
#लातेहार – मनिका विधायक रामचंद्र सिंह और पूर्व सांसद धीरज साहू की अगुवाई में निकाली गई रैली, भाजपा पर लगाए गंभीर आरोप
- लातेहार कांग्रेस कमेटी ने ‘संविधान बचाओ रैली’ का किया आयोजन
- मुख्य अतिथि पूर्व राज्यसभा सांसद धीरज साहू और मनिका विधायक रामचंद्र सिंह रहे मौजूद
- रैली बाजारटांड़ से समाहरणालय तक निकाली गई, सभा में बदली
- भाजपा पर संविधान के मूल ढांचे को बदलने का लगाया आरोप
- युवा कांग्रेस, महिला कांग्रेस, सेवादल समेत सैकड़ों कार्यकर्ताओं की रही भागीदारी
केंद्र सरकार संविधान को कमजोर कर रही है: धीरज साहू
लातेहार जिला कांग्रेस कमेटी के बैनर तले शनिवार को एक जोरदार संविधान बचाओ रैली का आयोजन किया गया। कार्यक्रम के मुख्य अतिथि पूर्व राज्यसभा सांसद धीरज प्रसाद साहू ने रैली को संबोधित करते हुए कहा कि:
“केंद्र सरकार संविधान के मूलभूत ढांचे को बदलना चाहती है। धीरे-धीरे संविधान को कमजोर करने का प्रयास किया जा रहा है।”
उन्होंने जनता से आह्वान किया कि लोकतंत्र और संविधान की रक्षा के लिए सभी को एकजुट होकर आवाज उठानी होगी।
रामचंद्र सिंह का भाजपा पर सीधा हमला
मनिका विधायक रामचंद्र सिंह ने कहा कि बाबा साहब भीमराव अंबेडकर ने हमें जो मजबूत संविधान दिया, उसमें समानता, न्याय और अधिकारों की गारंटी है। उन्होंने कहा:
“भारत मजबूती से आगे बढ़ रहा था, लेकिन बीते 12 वर्षों में भाजपा सरकार ने संविधान पर लगातार प्रहार किए हैं। दबे-कुचलों, पीड़ितों और वंचितों के अधिकारों को छीना जा रहा है।”
बड़ी भागीदारी, मजबूत संगठनात्मक उपस्थिति
रैली का नेतृत्व कार्यकारी जिला अध्यक्ष गुंजर उरांव ने किया जबकि मंच संचालन युवा कांग्रेस के प्रदेश उपाध्यक्ष आफताब आलम ने किया।
कार्यक्रम में कांग्रेस के विभिन्न प्रकोष्ठों के नेता और कार्यकर्ता बड़ी संख्या में मौजूद रहे, जिनमें प्रमुख रूप से:
- अल्पसंख्यक जिला अध्यक्ष नसीम
- युवा कांग्रेस अध्यक्ष अमित यादव
- महिला जिला अध्यक्ष अनीता देवी
- सेवादल अध्यक्ष वृंदा बिहारी यादव
- एससी मोर्चा से रविंद्र राम
- विधायक प्रतिनिधि हरिशंकर यादव
- प्रदेश प्रतिनिधि इफ्तेखार अहमद
- पंकज तिवारी, कामेश्वर यादव, विजय बहादुर सिंह, दरोगी यादव, मोती उरांव, प्रिंस गुप्ता, आमिर हयात, असगर खान समेत सैकड़ों कार्यकर्ता शामिल रहे।
न्यूज़ देखो : लोकतंत्र की रक्षा में जनता की भागीदारी जरूरी
‘न्यूज़ देखो’ आपकी आवाज़ को बुलंद करता है। जब संविधान पर सवाल उठते हैं, तो जवाब जनता से आता है।
लातेहार की सड़कों से जो संदेश निकला, वो सिर्फ विरोध नहीं, लोकतंत्र की मजबूती की गूंज है।
हम ऐसे हर संघर्ष को आपके सामने लाते रहेंगे, जो जन अधिकार और संवैधानिक मूल्यों के लिए खड़ा होता है।