
#सलडेगा #शिक्षा_उपलब्धि : मुख्यमंत्री मेधा छात्रवृत्ति योजना परीक्षा में उत्कृष्ट प्रदर्शन कर सरस्वती शिशु विद्या मंदिर सलडेगा के भैया-बहनों ने जिले में रचा नया कीर्तिमान
- सरस्वती शिशु विद्या मंदिर, सलडेगा के 5 विद्यार्थियों का मुख्यमंत्री मेधा छात्रवृत्ति योजना में चयन।
- चयनित विद्यार्थियों को चार वर्षों तक प्रतिवर्ष 12,000 रुपये की छात्रवृत्ति मिलेगी।
- सिमडेगा जिला से कुल 8 चयनित विद्यार्थियों में से 5 सलडेगा विद्यालय के।
- चयनित विद्यार्थियों में अभिषेक कुमार सिंह, गौतम कुमार, राहुल महतो, आशीष पंडा एवं नेहा कुमारी शामिल।
- विद्यालय के प्रधानाचार्य जितेंद्र कुमार पाठक ने विद्यार्थियों को पुरस्कृत कर दी शुभकामनाएं।
- उपलब्धि को गुणवत्तापूर्ण शिक्षा, संस्कार और आचार्य परिवार के मार्गदर्शन का परिणाम बताया गया।
वनवासी कल्याण केंद्र झारखण्ड की शैक्षिक इकाई श्रीहरि वनवासी विकास समिति झारखण्ड द्वारा संचालित सरस्वती शिशु विद्या मंदिर, सलडेगा के लिए यह वर्ष गर्व और प्रसन्नता का संदेश लेकर आया है। झारखण्ड सरकार द्वारा आयोजित मुख्यमंत्री मेधा छात्रवृत्ति प्रतियोगिता परीक्षा में विद्यालय के भैया-बहनों ने शानदार सफलता अर्जित करते हुए न केवल अपने परिवार, बल्कि पूरे विद्यालय और क्षेत्र को गौरवान्वित किया है। यह उपलब्धि विद्यार्थियों की कठिन मेहनत, अनुशासन और शिक्षकों के सतत मार्गदर्शन का सशक्त उदाहरण है।
मुख्यमंत्री मेधा छात्रवृत्ति योजना में शानदार सफलता
मुख्यमंत्री मेधा छात्रवृत्ति योजना झारखण्ड सरकार की एक महत्वाकांक्षी योजना है, जिसका उद्देश्य मेधावी विद्यार्थियों को आर्थिक सहायता प्रदान कर उनकी शिक्षा को निरंतर बनाए रखना है। इस योजना के अंतर्गत चयनित विद्यार्थियों को अगले चार वर्षों तक प्रतिवर्ष 12,000 रुपये की छात्रवृत्ति प्रदान की जाती है, जिससे वे बिना आर्थिक बाधा के अपनी पढ़ाई जारी रख सकें।
इस प्रतिष्ठित परीक्षा में सरस्वती शिशु विद्या मंदिर, सलडेगा के विद्यार्थियों ने उत्कृष्ट प्रदर्शन करते हुए यह सिद्ध कर दिया कि सीमित संसाधनों के बावजूद यदि मार्गदर्शन और संकल्प मजबूत हो, तो सफलता सुनिश्चित होती है।
चयनित विद्यार्थियों ने बढ़ाया विद्यालय का मान
विद्यालय से जिन भैया-बहनों का चयन हुआ है, उनमें
भैया अभिषेक कुमार सिंह,
भैया गौतम कुमार,
भैया राहुल महतो,
भैया आशीष पंडा
तथा
बहन नेहा कुमारी
शामिल हैं।
इन सभी विद्यार्थियों ने नियमित अध्ययन, आत्मअनुशासन और शिक्षकों के निर्देशों का पालन करते हुए यह उपलब्धि हासिल की है। इनकी सफलता ने विद्यालय के अन्य भैया-बहनों के लिए भी प्रेरणास्रोत का कार्य किया है।
जिले में विद्यालय का दबदबा, आंकड़े बोले खुद
यह तथ्य विशेष रूप से उल्लेखनीय है कि सिमडेगा जिला से इस वर्ष कुल 8 भैया-बहन मुख्यमंत्री मेधा छात्रवृत्ति योजना में सफल हुए हैं, जिनमें से 5 विद्यार्थी अकेले सरस्वती शिशु विद्या मंदिर, सलडेगा से हैं। यह आंकड़ा अपने आप में विद्यालय की शैक्षणिक गुणवत्ता और शिक्षण पद्धति की प्रभावशीलता को दर्शाता है।
