
#गढ़वा #कालाबाजारी : कांडी बाजार में छापेमारी के दौरान एसडीएम संजय कुमार ने गोदाम से भारी मात्रा में यूरिया बरामद कर गोदाम को सील कराया
- एसडीएम संजय कुमार ने कांडी प्रखंड में छापेमारी की।
- 225 बोरा यूरिया अवैध रूप से गोदाम में छिपाकर रखा गया था।
- दुकानदार ने पहले गुमराह करने का प्रयास किया, बाद में माना कि स्टॉक उसका ही है।
- ग्रामीणों ने बताया कि यूरिया की कालाबाजारी ₹1000 में पैकेज के रूप में की जा रही थी।
- मौके पर ही गोदाम सील कर कार्रवाई का निर्देश संबंधित अधिकारियों को दिया गया।
रविवार को गढ़वा जिले के कांडी प्रखंड मुख्य बाजार स्थित आयुष खाद बीज भंडार पर छापेमारी में खाद बीज की कालाबाजारी का बड़ा खुलासा हुआ। अनुमंडल पदाधिकारी संजय कुमार के नेतृत्व में हुई इस कार्रवाई के दौरान दुकानदार संजय कुमार प्रसाद की दुकान के पीछे बने एक गोदाम से 225 बोरा यूरिया अवैध रूप से बरामद हुआ। इस कार्रवाई ने क्षेत्र में हड़कंप मचा दिया और स्थानीय लोग मौके पर बड़ी संख्या में जुट गए।
छापेमारी का पूरा घटनाक्रम
गढ़वा अनुमंडल पदाधिकारी संजय कुमार खाद बीज की कालाबाजारी को लेकर रविवार को छापेमारी अभियान पर निकले। इसी क्रम में कांडी बाजार स्थित आयुष खाद बीज भंडार की जांच के दौरान दुकान के पीछे एक संदिग्ध गोदामनुमा कमरे पर अधिकारियों की नजर गई। दरवाजे की चौखट से मोबाइल घुसाकर की गई वीडियो रिकॉर्डिंग में पीले रंग की खाद की बोरियां स्पष्ट रूप से दिखीं। इसके बाद कांडी थाना प्रभारी मोहम्मद अशफ़ाक आलम की मौजूदगी में गोदाम खुलवाया गया तो 225 से अधिक बोरी यूरिया बरामद हुई।
दुकानदार का टालमटोल और स्वीकारोक्ति
पूछताछ में दुकानदार संजय कुमार प्रसाद ने पहले गुमराह करने का प्रयास किया। उसने कभी कहा कि यह माल डालटनगंज के किसी व्यक्ति का है, तो कभी दावा किया कि यह राजेश शुक्ला का है। लेकिन जब उससे पूछा गया कि गोदाम की चाबी उसके पास क्यों है, तो उसने अंततः स्वीकार किया कि यह स्टॉक उसका ही है। दुकानदार ने माना कि उसने यह स्टॉक लगभग दो महीने पहले सेठी स्टोर से लिया था और बेचने की बजाय ऑनलाइन व ऑफलाइन दोनों जगह स्टॉक शून्य दिखा दिया।
ग्रामीणों के आरोप और कालाबाजारी की सच्चाई
छापेमारी की खबर सुनते ही बड़ी संख्या में ग्रामीण मौके पर पहुंच गए। ग्रामीणों ने बताया कि दुकानदार किसानों को जबरन यूरिया और जाइम का पैकेज बनाकर बेच रहा था। शिवरी निवासी ललन पासवान और रतनगढ़ निवासी राकेश कुमार सिंह ने एसडीएम के सामने कहा कि चार दिन पहले ही दुकानदार ने उन्हें ₹500 में यूरिया की एक बोरी और ₹500 में जाइम की बाल्टी दी थी। ग्रामीणों ने शिकायत की कि दुकानदार ₹1000 में किसानों को यह पैकेज थमा रहा था, जबकि सामान्य कीमत इससे काफी कम है।
प्रशासन की त्वरित कार्रवाई
स्थिति की गंभीरता देखते हुए एसडीएम संजय कुमार ने मौके पर ही गोदाम को सील करा दिया। गोदाम की चाबी कांडी प्रखंड के नाजिर को सौंप दी गई। साथ ही उन्होंने कांडी के अंचल अधिकारी को निर्देश दिया कि खाद विक्रेता के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज कराई जाए और जिला कृषि पदाधिकारी (डीएओ) को आदेश दिया कि स्टॉक को अपने अधीन लेकर नियमानुसार निस्तारण करें।
एसडीएम संजय कुमार ने कहा: “उपायुक्त के निर्देश पर पूरे जिले में खाद–बीज की कालाबाजारी रोकने हेतु लगातार अभियान चलाया जा रहा है। किसानों का हक मारकर लालचवश कालाबाजारी करने वाले बख्शे नहीं जाएंगे।”
मौके पर उपस्थित लोग
इस पूरी कार्रवाई के दौरान कांडी थाना पुलिस बल की टीम मौजूद रही। साथ ही स्थानीय ग्रामीण भी बड़ी संख्या में पहुंचे और प्रशासन की कार्रवाई पर संतोष जताया। ग्रामीणों ने कहा कि लंबे समय से खाद की कालाबाजारी चल रही थी, जिससे किसानों को समय पर खाद नहीं मिल पा रही थी। उन्होंने एसडीएम की सख्त कार्रवाई की प्रशंसा की।



न्यूज़ देखो: कालाबाजारी पर प्रशासन का शिकंजा
गढ़वा में हुई इस कार्रवाई से स्पष्ट है कि प्रशासन अब खाद बीज की कालाबाजारी पर पूरी तरह गंभीर है। किसानों के हक की रक्षा और पारदर्शी वितरण सुनिश्चित करने के लिए ऐसे छापेमारी अभियान जारी रहना बेहद जरूरी है। यह कार्रवाई कालाबाजारी करने वालों के लिए चेतावनी है कि अब किसी भी स्तर पर लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जाएगी।
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किसानों का हक सुरक्षित रखना हम सबकी जिम्मेदारी
खाद बीज की कालाबाजारी सीधे किसानों के भविष्य और फसल उत्पादन को प्रभावित करती है। अब समय है कि हम सभी जागरूक नागरिक के रूप में ऐसी गड़बड़ियों की सूचना प्रशासन को दें। अपनी राय कमेंट करें और इस खबर को अधिक से अधिक लोगों तक पहुंचाएं ताकि किसानों का हक सुरक्षित रह सके।