#बासुकीनाथधाम #ज्योतिमल्होत्रा_गिरफ्तारी — मंदिर परिसर में लगे CCTV, सुरक्षाबल तैनात, खुफिया एजेंसियां जांच में जुटीं
- बासुकीनाथ मंदिर में वीडियो शूट करने के बाद यूट्यूबर ज्योति मल्होत्रा पर जासूसी का गंभीर आरोप
- ज्योति द्वारा 2023 में शूट किया गया वीडियो गिरफ्तारी के बाद वायरल
- मंदिर परिसर में अतिरिक्त सुरक्षाबल और CCTV कैमरे लगाए गए
- जिला प्रशासन ने बासुकीनाथ और बैद्यनाथ मंदिर की सुरक्षा व्यवस्था को किया सख्त
- जरमुंडी थाना प्रभारी ने रात्रि प्रहरी सहित चौकस निगरानी की पुष्टि की
धार्मिक स्थलों की सुरक्षा को लेकर प्रशासन सतर्क
झारखंड की उपराजधानी दुमका से करीब 24 किमी दूर स्थित बासुकीनाथ मंदिर की सुरक्षा व्यवस्था को और सख्त कर दिया गया है। यह कदम यूट्यूबर ज्योति मल्होत्रा की गिरफ्तारी के बाद उठाया गया, जिनपर जासूसी के आरोप लगे हैं।
बासुकीनाथ धाम और देवघर के बैद्यनाथ धाम जैसे धार्मिक स्थलों की यात्रा कर वीडियो शूट करने के बाद उसका कंटेंट वायरल हो गया, जिससे सुरक्षा एजेंसियों की चिंता बढ़ी है।
वीडियो वायरल होने के बाद बढ़ा अलर्ट
ज्योति मल्होत्रा, जो हरियाणा की रहने वाली हैं, ने वर्ष 2023 में सुल्तानगंज से बैद्यनाथ धाम होते हुए बासुकीनाथ मंदिर तक की यात्रा के वीडियो बनाए और उन्हें यू-ट्यूब पर अपलोड किया।
ज्योति की गिरफ्तारी के बाद इन वीडियोज़ को लेकर चर्चा तेज हो गई है। खुफिया एजेंसियों का मानना है कि यह धार्मिक स्थलों की सुरक्षा के लिए खतरा हो सकता है।
मंदिर में CCTV और सुरक्षाकर्मी तैनात
बासुकीनाथ मंदिर की सुरक्षा व्यवस्था पर जरमुंडी थाना प्रभारी श्यामानंद मंडल ने बताया कि अब मंदिर में सीनियर पुलिस पदाधिकारी, जवान और रात्रि प्रहरी लगातार तैनात हैं।
मंदिर परिसर के साथ-साथ मेला क्षेत्र और प्रमुख स्थलों पर दर्जनों CCTV कैमरे लगाए गये हैं, जिससे हर गतिविधि पर नजर रखी जा सके।
“बासुकीनाथ मंदिर की सुरक्षा के लिए व्यापक इंतजाम किए गए हैं। पुलिस बल, रात्रि प्रहरी और आधुनिक निगरानी कैमरों के ज़रिए हम किसी भी अप्रिय घटना को रोकने के लिए तत्पर हैं।”
— श्यामानंद मंडल, थाना प्रभारी, जरमुंडी
‘न्यूज़ देखो’ का संदेश: आस्था के स्थलों की गरिमा बनाए रखें
‘न्यूज़ देखो’ आपसे अपील करता है कि धार्मिक स्थलों पर वीडियो बनाने से पहले स्थानीय प्रशासन और मंदिर ट्रस्ट की अनुमति जरूर लें।
देश की सुरक्षा से जुड़ी हर खबर को गंभीरता से लें और संदिग्ध गतिविधियों की सूचना तुरंत अधिकारियों तक पहुंचाएं।
हमारी आस्था के प्रतीकों की गरिमा और सुरक्षा, हम सभी की ज़िम्मेदारी है। आइए, सजग नागरिक बनें और देशहित में जागरूकता बढ़ाएं।