
#गढ़वा #जलजमाव : एसडीएम ने प्रभावित इलाकों का दौरा कर राहत कार्य तेज करने का आदेश दिया
- सदर एसडीएम संजय कुमार ने लगमा व चिनिया रोड क्षेत्रों का निरीक्षण किया।
- 15-20 घरों में पानी घुसने पर जेसीबी से जल निकासी कराई गई।
- अंचलाधिकारी और बीडीओ को राहत व पुनर्वास के निर्देश।
- विद्यालयों में बच्चों की परेशानी पर नगर परिषद और पथ प्रमंडल को चेताया।
- एसडीएम बोले: “समस्या अव्यवस्थित जल निकासी तंत्र की वजह से बढ़ी”।
गढ़वा शहर में लगातार बारिश के बाद जल-जमाव की समस्या ने प्रशासन को अलर्ट कर दिया है। रविवार को सदर एसडीएम संजय कुमार ने प्रभावित इलाकों का दौरा किया और मौके पर त्वरित कार्रवाई शुरू करवाई।
लगमा में 20 घरों तक पानी घुसा, राहत कार्य शुरू
लगमा गांव के पास पानी भरने से 15-20 घर प्रभावित हो गए। स्थिति की जानकारी मिलते ही एसडीएम खुद मौके पर पहुंचे और प्रभावित परिवारों से बातचीत की। उन्होंने तत्काल जेसीबी मशीन लगाकर जल निकासी का कार्य शुरू करवाया।

संजय कुमार ने अंचलाधिकारी और बीडीओ को निर्देश दिया कि जरूरत पड़ने पर प्रभावित लोगों को नजदीकी सरकारी भवनों में सुरक्षित स्थान पर ले जाया जाए। साथ ही, पात्र बुजुर्गों और अक्षम लोगों को तुरंत राशन और जरूरी सुविधा उपलब्ध कराने का आदेश दिया।
सदर एसडीएम संजय कुमार ने कहा: “किसी भी हाल में प्रभावित परिवारों को बिना मदद के नहीं छोड़ा जाएगा। राहत और स्थायी समाधान दोनों पर एक साथ काम हो रहा है।”
निरीक्षण के समय पंचायत मुखिया शरीफ अंसारी, राजस्व निरीक्षक और अंचल कार्यालय के कर्मचारी भी मौजूद थे।
चिनिया रोड पर जल-जमाव से बच्चों को हो रही परेशानी
एसडीएम ने शिव मंदिर (चिनिया रोड) के पास भी जल-जमाव का जायजा लिया, जहां दो बड़े विद्यालयों के बच्चों को आवागमन में कठिनाई हो रही है। उन्होंने कार्यपालक अभियंता, पथ प्रमंडल और नगर परिषद गढ़वा को निर्देशित किया कि आपसी समन्वय से इस समस्या का जल्द समाधान करें।
एसडीएम ने साफ कहा कि यह सिर्फ बारिश का मुद्दा नहीं है, बल्कि अव्यवस्थित और अनियोजित जल निकासी तंत्र का नतीजा है। सड़क निर्माण के समय इस समस्या पर ध्यान नहीं दिया गया, जिससे हालात गंभीर हो गए हैं।
विभागों को चेतावनी: प्राथमिकता पर काम करें
एसडीएम ने स्पष्ट किया कि शहर की जल निकासी की जिम्मेदारी नगर परिषद की है, जबकि सड़क निर्माण में पथ प्रमंडल की भूमिका रही है। इसलिए दोनों विभाग समन्वय से तुरंत कार्रवाई करें। उन्होंने कहा कि यह काम सर्वोच्च प्राथमिकता पर पूरा होना चाहिए, ताकि भविष्य में ऐसी स्थिति दोबारा न उत्पन्न हो।



न्यूज़ देखो: बारिश में नाकाम निकासी तंत्र की हकीकत
गढ़वा में हुई बारिश ने यह दिखा दिया कि अव्यवस्थित जल निकासी व्यवस्था किस तरह आम लोगों की जिंदगी को प्रभावित करती है। एसडीएम का त्वरित एक्शन राहत की उम्मीद जगाता है, लेकिन यह स्थायी समाधान की दिशा में प्रशासनिक जवाबदेही का भी बड़ा सबक है।
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जागरूक नागरिकता से ही आएगा बदलाव
जल-जमाव की समस्या को खत्म करने के लिए प्रशासनिक सख्ती के साथ-साथ नागरिकों का सहयोग भी जरूरी है। अपनी राय नीचे कमेंट करें और इस खबर को शेयर करें, ताकि गढ़वा में बेहतर शहरी योजना पर सबकी नज़र बनी रहे।