
#दुमका #बिजली_सुधार : सरैयाहाट में बन रहा 132/33 केवीए पावर ग्रिड स्टेशन अंतिम चरण में, नवंबर तक चालू होने की संभावना।
- सरैयाहाट झारखंड मोड़ के पास बन रहा 132/33 केवीए पावर ग्रिड सब स्टेशन अपने अंतिम चरण में है।
- अब तक 80 प्रतिशत कार्य पूरा हो चुका है, नवंबर तक ग्रिड स्टेशन के चालू होने की उम्मीद।
- ग्रामीणों को उम्मीद कि बिजली की आंखमिचौली से जल्द मिलेगी राहत।
- ग्रिड शुरू होने पर सरैयाहाट और आसपास के इलाकों में लगातार बिजली आपूर्ति सुनिश्चित होगी।
- स्थानीय लोगों ने कहा — “अब खत्म होगी अंधेरे की परेशानी, सरैयाहाट में भी चमकेगी रौशनी।”
दुमका जिले के सरैयाहाट क्षेत्र में लंबे समय से बिजली की अनियमित आपूर्ति लोगों के लिए एक बड़ी समस्या बनी हुई थी। अब इस समस्या का समाधान जल्द ही होने वाला है क्योंकि झारखंड मोड़ के पास बन रहा 132/33 केवीए पावर ग्रिड सब स्टेशन लगभग तैयार है। निर्माण कार्य 80 प्रतिशत तक पूर्ण हो चुका है और विभागीय सूत्रों के अनुसार यह ग्रिड नवंबर महीने तक चालू हो जाएगा।
सरैयाहाट में अब स्थायी बिजली आपूर्ति की उम्मीद
सरैयाहाट और इसके आसपास के गांवों में बिजली की आंखमिचौली ने वर्षों से लोगों की दिनचर्या को प्रभावित किया है। बार-बार बिजली जाने और वोल्टेज की समस्या के कारण न केवल घरेलू उपभोक्ता बल्कि छोटे व्यापारी और छात्र भी परेशान रहते थे। नए पावर ग्रिड स्टेशन के शुरू होने से पूरे क्षेत्र में 24 घंटे स्थिर बिजली आपूर्ति संभव हो सकेगी।
स्थानीय निवासी ने खुशी जताते हुए कहा: “अब खत्म होगी अंधेरे की परेशानी, सरैयाहाट में भी चमकेगी रौशनी।”
बिजली विभाग की पहल से बढ़ेगा विकास
इस पावर ग्रिड की स्थापना से सरैयाहाट, रामगढ़, हंसडीहा और आसपास के गांवों को सीधा फायदा मिलेगा। बिजली विभाग के अधिकारियों ने बताया कि ग्रिड के शुरू होने के बाद क्षेत्र में ट्रांसफॉर्मर ओवरलोडिंग और वोल्टेज ड्रॉप की समस्या में उल्लेखनीय सुधार होगा। इससे शिक्षा, व्यवसाय और घरेलू जरूरतों को निर्बाध बिजली आपूर्ति मिल सकेगी।
क्षेत्र की आर्थिक गतिविधियों को मिलेगा बल
नया पावर ग्रिड न केवल ग्रामीण जीवन में सुविधा लाएगा बल्कि स्थानीय उद्योगों और बाजारों को भी नई ऊर्जा देगा। बिजली आपूर्ति सुधरने से छोटे उद्योग, मिलें और दुकानें बिना व्यवधान के चल सकेंगी। साथ ही, किसानों को भी सिंचाई पंपों के लिए स्थिर बिजली मिलने की उम्मीद है।
बिजली विभाग के एक अधिकारी ने कहा: “हम पूरी कोशिश कर रहे हैं कि नवंबर तक ग्रिड स्टेशन को चालू कर दिया जाए ताकि लोगों को समय पर राहत मिले।”
न्यूज़ देखो: अब अंधेरे से उजाले की ओर
सरैयाहाट का यह नया पावर ग्रिड ग्रामीण विकास और बुनियादी सुविधाओं की दिशा में एक अहम कदम है। लंबे समय से बिजली संकट झेल रहे लोगों के लिए यह उम्मीद की किरण बनकर उभरा है। अगर यह योजना तय समय पर पूरी होती है, तो यह झारखंड के ग्रामीण इलाकों में ऊर्जा आत्मनिर्भरता की ओर बड़ा कदम साबित होगा।
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अब गांवों में भी चमकेगी रौशनी
दुमका के ग्रामीण अब अंधेरे से मुक्त होने की दहलीज पर हैं। सरकार और विभाग की यह पहल न केवल बिजली आपूर्ति को स्थिर बनाएगी, बल्कि शिक्षा, व्यवसाय और कृषि के क्षेत्र में नई रोशनी लाएगी। अब समय है कि हम सब इस बदलाव का हिस्सा बनें — बिजली बचाएं, जागरूक बनें और विकास की इस रौशनी को आगे बढ़ाएं।
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