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जरमाना पारिश में संत मोनिका पर्व आस्था और सांस्कृतिक रंगों के संग सम्पन्न

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#जारी #धार्मिकपर्व : संत मोनिका के पर्व पर मिस्सा अनुष्ठान, आध्यात्मिक संदेश और रंगारंग सांस्कृतिक प्रस्तुतियों ने मन मोहा
  • जरमाना पारिश में संत मोनिका का पर्व हर्षोल्लास के साथ मनाया गया।
  • कार्यक्रम की शुरुआत फादर निरंजन एक्का की अगुवाई में मिस्सा अनुष्ठान से हुई।
  • फादर लौरेन्स टोप्पो और फादर सिप्रियानुस कुल्लू भी रहे सहयोगी।
  • फादर निरंजन ने महिलाओं को धैर्य, दया, ममता, सेवा और त्याग अपनाने का संदेश दिया।
  • पारिश की महिलाओं ने आकर्षक सांस्कृतिक प्रस्तुतियां देकर समा बांधा।
  • सैकड़ों की संख्या में ख्रीस्तीय विश्वासी शामिल हुए।

जारी प्रखंड के जरमाना पारिश में रविवार को संत मोनिका का पर्व बड़े ही भव्य और अनुशासित ढंग से सम्पन्न हुआ। सुबह मिस्सा अनुष्ठान से शुरू हुए इस आयोजन का मुख्य अधिष्ठान फादर निरंजन एक्का ने किया। उनके साथ फादर लौरेन्स टोप्पो और फादर सिप्रियानुस कुल्लू सहयोगी के रूप में उपस्थित रहे। पूरे आयोजन में आध्यात्मिकता और सांस्कृतिक विविधता का अनोखा संगम देखने को मिला।

मिस्सा अनुष्ठान और आध्यात्मिक संदेश

पर्व की शुरुआत पवित्र मिस्सा अनुष्ठान से हुई। मुख्य अधिष्ठाता फादर निरंजन एक्का ने अपने प्रवचन में संत मोनिका के जीवन और उनकी महानता पर प्रकाश डाला। उन्होंने कहा कि संत मोनिका सभी माताओं के लिए आदर्श हैं और आज के समय में हर महिला को उनके जीवन से प्रेरणा लेने की जरूरत है।

फादर निरंजन एक्का ने कहा: “हर माता को धीरज, दया, ममता, सेवा और त्याग जैसे पाँच आदर्श गुणों को अपनाना चाहिए। तभी महिलाएं सफल माता बनकर परिवार और समाज को सही दिशा दे सकती हैं।”

उनके इस संदेश से उपस्थित महिलाएं विशेष रूप से प्रभावित हुईं और उन्होंने संत मोनिका के पदचिन्हों पर चलने का संकल्प लिया।

सांस्कृतिक कार्यक्रमों ने बांधा समा

धार्मिक अनुष्ठान के बाद पारिश क्षेत्र के विभिन्न गाँवों से आई महिलाओं ने मनमोहक सांस्कृतिक कार्यक्रम प्रस्तुत किए। पारंपरिक गीतों, नृत्यों और नाट्य प्रस्तुतियों ने वातावरण को जीवंत बना दिया। दर्शक मंत्रमुग्ध होकर कलाकारों का उत्साह बढ़ाते रहे। इस अवसर पर महिलाओं की रचनात्मकता और समर्पण ने पर्व को और भी खास बना दिया।

आस्था और उत्साह से उमड़ा जनसैलाब

इस आयोजन में सैकड़ों की संख्या में ख्रीस्तीय विश्वासी शामिल हुए। हर उम्र के लोग पर्व की शोभा बढ़ाने पहुंचे और संत मोनिका की स्मृति में अपनी आस्था प्रकट की। बच्चों और युवाओं ने भी उत्साहपूर्वक हिस्सा लिया, जिससे पूरे पारिश क्षेत्र में उल्लास का माहौल छा गया।

न्यूज़ देखो: आस्था से प्रेरित समाज की शक्ति

जरमाना पारिश में संत मोनिका पर्व केवल धार्मिक आयोजन नहीं रहा, बल्कि यह समाज में मातृत्व, त्याग और सेवा के मूल्यों को आत्मसात करने का प्रेरक मंच भी बना। यह दिखाता है कि सांस्कृतिक और आध्यात्मिक आयोजनों से समाज को नई ऊर्जा और दिशा मिलती है।
हर खबर पर रहेगी हमारी नजर।

मातृत्व और सेवा से बनेगी नई राह

संत मोनिका का जीवन यह सिखाता है कि धैर्य और त्याग ही सच्ची शक्ति है। अब समय है कि हम सभी उनके आदर्शों से प्रेरणा लेकर समाज और परिवार में सकारात्मक बदलाव लाने का संकल्प लें। अपनी राय कमेंट में साझा करें और इस प्रेरणादायी खबर को दोस्तों तक पहुंचाएं।

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