Giridih

सरपंच शक्ति ऐप से पंचायत प्रतिनिधियों को मिल रही नेतृत्व और विकास की नई दिशा: रागिनी सिन्हा

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#गिरिडीह #ग्रामीण_विकास : डिजिटल प्लेटफॉर्म से सशक्त हो रहे पंचायत प्रतिनिधि, नेतृत्व क्षमता और प्रशासनिक समझ में हो रहा इजाफा
  • झारखंड के ग्रामीण क्षेत्रों में पंचायत प्रतिनिधियों को सशक्त बना रहा सरपंच शक्ति (KCI कॉम) डिजिटल प्लेटफॉर्म
  • ग्राम पंचायत पेसम, प्रखंड बिरनी, जिला गिरिडीह की पंचायत प्रतिनिधि रागिनी सिन्हा ने ऐप को बताया अत्यंत उपयोगी।
  • नेतृत्व, प्रशासन, योजनाओं और ग्राम विकास से जुड़ी व्यावहारिक जानकारियाँ मिल रहीं।
  • देशभर के सरपंच और मुखिया एक साझा मंच पर आपस में जुड़ रहे हैं।
  • पंचायत स्तर पर बेहतर निर्णय क्षमता और योजनाओं के प्रभावी क्रियान्वयन में मिल रही मदद।

झारखंड के ग्रामीण इलाकों में पंचायत व्यवस्था को मजबूत और अधिक प्रभावी बनाने की दिशा में सरपंच शक्ति (KCI कॉम) डिजिटल प्लेटफॉर्म एक सशक्त माध्यम बनकर उभर रहा है। यह मंच ग्राम पंचायत प्रतिनिधियों को न केवल आपस में जोड़ रहा है, बल्कि उन्हें नेतृत्व, प्रशासनिक प्रक्रियाओं और ग्राम विकास से जुड़ी महत्वपूर्ण जानकारी भी उपलब्ध करा रहा है। इसका सकारात्मक असर पंचायत स्तर पर कार्यों के बेहतर क्रियान्वयन के रूप में सामने आ रहा है।

गिरिडीह जिले के बिरनी प्रखंड अंतर्गत ग्राम पंचायत पेसम की पंचायत प्रतिनिधि रागिनी सिन्हा ने इस डिजिटल प्लेटफॉर्म की सराहना करते हुए कहा कि सरपंच शक्ति ऐप उनके लिए सीखने और समझने का एक महत्वपूर्ण साधन बन गया है। उन्होंने बताया कि इस मंच के जरिए उन्हें पंचायत प्रतिनिधि के रूप में अपनी भूमिका और जिम्मेदारियों को बेहतर ढंग से समझने का अवसर मिल रहा है।

रागिनी सिन्हा ने कहा कि आम धारणा यह होती है कि चुनाव जीतने के बाद हर जनप्रतिनिधि अपने आप नेता बन जाता है, लेकिन वास्तविकता यह है कि नेतृत्व एक सतत सीखने की प्रक्रिया है। उन्होंने बताया कि सरपंच शक्ति ऐप के माध्यम से यह समझने का मौका मिला कि एक प्रभावी नेता बनने के लिए केवल पद ही नहीं, बल्कि दूरदर्शिता, निर्णय क्षमता, पारदर्शिता और प्रशासनिक समझ भी आवश्यक होती है।

नेतृत्व की बारीकियों को समझने का मंच

पंचायत प्रतिनिधि रागिनी सिन्हा के अनुसार, सरपंच शक्ति ऐप ने उन्हें यह जानने में मदद की कि नेतृत्व केवल आदेश देने तक सीमित नहीं है, बल्कि यह जनता की समस्याओं को समझकर उनके समाधान के लिए सही दिशा में काम करने का नाम है। उन्होंने कहा कि इस प्लेटफॉर्म पर देश के विभिन्न हिस्सों के सरपंच और मुखिया अपने अनुभव साझा करते हैं, जिससे अन्य प्रतिनिधियों को भी सीखने का अवसर मिलता है।

