
#गढ़वा #डूबक्षेत्र : एसडीएम संजय कुमार ने रंका प्रखंड के सिंंजो गाँव पहुँचकर डूब क्षेत्र की जमीनी स्थिति का जायजा लिया और राहत उपायों पर चर्चा की
- सदर एसडीएम संजय कुमार ने शनिवार को किया औचक निरीक्षण।
- अन्नराज डैम कैचमेंट एरिया में बसे सिंंजो गाँव के कई टोले जलमग्न।
- स्थानीय ग्रामीणों से सीधा संवाद कर समस्याओं की जानकारी ली गई।
- उत्तरी टोला सबसे ज्यादा प्रभावित बताया गया।
- आवागमन के लिए ग्रामीण नाव और ट्यूब का कर रहे उपयोग।
- अधिकारियों ने लाइफ जैकेट उपलब्ध कराने और सरकारी योजनाओं से लाभ दिलाने का भरोसा दिया।
गढ़वा सदर अनुमंडल पदाधिकारी संजय कुमार शनिवार को रंका प्रखंड के सिंंजो गाँव के डूब क्षेत्र का निरीक्षण करने पहुँचे। पिछले कई दिनों से लगातार मीडिया में शिकायतें सामने आ रही थीं कि गाँव के कई टोले जलमग्न हो चुके हैं और ग्रामीण बाहरी दुनिया से कट गए हैं। इस गंभीर परिस्थिति को देखते हुए एसडीएम स्वयं गाँव पहुँचे और स्थिति का जायजा लिया।
एसडीएम का गाँव भ्रमण
निरीक्षण के दौरान संजय कुमार ने अन्नराज डैम कैचमेंट एरिया में बने सिंंजो गाँव का दौरा किया। उन्होंने ग्रामीणों से सीधा संवाद कर जलभराव की वजह से उत्पन्न समस्याओं के बारे में विस्तार से जानकारी प्राप्त की। एसडीएम ने स्कूली छात्रों, किसानों, बुजुर्गों और कामकाजी युवाओं से भी फीडबैक लिया।
संजय कुमार ने कहा: “ग्रामीणों की सुरक्षा सर्वोच्च प्राथमिकता है। जल्द ही लाइफ जैकेट उपलब्ध कराने और आवश्यक राहत उपाय सुनिश्चित करने का प्रयास किया जाएगा।”
गाँव की समस्याएँ और माँगें
ग्रामीणों ने बताया कि गाँव में कुल चार टोले हैं— मध्य टोला, पूर्वी टोला, पश्चिमी टोला और उत्तरी टोला। इनमें उत्तरी टोला सबसे अधिक प्रभावित है। जलभराव की वजह से सभी टोले आपस में नाव या ट्यूब के सहारे जुड़ते हैं, जिससे हर समय खतरा बना रहता है।
कुछ ग्रामीणों ने बताया कि हाथियों का गाँव में आना भी उनकी समस्याओं को बढ़ा देता है। उन्होंने गाँव तक मुख्य मार्ग से सीधा पहुँच मार्ग बनाए जाने की माँग रखी।
अधिकारियों और जनप्रतिनिधियों की मौजूदगी
एसडीएम के गाँव पहुँचने की सूचना मिलते ही रंका प्रखंड विकास पदाधिकारी शुभम बेला टोपनो, अंचल अधिकारी शिवपूजन तिवारी और मुखिया प्रतिनिधि पप्पू यादव भी मौके पर पहुँचे। सभी ने मिलकर ग्रामीणों से संवाद किया और संभावित समाधान पर विचार किया।
शिक्षा की स्थिति का आकलन
निरीक्षण के दौरान एसडीएम ने गाँव के प्राथमिक विद्यालय का भी दौरा किया। उन्होंने बच्चों से बातचीत की और शिक्षक हीरामन कोरवा से शैक्षणिक स्तर की जानकारी ली। ज्ञात हुआ कि गाँव की कुल जनसंख्या लगभग 800 है, जिसमें बड़ी संख्या पीवीटीजी और ओबीसी समुदाय की है।
आश्वासन और भविष्य की पहल
एसडीएम संजय कुमार ने भरोसा दिलाया कि सिंंजो गाँव के प्रभावित लोगों को जल्द ही सरकारी योजनाओं से जोड़ने का काम किया जाएगा। साथ ही, सुरक्षा और राहत उपायों को प्राथमिकता देते हुए हर संभव पहल की जाएगी।
न्यूज़ देखो: जलमग्न गाँवों की सुध लेना प्रशासन की जिम्मेदारी
यह औचक निरीक्षण यह दर्शाता है कि ग्रामीण समस्याओं की वास्तविकता को जानने के लिए जमीनी स्तर पर पहुँचना कितना जरूरी है। सिंंजो जैसे गाँवों की समस्याएँ केवल कागज़ पर समाधान नहीं हो सकतीं, इनके लिए ठोस कदम और त्वरित राहत कार्य आवश्यक हैं।
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समाधान की ओर पहला कदम
सिंंजो गाँव का निरीक्षण प्रशासनिक संजीदगी की मिसाल है, लेकिन यह तभी सार्थक होगा जब वादे धरातल पर उतरें। अब समय है कि हम सब ग्रामीण विकास और सुरक्षा पर ध्यान केंद्रित करें। अपनी राय कमेंट में दें, इस खबर को साझा करें और जागरूकता फैलाएँ।