
#गढ़वा #पीडीएस_जांच : एसडीएम संजय कुमार ने मेराल व डंडई प्रखंड की तीन राशन दुकानों का निरीक्षण किया, एक दुकान में गंभीर शिकायतें सामने आईं
- सदर एसडीएम संजय कुमार ने 3 पीडीएस दुकानों का औचक निरीक्षण किया।
- मेराल प्रखंड की दो दुकानों में स्थिति संतोषजनक पाई गई।
- लवाही कला, डंडई की दुकान ताला-बंद, बाहर टेंट हाउस का बोर्ड मिलने से संदेह गहरा।
- ग्रामीणों ने घटतौली, देरी से वितरण और काला बाजारी की शिकायतें कीं।
- वीडियो साक्ष्य भी एसडीएम को सौंपे गए, रिपोर्ट वरिष्ठ अधिकारियों को भेजी जा रही है।
गढ़वा जिले में सार्वजनिक वितरण प्रणाली की स्थिति का आकलन करने के उद्देश्य से सदर एसडीएम संजय कुमार ने आज मेराल और डंडई प्रखंड की कुल तीन पीडीएस दुकानों का औचक निरीक्षण किया। जांच के दौरान एसडीएम ने लाभुकों से सीधे बातचीत कर फीडबैक लिया और दुकानों के अभिलेखों की गहन पड़ताल की। मेराल प्रखंड की गेरूआ स्थित चूल्हन सिंह की दुकान और जहिर शरीफ स्थित महिला समूह द्वारा संचालित दुकान में संचालन व्यवस्था संतोषजनक मिली, जहाँ न तो कोई बड़ी शिकायत दर्ज हुई और न ही रिकॉर्ड में अनियमितताएँ पाई गईं।
लवाही कला की पीडीएस दुकान में फिर खुलीं अनियमितताएँ
निरीक्षण के दौरान डंडई प्रखंड की लवाही कला में रानी महिला विकास समिति की श्रद्धा देवी द्वारा संचालित पीडीएस दुकान ताला-बंद मिली। इससे न केवल संचालन की पारदर्शिता पर प्रश्न खड़े हुए, बल्कि दुकान के बाहर टेंट हाउस का बोर्ड लगा होना भी संदेह को और गहरा करता है। ग्रामीणों ने मौके पर एसडीएम को बताया कि उन्हें निर्धारित 35 किलो की जगह केवल 30 किलो राशन दिया जाता है। कई लोगों ने समय पर राशन नहीं मिलने और दुकान के सामान को निजी बाजार में बेचने के आरोप भी लगाए। कुछ ग्रामीणों ने इन अनियमितताओं के वीडियो साक्ष्य प्रस्तुत करते हुए कार्रवाई की मांग की।
पूर्व जांच में भी मिली थीं गड़बड़ियाँ
यह दुकान पहले भी जांच के दायरे में आ चुकी है। पिछली जाँच में गंभीर अनियमितताएँ मिलने के बाद एसडीएम ने जिला आपूर्ति पदाधिकारी को रिपोर्ट भेजी थी। नई शिकायतों और ताजा निरीक्षण के आधार पर अब मामले को दोबारा वरिष्ठ अधिकारियों को भेजा जा रहा है, ताकि आवश्यक विभागीय कार्रवाई सुनिश्चित हो सके।
खाद्य सुरक्षा पर समझौता नहीं: एसडीएम
एसडीएम संजय कुमार ने स्पष्ट कहा कि पीडीएस दुकानों का संचालन सीधे तौर पर गरीबों की खाद्य सुरक्षा से जुड़ा है। किसी भी स्तर पर घटतौली, हेराफेरी या लापरवाही को बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। उन्होंने अधिकारियों से सतत निगरानी और कठोर कार्रवाई के निर्देश दिए।

न्यूज़ देखो: खाद्य सुरक्षा की जिम्मेदारी—निगरानी और पारदर्शिता सबसे जरूरी
जनता की थाली से जुड़े सवालों में लापरवाही सीधे जनहित पर प्रहार है। ऐसी व्यवस्थाओं की नियमित समीक्षा और सख्त कार्रवाई समय की मांग है।
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जागरूकता से ही बदलेंगे हालात
अब समय है कि हर नागरिक अपनी आवाज़ मजबूत करे और अनियमितताओं की जानकारी प्रशासन तक पहुँचाए। अपनी राय कॉमेंट में जरूर दें और इस खबर को शेयर करें ताकि जागरूकता फैले।





