घटना के मुख्य बिंदु
- डीएसओ रामगोपाल पांडे के कार्यालय में जानलेवा हमला।
- झामुमो ने भाजपा कार्यकर्ताओं पर लगाया आरोप।
- भाजपा विधायक पर भड़काऊ बयान देने का आरोप।
- झामुमो ने आंदोलन की दी चेतावनी।
- पुलिस प्रशासन ने जांच शुरू की।
घटना का विवरण
गढ़वा। 26 दिसंबर 2024, गुरुवार को गढ़वा समाहरणालय में खाद्य आपूर्ति जिला पदाधिकारी (डीएसओ) रामगोपाल पांडे के कार्यालय में जानलेवा हमला हुआ। झारखंड मुक्ति मोर्चा (झामुमो) ने भाजपा कार्यकर्ताओं पर आरोप लगाते हुए इस घटना की कड़ी निंदा की है। झामुमो के मुताबिक, भाजपा कार्यकर्ता डीएसओ के कार्यालय में जबरन घुसकर उन पर हमला करने लगे। शोर सुनकर अन्य कर्मियों ने पुलिस को बुलाया और डीएसओ को बचाया।
भाजपा विधायक पर गंभीर आरोप
झामुमो नेताओं ने कहा कि भाजपा विधायक सत्येंद्रनाथ तिवारी ने पहले प्रेस कॉन्फ्रेंस में अधिकारियों के खिलाफ भड़काऊ बयान दिया था। उन्होंने कथित तौर पर कहा, “पदाधिकारियों का कपार फोड़ दिया जाएगा।” इस बयान के बाद ही डीएसओ पर हमला हुआ।
झामुमो की चेतावनी
झामुमो ने चेतावनी दी है कि यदि दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई नहीं की गई, तो पार्टी आंदोलन करेगी। झामुमो के जिला अध्यक्ष तनवीर आलम खान ने कहा, “भाजपा के लोग हिंसा पर उतर आए हैं। समाहरणालय जैसी जगह पर ऐसी घटना पहली बार हुई है।”
प्रेस कॉन्फ्रेंस में प्रमुख झामुमो नेता
इस घटना को लेकर आयोजित प्रेस कॉन्फ्रेंस में झामुमो के कई वरिष्ठ नेता मौजूद थे, जिनमें तनवीर आलम खान, मनोज ठाकुर, रामसागर उरांव, अशर्फी राम, ओमप्रकाश गुप्ता, जितेंद्र दुबे, कार्तिक पांडेय, सुभाष उरांव और इफ्तेखार अंसारी शामिल थे।
पुलिस प्रशासन की प्रतिक्रिया
पुलिस ने बताया कि मामले की जांच जारी है। दोषियों के खिलाफ जल्द ही कार्रवाई की जाएगी। इस घटना ने समाहरणालय की सुरक्षा व्यवस्था पर सवाल खड़े कर दिए हैं।
प्रशासन की साख पर सवाल
झामुमो ने प्रशासन की निष्क्रियता की आलोचना करते हुए कहा है कि यह लोकतंत्र और न्याय पर हमला है। पार्टी ने जिला प्रशासन से त्वरित कार्रवाई की मांग की है।
नोट: झामुमो ने स्पष्ट कर दिया है कि इस मामले में सख्त कदम उठाए बिना वे पीछे नहीं हटेंगे। ऐसी ही खबरों के लिए ‘News देखो’ से जुड़े रहें।