
#दुलदुलवा #SDM_का_गांव – ग्रामीणों के सहयोग से बदली गांव की तस्वीर, शराबबंदी को लेकर घर-घर अभियान की तैयारी
- एसडीएम संजय कुमार ने रविवार को किया दुलदुलवा गांव का औचक निरीक्षण
- अवैध शराब पर ग्रामीणों से लिया फीडबैक, बंद हो चुकी हैं सार्वजनिक भट्टियां
- घर में चोरी-छुपे शराब बनाने वालों पर होगी महिला पुलिस के साथ कार्रवाई
- स्वास्थ्य समस्याओं को देखते हुए इस सप्ताह लगेगा विशेष स्वास्थ्य जांच शिविर
- पीडीएस दुकान की ग्रामीणों की शिकायत पर की छापेमारी, राशन वितरण में गड़बड़ी उजागर
- डीलर ने मार्च का राशन न देने की बात मानी, कार्रवाई की जाएगी
- स्थानीय सहयोग से शराब निर्माण, आपूर्ति और कच्चे माल की बिक्री पर लगभग पूर्ण विराम
शराबबंदी को लेकर ग्रामीणों के साथ संवाद
सदर अनुमंडल पदाधिकारी संजय कुमार ने रविवार को गढ़वा प्रखंड के दुलदुलवा गांव का निरीक्षण किया। इस दौरान उन्होंने अलग-अलग मोहल्लों में जाकर ग्रामीणों से बातचीत की और अवैध शराब बंदी पर फीडबैक लिया।
ग्रामीणों ने बताया कि गांव में अब खुलेआम कोई भी शराब की भट्ठी नहीं चल रही, लेकिन कुछ लोग अब भी घर के अंदर चोरी-छुपे शराब बना रहे हैं। इस पर सुझाव दिया गया कि महिला पुलिस और महिला स्वयं सहायता समूह की मदद से घर-घर तलाशी अभियान चलाया जाए।
अब बदली-बदली सी दिख रही है गांव की तस्वीर
ग्रामीणों ने बताया कि एसडीएम के लगातार प्रयासों से गांव में पहले जैसी शराब की गतिविधियां लगभग समाप्त हो चुकी हैं। पहले जहां हर गली में शराब की भट्टियां धधकती थीं, अब वैसी कोई गतिविधि नहीं है। स्थानीय लोगों का कहना है कि वे अब खुद भी महुआ, गुड़, लकड़ी जैसी सामग्रियों की बिक्री और आपूर्ति पर रोक लगाने में सहयोग कर रहे हैं।
स्वास्थ्य के लिए विशेष जांच शिविर की घोषणा
गांव में कुपोषण और स्वास्थ्य समस्याओं को देखते हुए ग्रामीणों ने स्वास्थ्य शिविर की मांग की। इस पर एसडीएम ने आश्वस्त किया कि इसी सप्ताह एक वृहद निःशुल्क स्वास्थ्य जांच शिविर आयोजित किया जाएगा। इसका उद्देश्य केवल इलाज नहीं, बल्कि गांव के स्वास्थ्य स्तर का समग्र मूल्यांकन करना भी होगा।
पीडीएस डीलर पर गिरी गाज, हुई छापेमारी
देवी धाम मंदिर के पास ग्रामीणों की शिकायत पर एसडीएम ने पीडीएस दुकान की तत्काल छापेमारी की। शिकायत थी कि मार्च माह का अंगूठा लगवाने के बावजूद राशन नहीं मिला।
डीलर ने पूछताछ में राशन न देने की बात स्वीकार की, साथ ही सफाई दी कि उन्होंने एमओ को पत्र भेजा है। कम राशन वितरण की शिकायत भी आंशिक रूप से सही पाई गई। एसडीएम ने कहा कि “दुकान में जो भी अनियमितताएं मिली हैं, उनकी रिपोर्ट वरीय पदाधिकारियों को भेजी जाएगी।”
गांव में स्वयं पहल कर रहे हैं लोग, बनी मिसाल
दुलदुलवा गांव, जो कभी अवैध शराब निर्माण के लिए बदनाम था, अब नागरिक सहभागिता से एक आदर्श बदलाव की ओर बढ़ रहा है।
संजय कुमार ने कहा, “मैं खुद भी इस गांव की बदलती तस्वीर से उत्साहित हूं। ग्रामीण जिस प्रकार खुद से प्रयास कर रहे हैं, वह प्रशंसनीय है। यदि कोई घरों में चोरी-छुपे शराब बना रहा है, तो उस पर भी कड़ी कार्रवाई की जाएगी।”

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न्यूज़ देखो का मकसद सिर्फ खबर देना नहीं, बल्कि जमीनी हकीकत को सामने लाना और समाधान की दिशा में पहल करने वालों को पहचान दिलाना है। दुलदुलवा गांव जैसे उदाहरण यह साबित करते हैं कि प्रशासनिक इच्छाशक्ति और ग्रामीण जागरूकता मिलकर कोई भी बदलाव संभव बना सकती है।
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