
#महुआडांड़ #वज्रपात : गढ़बुडनी गांव में वज्रपात की चपेट में आए किसान, दो दिनों में दूसरी जान गई
- महुआडांड़ प्रखंड में लगातार दूसरे दिन वज्रपात की घटना।
- गढ़बुडनी निवासी कुलदीप टोप्पो (38 वर्ष) की खेत में काम करते वक्त मौत।
- मृतक अपने पीछे पत्नी, 2 साल की बेटी और 7 साल का बेटा छोड़ गए।
- हादसे के बाद पूरे गांव में शोक की लहर, परिवार बेहाल।
- प्रशासन ने राहत राशि देने की प्रक्रिया शुरू करने की बात कही।
महुआडांड़ प्रखंड में आसमान से मौत बरसी और दूसरी बार वज्रपात ने एक परिवार को मातम में डुबो दिया। रविवार को गढ़बुडनी गांव निवासी कुलदीप टोप्पो खेत में काम कर रहे थे कि अचानक आसमान से गिरी बिजली उनकी जिंदगी लील गई। प्रत्यक्षदर्शियों ने बताया कि दोपहर में अचानक मौसम बिगड़ा, तेज गर्जना हुई और देखते ही देखते बिजली गिरी। कुलदीप टोप्पो वहीं ढेर हो गए और उनकी मौके पर ही मौत हो गई।
गांव में पसरा मातम
कुलदीप टोप्पो अपने पीछे पत्नी, सात साल के बेटे और दो साल की मासूम बेटी को बेसहारा छोड़ गए। घटना की खबर जैसे ही गांव में फैली, हर कोई सन्न रह गया। लोगों ने बताया कि कुलदीप मेहनती और मददगार स्वभाव के इंसान थे। उनकी असमय मौत ने पूरे गांव को गहरे सदमे में डाल दिया है।
प्रशासन की पहल और राहत कार्य
हादसे की सूचना मिलते ही राजस्व विभाग की टीम गांव पहुंची और नुकसान का आकलन शुरू किया। अधिकारियों का कहना है कि मृतक परिवार को सरकारी प्रावधानों के तहत आपदा राहत राशि उपलब्ध कराई जाएगी। ग्रामीणों ने प्रशासन से मांग की है कि जल्द से जल्द मुआवजा दिया जाए, ताकि परिवार की आर्थिक मदद हो सके।
एक ग्रामीण ने कहा: “बिजली गिरने से मौत की घटनाएं लगातार हो रही हैं। सरकार को गांवों में जागरूकता अभियान चलाना चाहिए, ताकि लोग सुरक्षित रह सकें।”
न्यूज़ देखो: प्रकृति के कहर से सबक
लगातार हो रही वज्रपात की घटनाएं इस बात का संकेत हैं कि ग्रामीण इलाकों में जागरूकता और सुरक्षा उपायों की बेहद आवश्यकता है। लोगों को बारिश और गरज के दौरान खेतों और खुले स्थानों से दूर रहने की सलाह दी जाती है।
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जागरूकता ही बचाव है
वज्रपात जैसी प्राकृतिक आपदाओं से बचाव का सबसे कारगर उपाय है जागरूकता। हमें खुद भी सतर्क रहना होगा और अपने आस-पास के लोगों को भी सतर्क करना होगा। अपनी राय कॉमेंट करें और इस खबर को साझा करें ताकि अधिक लोग सुरक्षित रह सकें।