
#सिमडेगा #सेवा : मरीजों को फल, दवाइयाँ और सहयोग देकर मानवता की मिसाल
- कांग्रेस नेत्री सीमा सीता एक्का रांची रिम्स में मरीजों की करती हैं मदद।
- फल, दवाइयाँ और ज़रूरी सामान पहुंचाकर दिखाती हैं सेवा का जज़्बा।
- सड़क दुर्घटना में घायल छात्रों और ब्रेन ट्यूमर पीड़ित मरीज के परिवार को भी सहयोग।
- मरीजों के परिजनों से मिलकर उनकी समस्याएं सुनीं और दिलाया भरोसा।
- स्थानीय लोग बोले, उनका प्रयास समाज के लिए प्रेरणास्रोत।
सिमडेगा की कांग्रेस नेत्री सीमा सीता एक्का आज उन चेहरों में शुमार हैं, जिन्होंने सेवा को ही अपना धर्म बना लिया है। रांची स्थित रिम्स अस्पताल में जब भी सिमडेगा से कोई मरीज भर्ती होता है, सीमा सीता एक्का न केवल उनके हालचाल लेती हैं बल्कि उन्हें आवश्यक मदद भी उपलब्ध कराती हैं। गुरुवार को भी उन्होंने सड़क दुर्घटना में घायल डीएवी स्कूल के छात्रों और उनके परिजनों से मुलाकात की और उनकी हर संभव मदद की।
मरीजों के बीच सेवा की छवि
सीमा सीता एक्का ने ब्रेन ट्यूमर से पीड़ित नीचे बाजार निवासी एक मरीज और उनके परिजनों से भी मुलाकात कर सहयोग का हाथ बढ़ाया। अस्पताल में भर्ती लोगों को उन्होंने फल और दवाइयाँ उपलब्ध कराईं। इस दौरान उन्होंने मरीजों के परिजनों की समस्याएं सुनीं और भरोसा दिलाया कि इलाज और ज़रूरी सहयोग के लिए वे हमेशा तैयार हैं।
सीमा सीता एक्का ने कहा: “बीमार और असहाय लोगों की सेवा करना ही सबसे बड़ा धर्म है। मानवता की सच्ची पहचान ज़रूरतमंद की मदद से होती है।”
समाज में बनी सकारात्मक छवि
उनकी सेवा भावना अब चर्चा का विषय बन गई है। लोग उनकी निस्वार्थ मदद की सराहना कर रहे हैं। स्थानीय लोगों का कहना है कि यह प्रयास समाज के लिए एक प्रेरणास्रोत है, जो मानवता और करुणा का सशक्त संदेश फैलाता है।

न्यूज़ देखो: मानवता की शक्ति से बदलती तस्वीर
सीमा सीता एक्का का कदम यह दिखाता है कि राजनीति केवल पद और जिम्मेदारी तक सीमित नहीं, बल्कि जनसेवा की सच्ची भावना से भी जुड़ी है। उनकी निस्वार्थ सेवा बीमार और असहाय लोगों के लिए संबल है, जो समाज में सकारात्मकता और उम्मीद का वातावरण बना रही है।
हर खबर पर रहेगी हमारी नजर।
सेवा से समाज बनेगा मजबूत
अब समय है कि हम सभी अपने आस-पास ज़रूरतमंद लोगों की मदद के लिए आगे आएं। यही सच्चा धर्म और सच्ची राजनीति है। अपनी राय कमेंट करें और इस खबर को शेयर करें ताकि सेवा और करुणा का संदेश हर घर तक पहुंचे।