
#गढ़वा #विकासकार्यनिगरानी — तालाब सौंदर्यीकरण और पीसीसी सड़क निर्माण कार्य की जांच, गुणवत्ता पर एसडीएम की सख्ती
- वार्ड 3 में तालाब सौंदर्यीकरण कार्य की गुणवत्ता जांची गई
- वार्ड 11 खजुरी में पीसीसी सड़क निर्माण की भी की गई समीक्षा
- विधायक की शिकायत पर जिला से मिला था जांच का आदेश
- एसडीएम ने निर्माण सामग्री, चौड़ाई-मोटाई की ली तकनीकी जानकारी
- जांच रिपोर्ट जिला पदाधिकारियों को सौंपी जाएगी, लापरवाही पर होगी कार्रवाई
शिकायत के बाद योजनाओं की जांच को पहुंचे एसडीएम
गढ़वा जिले के सदर एसडीएम संजय कुमार ने शुक्रवार को मझिआंव नगर पंचायत क्षेत्र में चल रही दो महत्वपूर्ण विकास योजनाओं की जांच की। यह जांच स्थानीय विधायक नरेश प्रसाद सिंह द्वारा की गई शिकायत के आलोक में जिला प्रशासन द्वारा दिए गए निर्देश के तहत की गई।
तालाब सौंदर्यीकरण कार्य की गुणवत्ता की हुई जांच
पहले निरीक्षण के तहत वार्ड संख्या 3 में चल रहे तालाब सौंदर्यीकरण कार्य की विस्तृत समीक्षा की गई। इस योजना में बाउंड्री वॉल निर्माण समेत सौंदर्यीकरण से संबंधित कार्य शामिल हैं। एसडीएम ने मौके पर काम की प्रगति, निर्माण की गुणवत्ता और भुगतान की स्थिति को लेकर अधिकारियों से बातचीत की।
खजुरी की पीसीसी सड़क पर भी लिया जायजा
इसके बाद वार्ड संख्या 11, खजुरी में हाल ही में बने पीसीसी सड़क का निरीक्षण किया गया। एसडीएम ने मौके पर जाकर सड़क की लंबाई, चौड़ाई, मोटाई और निर्माण सामग्री की जांच की। साथ ही नगर पंचायत के तकनीकी कर्मचारियों और अंचल पदाधिकारी प्रमोद कुमार से भी विस्तार से पूछताछ की गई।
एसडीएम संजय कुमार ने कहा: “गुणवत्ता से कोई समझौता नहीं होगा। यदि कहीं भी अनियमितता पाई गई, तो संबंधित एजेंसियों के विरुद्ध सख्त अनुशंसा की जाएगी।”
समय पर योजनाओं के पूरा करने का निर्देश
निरीक्षण के दौरान नगर पंचायत के कार्यपालक पदाधिकारी शैलेश कुमार समेत अन्य संबंधित अधिकारी भी मौजूद थे। एसडीएम ने सभी अधिकारियों को स्पष्ट निर्देश दिए कि योजनाओं की गुणवत्ता सुनिश्चित करते हुए कार्यों को तय समय सीमा में पूरा किया जाए।
गौरतलब है कि इन दोनों योजनाओं को क्रमशः 15वें वित्त आयोग और नगर विकास विभाग के पथ परिवहन मद से स्वीकृति प्राप्त है, और नगर पंचायत द्वारा क्रियान्वित किया जा रहा है।

न्यूज़ देखो: ज़मीनी सच्चाई की पड़ताल में प्रशासन की सक्रियता
जनप्रतिनिधि की शिकायत पर मझिआंव में की गई यह जांच साबित करती है कि अब विकास योजनाएं कागज़ों तक सीमित नहीं, बल्कि मौके पर जाकर निगरानी की जा रही है। ‘न्यूज़ देखो’ ऐसे प्रयासों को सराहता है और उम्मीद करता है कि जवाबदेही और पारदर्शिता की ये प्रक्रिया हर जिले में अपनाई जाएगी।
हर खबर पर रहेगी हमारी नजर।
सुनिश्चित करें कि विकास कार्य केवल नाम के लिए नहीं, गुणवत्ता और जनता के हित में हो। यदि आपको भी अपने क्षेत्र में ऐसे किसी निर्माण कार्य या योजना में अनियमितता दिखे, तो आवाज उठाएं।
अपने विचार कमेंट करें, आर्टिकल को रेट करें और शेयर करें।