
#गढ़वा #मुसहरटोलाविकास – बाना गांव में एसडीएम संजय कुमार की पहल से मुसहर परिवारों को मिला पक्का आवास का सपना
- गढ़वा एसडीएम संजय कुमार ने बाना के मुसहर टोला में खुद फावड़ा चलाकर नींव खुदाई की शुरुआत की
- 24 घंटे के अंदर बीडीओ मेराल ने आवास निर्माण के लिए लिया त्वरित निर्णय
- दो परिवारों – रामस्वरूप मुसहर और मनोज मुसहर के लिए आवास का हुआ लेआउट
- अवैध कब्जे के बाद भी 1 एकड़ से अधिक जमीन को संरक्षित कर निर्माण की पहल
- स्थानीय ग्रामीणों की मौजूदगी में नींव रखते समय लाभुकों को बांटा गया मिष्ठान
दो दिन पहले हुआ था दौरा, अब जमीन पर उतरी पहल
गढ़वा के एसडीएम संजय कुमार ने दो दिन पूर्व मेराल प्रखंड के बाना गांव स्थित मुसहर टोली का निरीक्षण किया था। निरीक्षण के दौरान उन्होंने देखा कि तीन मुसहर परिवार अस्थायी झोपड़ियों में रह रहे हैं, जबकि उनकी जमीन पर कुछ अन्य जातियों द्वारा अवैध कब्जा कर निर्माण कर लिया गया है।
उन्होंने तत्काल अंचलाधिकारी यशवंत नायक को निर्देशित किया कि शेष बची एक एकड़ जमीन को सुरक्षित किया जाए, और बीडीओ मेराल को यह जिम्मेदारी दी कि मुसहर परिवारों को तत्काल पक्का आवास उपलब्ध कराया जाए।
24 घंटे में नींव रखने की मिसाल
एसडीएम के निर्देश पर बीडीओ ने रामस्वरूप मुसहर और मनोज मुसहर के लिए पक्के आवास निर्माण का लेआउट तय किया। मात्र 24 घंटे के भीतर कार्रवाई करते हुए आवास निर्माण की प्रक्रिया शुरू कर दी गई, और आज स्वयं एसडीएम ने नींव खुदाई में श्रमदान करते हुए इसकी शुरुआत की।
खुद चलाया फावड़ा, मुसहर परिवारों के चेहरों पर आई मुस्कान
शनिवार को एसडीएम संजय कुमार दोबारा मुसहर टोली पहुंचे, जहां उन्होंने लाभुकों की मौजूदगी में खुद फावड़ा चलाकर नींव खुदाई शुरू की।
“हम चाहते हैं कि समाज के सबसे वंचित तबकों को भी सम्मानपूर्वक जीने का अधिकार मिले। यही उद्देश्य लेकर हम कार्य कर रहे हैं।” — संजय कुमार, एसडीएम
लाभुक मनोज मुसहर भी खुद फावड़ा उठाकर अपनी नींव की खुदाई में जुट गए, और गांव के बच्चे, बुजुर्ग, महिलाएं – सभी के चेहरे पर अपने पक्के घर का सपना साकार होता देखकर खुशी छलक उठी।
स्थानीय जनप्रतिनिधियों की उपस्थिति
इस कार्यक्रम के दौरान पूर्व मुखिया विजय सिंह, रामा राम, रविन्द्र कुमार सहित बड़ी संख्या में ग्रामीण उपस्थित थे। एसडीएम ने सभी को इस सहयोग के लिए धन्यवाद दिया और कहा कि यह पहल आगे भी जारी रहेगी और सभी पात्रों को आवास सुनिश्चित किया जाएगा।



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‘न्यूज़ देखो’ जमीनी स्तर पर ऐसे ही ठोस और संवेदनशील प्रशासनिक प्रयासों की रिपोर्टिंग करता है, जहां नीति नहीं, नीयत भी साफ दिखती है। बाना गांव में मुसहर परिवारों के लिए पक्के आवास की नींव सिर्फ ईंट-पत्थर की नहीं, बल्कि सम्मान, समावेश और उम्मीद की बुनियाद है।
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