#गढ़वा #अवैध_बालू : नदी किनारे छापेमारी, ट्रैक्टर ट्राली पलटकर भागे आरोपी
- सदर एसडीएम संजय कुमार ने बेलचंपा दानरो नदी किनारे की छापेमारी।
- दो ट्रैक्टर ट्राली अवैध बालू उत्खनन में संलिप्त मिले।
- आरोपी मुकेश पासवान और राजन साव पर निरोधात्मक कार्रवाई।
- छापेमारी के दौरान ट्राली पलटाकर भागे आरोपी, बालू जब्त।
- चौकीदार का पुत्र ही निकला अवैध उत्खनन में शामिल, मचा हड़कंप।
गढ़वा जिले के बेलचंपा क्षेत्र में गुरुवार को अवैध बालू उत्खनन के खिलाफ बड़ी कार्रवाई हुई। सदर एसडीएम संजय कुमार ने सुबह-सुबह दानरो नदी किनारे औचक छापेमारी की। मौके पर दो ट्रैक्टर ट्राली बालू उत्खनन करते हुए पकड़े गए। एसडीएम की गाड़ी देखते ही चालक ट्रैक्टर लेकर भागने लगे।
ट्राली पलट कर भागे आरोपी
कुम्हार टोली इलाके में घिरते देख एक ट्रैक्टर चालक ने बालू से भरी ट्राली पलट दी और ट्रैक्टर लेकर भागने में सफल रहा। वहीं दूसरे चालक ने आधी पलटी ट्रॉली छोड़ दी और पास में ट्रैक्टर खड़ा कर फरार हो गया। इस दौरान एक महिंद्रा ट्रैक्टर खाली ट्रॉली के साथ भाग गया।
स्थानीय लोगों से पूछताछ में पता चला कि ये ट्रैक्टर क्रमशः मुकेश पासवान और राजन साव के हैं। एसडीएम ने पलटी हुई बालू का जिम्मानामा स्थानीय चौकीदार बृज किशोर पासवान को सौंपा और पूरे मामले की जांच एवं आवश्यक कार्रवाई के लिए सदर अंचल अधिकारी और खनन विभाग को निर्देश दिया।
निरोधात्मक कार्रवाई
एसडीएम संजय कुमार ने बताया कि नदी तटीय क्षेत्रों में भारतीय नागरिक सुरक्षा संहिता (BNS) की धारा 163 के तहत निषेधाज्ञा लागू है। इसके बावजूद अवैध उत्खनन करने वाले लोग प्रथम दृष्टया आदतन माफिया माने जाएंगे।
इसी आधार पर दोनों आरोपियों मुकेश पासवान पिता बृज किशोर पासवान और राजन साव पिता गोपाल साव के खिलाफ BNS की धारा 126 के तहत निरोधात्मक कार्रवाई की गई।
चौकीदार का पुत्र निकला आरोपी
पूरे मामले में चौंकाने वाली बात यह रही कि आरोपियों में से एक मुकेश पासवान स्थानीय चौकीदार बृज किशोर पासवान का पुत्र है। चौकीदार का कर्तव्य था कि वह अवैध उत्खनन की सूचना प्रशासन को दे, लेकिन उसके ही बेटे के संलिप्त पाए जाने से प्रशासनिक हलकों में हड़कंप मच गया है।
एसडीएम ने इस मामले में अंचल अधिकारी और थाना प्रभारी को आवश्यक कार्रवाई करने का सख्त निर्देश दिया है।



न्यूज़ देखो: अवैध खनन पर प्रशासन का कड़ा रुख
यह छापेमारी दिखाती है कि प्रशासन अब अवैध खनन के खिलाफ किसी तरह की ढिलाई बरतने को तैयार नहीं है। चौकीदार के बेटे तक के खिलाफ कार्रवाई इस बात का संकेत है कि कानून सबके लिए बराबर है।
हर खबर पर रहेगी हमारी नजर।
समय है अवैध खनन के खिलाफ जागरूकता का
यह घटना साबित करती है कि अवैध खनन न केवल पर्यावरण को नुकसान पहुंचाता है बल्कि समाज में अपराध और भ्रष्टाचार को भी बढ़ावा देता है। अब समय है कि हम सब मिलकर ऐसे कार्यों के खिलाफ आवाज उठाएं। अपनी राय कॉमेंट करें और इस खबर को शेयर करें ताकि संदेश और जागरूकता दूर-दूर तक पहुंचे।