडिया प्रिंसिपल कॉन्फ्रेंस
- रक्षा राज्य मंत्री संजय सेठ रहे मुख्य अतिथि
- देश भर के 33 सैनिक स्कूलों के प्रिंसिपल रहे शामिल
- कैडेटों ने गॉड ऑफ ऑनर देकर किया मंत्री का स्वागत
- शहीद स्मारक पर पुष्प चक्र अर्पित कर दी श्रद्धांजलि
- पीपीपी मोड पर 100 नए सैनिक स्कूल खोलने की रणनीति पर जोर
शिक्षा और संरचना में बदलाव की नींव
झारखंड के कोडरमा जिले स्थित सैनिक स्कूल तिलैया में आज एक महत्वपूर्ण आयोजन हुआ। देश भर के 33 सैनिक स्कूलों के प्रिंसिपलों की मौजूदगी में ऑल इंडिया प्रिंसिपल कॉन्फ्रेंस का आयोजन किया गया। कार्यक्रम का उद्घाटन रक्षा राज्य मंत्री संजय सेठ ने बतौर मुख्य अतिथि किया।
कॉन्फ्रेंस के पहले दिन देशभर के सैनिक स्कूलों की आधारभूत संरचना और शैक्षणिक स्तर को लेकर गहन चर्चा हुई। अगले दो दिनों में इन क्षेत्रों में सुधार की एक व्यापक रणनीति तैयार की जाएगी।
कैडेटों से मिला गॉड ऑफ ऑनर, शहीदों को दी श्रद्धांजलि
सैनिक स्कूल तिलैया पहुंचने पर मंत्री संजय सेठ का जोरदार स्वागत किया गया। कैडेटों की टुकड़ी ने उन्हें गॉड ऑफ ऑनर प्रदान किया। इसके बाद मंत्री ने शहीद स्मारक पर पुष्प चक्र अर्पित कर शहीदों को श्रद्धांजलि दी।
“हमारे कैडेट ही आने वाले विकसित भारत की नींव बनेंगे, यह कॉन्फ्रेंस उस दिशा में एक ठोस पहल है,” — संजय सेठ, रक्षा राज्य मंत्री
भविष्य की योजना : PPP मोड में नए स्कूल और विस्तृत दृष्टिकोण
मीडिया से बात करते हुए मंत्री संजय सेठ ने कहा कि देश को विकसित बनाने के संकल्पों को पूरा करने में सैनिक स्कूलों की अहम भूमिका होगी। उन्होंने यह भी बताया कि सरकार की योजना है कि पीपीपी मॉडल के तहत देशभर में 100 नए सैनिक स्कूल खोले जाएं, जिससे ज्यादा से ज्यादा कैडेट तैयार हो सकें।
इसके साथ ही उन्होंने यह भी कहा कि अब सैनिक स्कूलों के कैडेट न केवल रक्षा सेवाओं में बल्कि अन्य क्षेत्रों में भी जाकर देश को गौरवान्वित करें — इसके लिए नई रणनीतियां तैयार की जा रही हैं।
न्यूज़ देखो : शिक्षा और राष्ट्र निर्माण पर हमारी पैनी नज़र
न्यूज़ देखो का उद्देश्य सिर्फ खबर देना नहीं, बल्कि देश निर्माण की हर नीति और प्रयास पर गहराई से नज़र रखना है। सैनिक स्कूलों से जुड़ी यह पहल एक नई दिशा की ओर इशारा करती है, और हम हर ऐसे विकास पर सटीक रिपोर्टिंग जारी रखेंगे।
हर खबर पर रहेगी हमारी नजर।
राष्ट्र निर्माण की नई योजना में सैनिक स्कूलों की भूमिका अहम
सैनिक स्कूल केवल शिक्षा नहीं, बल्कि देशभक्ति, नेतृत्व और अनुशासन की पाठशाला बनते जा रहे हैं। इस सम्मेलन से यह स्पष्ट है कि अब सैनिक स्कूलों को नई दिशा और विस्तार देने की गंभीर योजना पर कार्य हो रहा है।
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