
#गिरिडीह #डबलमर्डर : गावां थाना क्षेत्र के सनसनीखेज कांड का आरोपी आत्महत्या की कोशिश के बाद अस्पताल में जिंदगी की जंग हार गया
- गिरिडीह जिले के गावां थाना क्षेत्र का चर्चित डबल मर्डर कांड।
- आरोपी श्रीकांत चौधरी ने गिरफ्तारी के बाद गला रेतकर आत्महत्या की कोशिश की।
- गंभीर हालत में गिरिडीह सदर अस्पताल में भर्ती कराया गया।
- इलाज के दौरान डॉ. राजेश चंद्रा ने उसकी मौत की पुष्टि की।
- दो महिलाओं की हत्या का आरोप, आरोपी ने पुलिस पूछताछ में अपराध कबूल किया था।
- घटना के बाद इलाके में तनाव और आक्रोश, पुलिस सतर्क।
गिरिडीह जिले के गावां थाना क्षेत्र में हुए सनसनीखेज डबल मर्डर कांड के आरोपी श्रीकांत चौधरी की इलाज के दौरान मौत हो गई है। पुलिस गिरफ्तारी के बाद उसने खुद का गला रेतकर आत्महत्या का प्रयास किया था। गंभीर हालत में उसे गिरिडीह सदर अस्पताल ले जाया गया, जहां डॉक्टरों ने उसकी मौत की पुष्टि की। इस घटना से पूरे इलाके में सनसनी और तनाव का माहौल फैल गया है।
डबल मर्डर की वारदात और आरोप
गावां थाना क्षेत्र में हाल ही में दो महिलाओं की बेरहमी से हत्या की वारदात सामने आई थी। इस घटना का आरोपी श्रीकांत चौधरी था, जिसे पुलिस ने हिरासत में लिया। पूछताछ में उसने अपराध कबूल किया और वारदात की पूरी जानकारी दी। इस दोहरी हत्या ने न केवल गावां थाना क्षेत्र बल्कि पूरे जिले को हिला कर रख दिया था। ग्रामीणों के बीच दहशत और आक्रोश दोनों ही माहौल में दिखाई देने लगे थे।
गिरफ्तारी के बाद आत्महत्या की कोशिश
गिरफ्तारी के बाद आरोपी श्रीकांत ने पुलिस हिरासत में ही गला रेतकर आत्महत्या की कोशिश की। खून से लथपथ हालत में पुलिस ने तुरंत उसे गिरिडीह सदर अस्पताल पहुंचाया। जहां डॉक्टरों ने उसकी स्थिति बेहद गंभीर बताई और इलाज शुरू किया गया।
अस्पताल में मौत की पुष्टि
इलाज के दौरान आरोपी की मौत हो गई। इस बात की पुष्टि खुद गिरिडीह सदर अस्पताल के डॉक्टर राजेश चंद्रा ने की। डॉक्टर ने बताया कि गंभीर चोटों के कारण आरोपी को बचाया नहीं जा सका। जैसे ही मौत की खबर सामने आई, इलाके में अफवाहों और चर्चाओं का दौर तेज हो गया।
इलाके में तनाव और पुलिस की चौकसी
डबल मर्डर की वारदात और आरोपी की मौत से गावां थाना क्षेत्र में तनाव और बेचैनी का माहौल है। ग्रामीणों के बीच असुरक्षा और गुस्सा गहराता जा रहा है। पुलिस ने इस संवेदनशील स्थिति को देखते हुए इलाके में अतिरिक्त बल तैनात किया है। चौक-चौराहों पर पुलिस गश्त बढ़ा दी गई है और अधिकारी खुद हालात की निगरानी कर रहे हैं। प्रशासन की कोशिश है कि माहौल बिगड़ने न पाए और लोग अफवाहों पर ध्यान न दें।
सामाजिक प्रतिक्रिया और चर्चा
ग्रामीणों के बीच यह सवाल जोर पकड़ रहा है कि आखिर आरोपी ने आत्महत्या जैसा कदम क्यों उठाया। कई लोगों का कहना है कि आरोपी को कड़ी सजा मिलनी चाहिए थी, लेकिन उसकी मौत ने इंसाफ की प्रक्रिया को अधूरा छोड़ दिया। वहीं, कुछ लोग इसे अपराधबोध और मानसिक दबाव का नतीजा बता रहे हैं। इस घटना ने लोगों के बीच कानून व्यवस्था और पुलिस सुरक्षा पर भी सवाल खड़े कर दिए हैं।

न्यूज़ देखो: इंसाफ अधूरा रह गया
गावां डबल मर्डर कांड की यह पूरी कहानी समाज और न्याय व्यवस्था दोनों के सामने बड़े सवाल खड़े करती है। दो महिलाओं की मौत से उपजा दर्द अब आरोपी की मौत के साथ और भी गहरा गया है। यह घटना बताती है कि अपराध का अंत अक्सर त्रासदी में ही होता है और इससे न्यायिक प्रक्रिया अधूरी रह जाती है।
हर खबर पर रहेगी हमारी नजर।
अमन और इंसाफ की राह पर साथ चलें
यह दर्दनाक वारदात हमें यह सोचने पर मजबूर करती है कि समाज को गुनाह से बचाने और इंसाफ की प्रक्रिया को मजबूत करने की जिम्मेदारी हमारी भी है। अब समय है कि हम सब सजग नागरिक बनें, कानून पर भरोसा रखें और शांति बनाए रखने में सहयोग करें। अपनी राय कमेंट करें और इस खबर को दोस्तों तक साझा करें ताकि जागरूकता का पैग़ाम हर घर तक पहुंचे।