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मेदिनीनगर में पुलिस जवान की हत्या का सनसनीखेज मामला: विजय उरांव का शव जंगल से बरामद

#मेदिनीनगर #हत्या : श्रावणी मेला ड्यूटी के बाद लापता पुलिस जवान विजय उरांव का शव लेस्लीगंज के जंगल से मिला, सिर पर पत्थर से वार कर हत्या की आशंका

मेदिनीनगर जिले में गुरुवार को एक दर्दनाक घटना सामने आई जब लापता पुलिस जवान विजय उरांव का शव लेस्लीगंज थाना क्षेत्र के जंगल से बरामद हुआ। सिर और शरीर पर पत्थर से वार के निशान पाए गए हैं, जिससे साफ है कि उनकी हत्या की गई। यह घटना पूरे पलामू और झारखंड पुलिस महकमे को स्तब्ध कर गई है।

लापता होने से शव बरामदगी तक

विजय उरांव, पलामू के सदर थाना क्षेत्र के चियांकी गांव के निवासी थे। उनकी ट्रेनिंग पुलिस ट्रेनिंग सेंटर मुसाबनी में चल रही थी। हाल ही में वे श्रावणी मेला ड्यूटी पर देवघर तैनात किए गए थे। ड्यूटी खत्म होने के बाद से वे अचानक लापता हो गए। उनकी पत्नी ने कई बार उनसे संपर्क करने की कोशिश की, लेकिन कोई सफलता नहीं मिली। यहां तक कि वे खुद सीटीसी मुसाबनी और पलामू पुलिस अधिकारियों से मिलीं, लेकिन कोई जानकारी नहीं मिल पाई।

गुरुवार को लेस्लीगंज थाना क्षेत्र के जंगल से एक अज्ञात शव बरामद हुआ। पुलिस द्वारा पहचान कराए जाने पर शव को विजय उरांव का बताया गया।

हत्या की आशंका और जांच

शव पर गहरे घाव थे और सिर पर पत्थर से वार किए जाने के स्पष्ट निशान थे। पुलिस ने बताया कि प्रथम दृष्टया मामला हत्या का प्रतीत होता है। शव को पोस्टमार्टम के लिए रांची के रिम्स अस्पताल भेज दिया गया है। लेस्लीगंज थाना प्रभारी उत्तम कुमार राय के नेतृत्व में जांच जारी है।

परिवार और साथियों का दर्द

विजय उरांव के साथी जवान और परिजन गहरे सदमे में हैं। पत्नी का कहना है कि श्रावणी मेला ड्यूटी के बाद से कोई संपर्क नहीं हो पाने के कारण उन्होंने कई बार अधिकारियों से गुहार लगाई थी। परंतु अब उनका शव मिलने की खबर ने परिवार को तोड़ दिया है।

पुलिस महकमे और समाज में आक्रोश

इस घटना से पुलिस विभाग के भीतर गहरी चिंता है। जवानों की सुरक्षा पर सवाल उठने लगे हैं। स्थानीय लोग भी इस घटना को लेकर आक्रोशित हैं और दोषियों की जल्द गिरफ्तारी की मांग कर रहे हैं।

न्यूज़ देखो: पुलिस जवानों की सुरक्षा पर उठते सवाल

यह घटना पुलिस विभाग की कार्यप्रणाली और जवानों की सुरक्षा को लेकर गंभीर सवाल खड़े करती है। यदि एक पुलिस जवान ही सुरक्षित नहीं है, तो आम नागरिकों की सुरक्षा कैसे सुनिश्चित होगी? पुलिस महकमे को इस मामले की सघन जांच करनी होगी और दोषियों को कठोर सजा दिलानी होगी।
हर खबर पर रहेगी हमारी नजर।

एकजुट होकर न्याय की मांग करें

विजय उरांव की हत्या सिर्फ एक परिवार का दर्द नहीं, बल्कि पूरे समाज के लिए चेतावनी है। अब समय है कि हम सब मिलकर न्याय की मांग करें और पुलिस जवानों की सुरक्षा पर गंभीरता से चर्चा करें। अपनी राय कमेंट करें और इस खबर को शेयर करें ताकि जागरूकता फैले और पीड़ित परिवार को न्याय मिल सके।

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