इस सफलता ने यह स्पष्ट कर दिया है कि सरस्वती शिशु विद्या मंदिर केवल परीक्षा परिणामों पर ही नहीं, बल्कि विद्यार्थियों के सर्वांगीण विकास पर भी विशेष ध्यान देता है।
गुणवत्तापूर्ण शिक्षा और संस्कारयुक्त वातावरण का प्रतिफल
विद्यालय की यह उपलब्धि केवल विद्यार्थियों की मेहनत का परिणाम नहीं, बल्कि संस्कारयुक्त वातावरण, अनुशासित दिनचर्या और आचार्य परिवार के निरंतर मार्गदर्शन का संयुक्त फल है। विद्यालय में शिक्षा के साथ-साथ नैतिक मूल्यों, देशभक्ति और सामाजिक उत्तरदायित्व पर भी विशेष बल दिया जाता है, जिससे विद्यार्थी जीवन के हर क्षेत्र में संतुलित विकास कर सकें।
प्रधानाचार्य ने किया सम्मान, दी उज्ज्वल भविष्य की शुभकामनाएं
इस गौरवपूर्ण अवसर पर विद्यालय के प्रधानाचार्य श्री जितेंद्र कुमार पाठक ने सभी सफल भैया-बहनों को विद्यालय स्तर पर पुरस्कृत किया और उन्हें हार्दिक शुभकामनाएं दीं।
प्रधानाचार्य जितेंद्र कुमार पाठक ने कहा: “ये भैया-बहन अपनी मेहनत, लगन और अनुशासन से विद्यालय का नाम रोशन किए हैं। मुझे पूर्ण विश्वास है कि ये आगे भी इसी प्रकार परिश्रम कर समाज और राष्ट्र के लिए प्रेरणास्रोत बनेंगे।”
उन्होंने आचार्य परिवार को भी इस सफलता के लिए बधाई दी और कहा कि शिक्षकों की भूमिका विद्यार्थियों के भविष्य निर्माण में अत्यंत महत्वपूर्ण होती है।
अभिभावकों और क्षेत्र में खुशी की लहर
विद्यार्थियों की इस सफलता से न केवल विद्यालय परिसर, बल्कि पूरे सलडेगा क्षेत्र में खुशी का माहौल है। अभिभावकों ने विद्यालय प्रबंधन और शिक्षकों के प्रति आभार व्यक्त करते हुए कहा कि ऐसे संस्थान ग्रामीण और वनवासी क्षेत्रों में शिक्षा की अलख जगा रहे हैं।
शिक्षा के क्षेत्र में सलडेगा की पहचान मजबूत
मुख्यमंत्री मेधा छात्रवृत्ति योजना में मिली इस सफलता ने सरस्वती शिशु विद्या मंदिर, सलडेगा को शिक्षा के क्षेत्र में एक नई पहचान दिलाई है। यह उपलब्धि आने वाले समय में और अधिक विद्यार्थियों को मेहनत और लक्ष्य के प्रति समर्पण के लिए प्रेरित करेगी।
न्यूज़ देखो: ग्रामीण शिक्षा से निकलती प्रतिभा की सशक्त तस्वीर
यह खबर बताती है कि यदि शिक्षा को सही दिशा, संस्कार और निरंतर मार्गदर्शन मिले, तो ग्रामीण और वनवासी क्षेत्र के विद्यार्थी भी राज्य स्तर पर अपनी प्रतिभा का परचम लहरा सकते हैं। सरस्वती शिशु विद्या मंदिर सलडेगा की यह सफलता सरकारी योजनाओं के सही क्रियान्वयन और शैक्षणिक संस्थानों की प्रतिबद्धता को भी दर्शाती है। ऐसी उपलब्धियां प्रशासन और समाज दोनों को शिक्षा के क्षेत्र में और निवेश के लिए प्रेरित करती हैं।
हर खबर पर रहेगी हमारी नजर।
मेहनत, संस्कार और मार्गदर्शन से ही बनते हैं उज्ज्वल भविष्य
आज की यह सफलता आने वाली पीढ़ियों के लिए एक मजबूत संदेश है कि लक्ष्य स्पष्ट हो और प्रयास ईमानदार, तो कोई भी मंजिल दूर नहीं। चयनित विद्यार्थियों की यह उपलब्धि अन्य भैया-बहनों को भी मेहनत और अनुशासन की राह पर आगे बढ़ने के लिए प्रेरित करेगी।





