
#पलामू #खेल_उपलब्धि : रेडमा पांकी रोड स्थित द कराटे एकेडमी में आयोजित बेल्ट ग्रेडिंग सेरोमनी में सौभाग्य सिद्धार्थ ने 1st Dan ब्लैक बेल्ट प्राप्त कर सबका सम्मान जीता।
- द कराटे एकेडमी में बेल्ट ग्रेडिंग सेरोमनी का आयोजन हुआ।
- सौभाग्य सिद्धार्थ ने तकनीकी दक्षता दिखाते हुए ब्लैक बेल्ट (1st Dan) अर्जित की।
- तिविंकल गुप्ता मुख्य अतिथि बने और खिलाड़ियों को सम्मानित किया।
- सुमित बर्मन ने तकनीकी मानकों की जानकारी दी।
- विभिन्न श्रेणियों में कई खिलाड़ियों को येलो से ब्राउन बेल्ट तक प्रदान की गई।
- कार्यक्रम संचालन अमरेश कुमार मेहता ने किया।
रेडमा पांकी रोड स्थित द कराटे एकेडमी में आयोजित बेल्ट ग्रेडिंग सेरोमनी प्रतिभा, अनुशासन और कठोर प्रशिक्षण का जीवंत उदाहरण बनकर सामने आई। इस विशेष अवसर पर सौभाग्य सिद्धार्थ ने अपनी तकनीकी निपुणता और मानसिक एकाग्रता का शानदार प्रदर्शन करते हुए ब्लैक बेल्ट (1st Dan) की प्रतिष्ठित उपलब्धि हासिल की। उनकी इस सफलता से एकेडमी का माहौल उत्साह और गर्व से भर उठा। कार्यक्रम में बड़ी संख्या में खिलाड़ी, प्रशिक्षक एवं अभिभावक उपस्थित रहे।
ब्लैक बेल्ट हासिल कर सौभाग्य बने प्रेरणा का स्रोत
ग्रेडिंग सेरोमनी के मुख्य आकर्षण रहे सौभाग्य सिद्धार्थ ने कठोर अभ्यास, संतुलन, शक्ति और तकनीकी कौशल के आधार पर ब्लैक बेल्ट अर्जित की। उनका प्रदर्शन न केवल प्रशिक्षकों को प्रभावित करने वाला रहा, बल्कि उपस्थित खिलाड़ियों के लिए भी प्रेरणादायक बन गया।
मुख्य अतिथि तिविंकल गुप्ता ने सौभाग्य को सम्मानित करते हुए कहा:
तिविंकल गुप्ता ने कहा: “ब्लैक बेल्ट केवल एक रैंक नहीं, बल्कि वर्षों की अनुशासन, संघर्ष, सीख और मानसिक दृढ़ता का प्रतीक है। सौभाग्य ने जिस समर्पण और लगन से यह उपलब्धि हासिल की है, वह पलामू के युवाओं के लिए प्रेरणा है।”
प्रशिक्षण के कठोर तकनीकी मानकों पर खरे उतरे खिलाड़ी
द कराटे एकेडमी के निर्देशक सुमित बर्मन ने बताया कि ब्लैक बेल्ट प्राप्त करने के लिए खिलाड़ियों को किहोन, काता, कुमिते, पावर कंट्रोल, बैलेंस, स्पीड, टाइमिंग व मानसिक एकाग्रता जैसे कई चरणों से गुजरना पड़ता है। राज्य से आए अधिकृत एग्ज़ामिनर ने सभी मानकों के आधार पर खिलाड़ियों का परीक्षण किया।
उन्होंने कहा:
सुमित बर्मन ने कहा: “ब्लैक बेल्ट तक पहुंचना किसी भी मार्शल आर्टिस्ट के लिए लंबी यात्रा का पहला महत्वपूर्ण शिखर होता है। सौभाग्य ने यह सिद्ध किया है कि लगातार अभ्यास, धैर्य और अनुशासन से कोई भी ऊँचाइयां छू सकता है।”
विभिन्न बेल्ट श्रेणियों में सम्मानित हुए खिलाड़ी
कार्यक्रम में कई बाल एवं युवा कराटे खिलाड़ियों को उनके कौशल और प्रदर्शन के आधार पर बेल्ट प्रदान की गई।
सम्मानित खिलाड़ियों की सूची इस प्रकार है:
Yellow Belt
प्रहलाद गिरी, आकाश कुमार, आदिति कुमारी, आदित्य पांडे, आयुष प्रकाश, शिवम राज, पीयूष कुमार
Orange Belt
काश्वी आर्या, इप्शिता आर्या, अपूर्व रंजन, अभिरूप खत्री
Green Belt
शिवांश वात्सल्य
Blue Belt
सत्याम ठाकुर, वेद प्रकाश, पल्लवी सिंह
Purple Belt
रौशन कुमार, श्री आयुष्मान, भार्गव कुमार दुबे, अन्वी पांडे, स्नेहा कुमारी, आदित्य अविनाश सूर्या, अनामिका मेहता
Brown Belt
डी. विष्णु हासान, डी.एस.एस.वी.एल कार्तिकेय, शौर्य, अर्पित राज, रोहित कुमार, समीर कुमार, सम्यक स्निथिक, उमंग दुबे, राहुल कुमार
Black Belt – 1st Dan
सौभाग्य सिद्धार्थ
सुव्यवस्थित संचालन और अनुशासन का उत्कृष्ट नमूना
कार्यक्रम का संचालन द्रोणाचार्य तीरंदाजी एकेडमी के कोच अमरेश कुमार मेहता ने किया। समयबद्ध और सुव्यवस्थित आयोजन ने एकेडमी के पेशेवर अनुशासन को दर्शाया। अभिभावकों एवं दर्शकों ने भी खिलाड़ियों के जज़्बे और प्रदर्शन की सराहना की।



न्यूज़ देखो: प्रतिभा को मंच देने की सराहनीय पहल
यह आयोजन साबित करता है कि जब खिलाड़ियों को सही मंच, मार्गदर्शन और अवसर मिलता है, तो वे अपनी क्षमताओं के सर्वोच्च शिखर तक पहुँच सकते हैं। द कराटे एकेडमी जैसे संस्थान न केवल खेल प्रतिभा को निखार रहे हैं, बल्कि बच्चों और युवाओं में अनुशासन, साहस और आत्मविश्वास भी विकसित कर रहे हैं। ऐसे प्रयासों को और बढ़ावा मिलना चाहिए।
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युवा ऊर्जा को दिशा दें, प्रोत्साहन बनें बदलाव की ताकत
मार्शल आर्ट जैसी विधाएं केवल खेल नहीं, बल्कि जीवन कौशल और मानसिक मजबूती की शिक्षा देती हैं। सौभाग्य सिद्धार्थ की सफलता इस बात का प्रमाण है कि कठोर मेहनत और निरंतर अभ्यास किसी भी लक्ष्य को संभव बना देता है। आइए, हम सब मिलकर अपने आसपास के युवाओं को खेल, कला और शिक्षा में आगे बढ़ने के लिए प्रेरित करें। अपनी प्रतिक्रिया कमेंट में लिखें, इस खबर को साझा करें और प्रतिभाओं को पहचान दिलाने की इस मुहिम में सहभागी बनें।





