सड़क किनारे सांकेतिक बोर्ड गिरने से राकेश रजक की दर्दनाक मौत, पथ परिवहन विभाग पर लापरवाही का आरोप

#हुसैनाबाद #धोबी_महासंघ — मृतक के परिजनों को एक करोड़ मुआवजे की मांग, धोबी महासंघ ने जताया रोष

उत्तर प्रदेश के बिना में हुआ हादसा, घटनास्थल पर ही गई जान

पलामू जिला अंतर्गत हुसैनाबाद प्रखंड के कचरा गांव निवासी भिखार बैठा के पुत्र राकेश रजक (40 वर्ष) की दिनांक 12 अप्रैल 2025 को उत्तर प्रदेश के बिना में दर्दनाक मौत हो गई। बताया गया कि सड़क किनारे लगे एक सांकेतिक बोर्ड के गिर जाने से राकेश रजक की घटनास्थल पर ही मौत हो गई।

परिवार का कहना है कि राकेश अपने रोज़मर्रा के काम पर जा रहे थे, तभी अचानक तेज़ हवाओं के बीच सड़क किनारे लगे सरकारी बोर्ड उनके ऊपर गिर गया, जिससे मौके पर ही उनकी मौत हो गई।

धोबी महासंघ ने उठाई आवाज, मुआवजे की मांग

अखिल भारतीय धोबी महासंघ पलामू के जिला अध्यक्ष कृष्णा बैठा ने इस घटना को “अत्यंत दुखद एवं असहनीय” बताते हुए गहरा शोक प्रकट किया। उन्होंने कहा:

“यह पूरी तरह से लापरवाही का नतीजा है। पथ परिवहन विभाग उत्तर प्रदेश को इसकी जिम्मेदारी लेनी चाहिए और मृतक के परिवार को एक करोड़ रुपए का मुआवजा देना चाहिए, ताकि उनके माता-पिता, पत्नी और बच्चों का भरण-पोषण हो सके।”

पीड़ित परिवार के समर्थन में उमड़ा समाज

इस शोकदायक घटना पर अखिल भारतीय धोबी महासंघ पलामू के दर्जनों पदाधिकारी और सदस्य एकजुट दिखे।

दुख व्यक्त करने वालों में शामिल हैं:

न्यूज़ देखो : न्याय और जवाबदेही की मांग जरूरी

न्यूज़ देखो इस दुखद घटना पर गहरी संवेदना प्रकट करता है और यह अपील करता है कि जनता की सुरक्षा के प्रति लापरवाही बरतने वाले विभागों को जवाबदेह बनाया जाए।

सरकार से अनुरोध है कि परिवार को समुचित आर्थिक सहायता और न्याय दिलाया जाए, ताकि भविष्य में इस तरह की घटनाएं न दोहराई जाएं।

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