
#गिरिडीह #AmbedkarJayanti2025 | शिक्षा के मंदिर में बाबा साहब को किया गया नमन
- बरगंडा स्थित विद्यालय में दीप जलाकर दी गई श्रद्धांजलि
- प्रधानाचार्य आनंद कमल ने किया दीप प्रज्वलन एवं माल्यार्पण
- छात्रों ने प्रस्तुत किया बाबा साहब का जीवन परिचय
- विद्यालय परिसर में छात्रों और शिक्षकों ने साझा की प्रेरणाएं
दीप प्रज्वलन के साथ मनाई गई अंबेडकर जयंती
गिरिडीह शहर के बरगंडा स्थित सरस्वती शिशु विद्या मंदिर में सोमवार को भारत रत्न डॉ. भीमराव अंबेडकर की 134वीं जयंती श्रद्धा और सम्मान के साथ मनाई गई।
कार्यक्रम की शुरुआत प्रधानाचार्य आनंद कमल द्वारा बाबा साहब की तस्वीर के समक्ष दीप जलाकर और पुष्प अर्पित कर की गई।
छात्रों ने बताया बाबा साहब का योगदान
कार्यक्रम के दौरान विद्यालय के भैया अंश राज और दिवेश मिश्रा ने बाबा साहब के जीवन और उनके संघर्षों पर प्रकाश डाला। उन्होंने उनके संविधान निर्माण, सामाजिक समानता और शिक्षा को लेकर किए गए योगदान को सरल भाषा में समझाया।
“बाबा साहब ने हमें सिखाया कि शिक्षा वह शक्ति है, जो किसी भी सामाजिक भेदभाव को मिटाकर समता का मार्ग प्रशस्त करती है।”
— भैया अंश राज, छात्र
आदर्शों पर चलने का लिया संकल्प
इस अवसर पर उपस्थित सभी छात्र-छात्राओं और शिक्षकों ने बाबा साहब के आदर्शों और उनके द्वारा दिखाए गए रास्तों पर चलने का संकल्प लिया। कार्यक्रम के अंत में सभी ने राष्ट्रहित में अपने कर्तव्यों का निर्वहन करने की प्रेरणा प्राप्त की।
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न्यूज़ देखो आपको जोड़े रखता है उन मूल्यों से जो हमारे देश और समाज की नींव हैं। डॉ. अंबेडकर की जयंती पर हम सभी को यह याद दिलाया गया कि शिक्षा, समता और संविधान के मूल्यों को जीवन में उतारना ही सच्ची श्रद्धांजलि है।