
#बानो #वयोवृद्ध_स्वास्थ्य : आयुष विभाग के निर्देश पर बुजुर्गों की जांच, निःशुल्क दवा व स्वास्थ्य जागरूकता।
बानो प्रखंड के बानो डूमर टोली में शुक्रवार को जिला आयुष चिकित्सा पदाधिकारी डॉ. सुभद्रा कुमारी के निर्देशानुसार वयोवृद्ध स्वस्थ कैम्प का आयोजन किया गया। आयुष सामुदायिक स्वास्थ्य पदाधिकारी डॉ. जावेद आलम के नेतृत्व में आयोजित इस कैम्प में बुजुर्गों के स्वास्थ्य की जांच कर निःशुल्क दवाओं का वितरण किया गया। कैम्प का उद्देश्य वृद्धजनों को आयुष पद्धति के माध्यम से स्वस्थ जीवन के प्रति जागरूक करना और मौसमी बीमारियों से बचाव सुनिश्चित करना रहा।
- डॉ. सुभद्रा कुमारी के निर्देश पर बानो डूमर टोली में आयोजन।
- डॉ. जावेद आलम के नेतृत्व में 49 मरीजों की स्वास्थ्य जांच।
- आयुर्वेदिक व होम्योपैथिक दवाओं का निःशुल्क वितरण।
- योग, आसन, प्राणायाम और आहार-विहार पर दी गई जानकारी।
- ठंड के मौसम में बुजुर्गों को सावधानी बरतने की अपील।
बानो प्रखंड क्षेत्र के बानो डूमर टोली में आयोजित वयोवृद्ध स्वस्थ कैम्प में बड़ी संख्या में बुजुर्ग लाभुक शामिल हुए। कैम्प के माध्यम से न केवल स्वास्थ्य जांच की गई, बल्कि उन्हें दैनिक जीवन में अपनाए जाने वाले स्वास्थ्यकर उपायों के प्रति भी जागरूक किया गया। ग्रामीण स्तर पर इस प्रकार के आयोजन को बुजुर्गों के लिए बेहद उपयोगी बताया गया।
आयुष पद्धति से स्वस्थ जीवन का संदेश
कैम्प का नेतृत्व कर रहे आयुष सामुदायिक स्वास्थ्य पदाधिकारी डॉ. जावेद आलम ने बुजुर्गों को संबोधित करते हुए कहा कि आयुष पद्धति के अंतर्गत आयुर्वेदिक, होम्योपैथिक उपचार, योग, आसन और प्राणायाम शरीर को स्वस्थ रखने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं। उन्होंने बताया कि नियमित अभ्यास से न केवल रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ती है, बल्कि कई पुरानी बीमारियों से भी राहत मिलती है।
डॉ. जावेद आलम ने कहा: “आयुष पद्धति में संतुलित आहार-विहार, योग और प्राकृतिक उपचार का समावेश है, जो बुजुर्गों के लिए विशेष रूप से लाभकारी है।”
ठंड के मौसम में विशेष सावधानी की सलाह
डॉ. जावेद आलम ने मौजूदा ठंड के मौसम को देखते हुए बुजुर्गों से विशेष सावधानी बरतने की अपील की। उन्होंने कहा कि ठंड के दिनों में गर्म भोजन और गर्म पानी का सेवन करें तथा ठंड से बचाव के लिए उचित कपड़े पहनें। उन्होंने यह भी बताया कि मौसम परिवर्तन के दौरान बुजुर्गों को सर्दी, खांसी और जोड़ों के दर्द जैसी समस्याएं अधिक होती हैं, जिनसे सतर्कता और नियमित जांच से बचा जा सकता है।
योग और प्राणायाम से मिली जागरूकता
कैम्प के दौरान योग, आसन और प्राणायाम की विधि एवं उनके लाभों की जानकारी दी गई। बुजुर्गों को बताया गया कि सीमित समय में किए जाने वाले सरल योग अभ्यास भी स्वास्थ्य के लिए लाभदायक होते हैं। इससे शारीरिक लचीलापन बढ़ता है और मानसिक शांति भी मिलती है।
स्थानीय जनप्रतिनिधियों और कार्यकर्ताओं का सहयोग
इस वयोवृद्ध स्वस्थ कैम्प को सफल बनाने में योग शिक्षक गिरिधारी सिंह, पूर्व भाजपा प्रखंड अध्यक्ष कामेश्वर सिंह, सहिया सेतेंग कंडुलना, बसंती, पार्वती नाग सहित अन्य लोगों का महत्वपूर्ण सहयोग रहा। सभी ने बुजुर्गों को कैम्प तक लाने, व्यवस्थाओं को सुचारु रखने और स्वास्थ्य संदेश को जन-जन तक पहुंचाने में सक्रिय भूमिका निभाई।
बुजुर्गों ने जताया संतोष
कैम्प में शामिल बुजुर्ग लाभुकों ने स्वास्थ्य जांच और निःशुल्क दवा मिलने पर संतोष व्यक्त किया। उन्होंने कहा कि गांव में इस प्रकार का कैम्प लगने से उन्हें दूर अस्पताल जाने की जरूरत नहीं पड़ी और स्वास्थ्य संबंधी जानकारी भी मिली।
न्यूज़ देखो: बुजुर्गों के सम्मान और स्वास्थ्य की दिशा में सकारात्मक पहल
बानो डूमर टोली में आयोजित वयोवृद्ध स्वस्थ कैम्प यह दर्शाता है कि ग्रामीण क्षेत्रों में बुजुर्गों के स्वास्थ्य को लेकर प्रशासन और आयुष विभाग गंभीर है। आयुष पद्धति के माध्यम से जागरूकता और निःशुल्क उपचार से बुजुर्गों को न केवल राहत मिलती है, बल्कि स्वस्थ जीवन जीने की प्रेरणा भी मिलती है। आने वाले समय में ऐसे कैम्पों की निरंतरता बुजुर्गों के जीवन स्तर को बेहतर बना सकती है।
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स्वस्थ बुजुर्ग, सशक्त समाज
जब बुजुर्ग स्वस्थ रहते हैं, तभी समाज की नींव मजबूत होती है।
आइए, अपने आसपास के वृद्धजनों के स्वास्थ्य के प्रति सजग रहें।
इस तरह के स्वास्थ्य कैम्पों की जानकारी साझा करें,





