- अखंड पाठ आयोजन: श्री रामचरितमानस सुंदरकांड पाठ का आयोजन मुख्य व्यास जी श्री अरुण दुबे जी के द्वारा किया गया।
- भक्ति में रचनात्मकता: पाठ के दौरान 100 भक्तों की संख्या में सर्वप्रथम श्री हनुमान चालीसा का पाठ किया गया।
- भजन कीर्तन और आरती: भजन कीर्तन, आरती, श्री हनुमान जी पूजा, और श्री रामचंद्र जी की तस्वीर पर पुष्प अर्पित किया गया।
- धार्मिक महत्व: सुंदरकांड का पाठ घर में सुख-शांति की प्राप्ति और विश्व कल्याण के लिए किया जाता है।
- श्री राम और हनुमान जी की शिक्षाएँ: प्रभु श्री रामचंद्र जी और श्री हनुमान जी के जीवन से हमे मर्यादा और मित्रता की आवश्यकता को समझना चाहिए।
- भक्ति में शक्ति: कलयुग में भजन कीर्तन और पूजा पाठ से सुख और शांति मिलती है। सभी को श्री हनुमान चालीसा का पाठ हर दिन करना चाहिए।
इस भक्ति पूर्ण आयोजन में मानस मंडली के सभी सदस्य उपस्थित थे, जिनमें गढ़वा के एसडीएम श्री संजय कुमार पांडे, श्री अरुण दुबे, श्री बृजेश कुमार पांडे, श्री आत्मा पांडे, श्री द्वारकानाथ पांडे, श्री अमरेंद्र कुमार मिश्रा, श्री सतीश कुमार चौबे, श्री अशोक पटवा, श्री मार्कंडेय तिवारी, श्री विजय तिवारी, श्री रघुपति सिंह, श्री राकेश तिवारी, श्री मनोज दुबे, श्री सियाराम पांडे, श्री कृष्ण मुरारी पांडे, श्री कृष्ण कुमार चौबे, श्री चंद्रशेखर दुबे, श्री विजय पांडे, श्री सतीश चौबे, श्री पीके मिश्रा, श्री मनोज सिन्हा, श्री शेखर सिंह, और श्री छोटे लाल तिवारी प्रमुख थे।
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