उन्होंने बताया कि पहले पंचायत स्तर पर कई योजनाओं और नियमों की जानकारी अधूरी रह जाती थी, जिससे कार्यों के क्रियान्वयन में कठिनाई होती थी। लेकिन अब सरपंच शक्ति जैसे डिजिटल मंच से जुड़ने के बाद योजनाओं, सरकारी दिशा-निर्देशों और प्रशासनिक प्रक्रियाओं को समझना आसान हुआ है।

ग्राम विकास में मिल रहा व्यावहारिक लाभ

रागिनी सिन्हा ने यह भी स्पष्ट किया कि सरपंच शक्ति ऐप से मिलने वाला ज्ञान केवल सैद्धांतिक नहीं है, बल्कि इसका सीधा उपयोग ग्राम पंचायत के विकास कार्यों में किया जा सकता है। उन्होंने कहा कि ऐप के माध्यम से सीखी गई जानकारियों का उद्देश्य अपने गांव के सर्वांगीण विकास में उपयोग करना है, ताकि सरकारी योजनाओं का लाभ वास्तविक जरूरतमंद ग्रामीणों तक सही समय पर और सही तरीके से पहुंच सके।

उनके अनुसार, जब पंचायत प्रतिनिधि योजनाओं की सही जानकारी रखते हैं, तो वे ग्रामीणों को बेहतर मार्गदर्शन दे पाते हैं और योजनाओं में पारदर्शिता भी बनी रहती है। इससे ग्रामीणों का पंचायत व्यवस्था पर विश्वास मजबूत होता है।

अन्य पंचायत प्रतिनिधियों से जुड़ने की अपील

रागिनी सिन्हा ने अपने साथी मुखिया और पंचायत प्रतिनिधियों से भी अपील की कि वे अधिक से अधिक संख्या में सरपंच शक्ति ऐप से जुड़ें। उनका मानना है कि जब देशभर के पंचायत प्रतिनिधि एक साझा मंच पर जुड़कर सीखेंगे और अनुभव साझा करेंगे, तभी ग्राम स्तर पर स्थायी और टिकाऊ विकास संभव हो सकेगा।

उन्होंने कहा कि डिजिटल युग में पंचायत प्रतिनिधियों को भी तकनीक के साथ कदम से कदम मिलाकर चलना चाहिए। सरपंच शक्ति जैसे प्लेटफॉर्म पंचायत प्रतिनिधियों को आत्मनिर्भर, जागरूक और जिम्मेदार नेतृत्व प्रदान करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभा रहे हैं।

विशेषज्ञों की भी सकारात्मक राय

ग्रामीण विकास से जुड़े जानकारों का भी मानना है कि डिजिटल माध्यमों के जरिए पंचायत प्रतिनिधियों को प्रशिक्षण और मार्गदर्शन देना वर्तमान समय की आवश्यकता है। विशेषज्ञों के अनुसार, सरपंच शक्ति जैसे प्लेटफॉर्म न केवल नेतृत्व क्षमता को मजबूत करते हैं, बल्कि योजनाओं के प्रभावी क्रियान्वयन, पारदर्शिता और जवाबदेही को भी बढ़ावा देते हैं।

उनका कहना है कि जब पंचायत प्रतिनिधि प्रशिक्षित और सूचनाओं से लैस होंगे, तो ग्राम स्तर पर विकास कार्यों की गति तेज होगी और ग्रामीणों की समस्याओं का समाधान अधिक प्रभावी ढंग से हो सकेगा।

न्यूज़ देखो: डिजिटल पंचायत की ओर बढ़ता झारखंड

सरपंच शक्ति ऐप जैसी पहल यह दर्शाती है कि डिजिटल माध्यमों के जरिए पंचायत व्यवस्था को नई मजबूती दी जा सकती है। जब पंचायत प्रतिनिधि सीखेंगे, जुड़ेंगे और अनुभव साझा करेंगे, तो इसका सीधा लाभ गांवों के विकास को मिलेगा।
हर खबर पर रहेगी हमारी नजर।

मजबूत पंचायत, सशक्त गांव

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Surendra Verma

डुमरी, गिरिडीह

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