
#लातेहार #अपराधउद्भेदन : राहुल दुबे गिरोह के सदस्यों की गिरफ्तारी, पिस्तौल और कारतूस बरामद
- 15 अगस्त 2025 को गुप्त सूचना पर बालूमाथ थाना क्षेत्र के चमातु जंगल में छापेमारी।
- सात अपराधकर्मी हथियार के साथ बड़ी घटना की योजना बनाते हुए गिरफ्तार।
- राहुल दुबे गिरोह से जुड़े, तीन जिलों में आगजनी और गोलीबारी की घटनाओं में शामिल।
- दो पिस्तौल, कारतूस, पेट्रोल और मोबाइल फोन से आपराधिक साक्ष्य बरामद।
- पांच अभियुक्त के विरुद्ध पहले से गंभीर आपराधिक इतिहास दर्ज।
- छापेमारी दल में लातेहार, बालूमाथ, बारियातु और चंदवा थाना की संयुक्त भागीदारी।
पुलिस अधीक्षक, लातेहार को स्वतंत्रता दिवस के दिन मिली गुप्त सूचना ने एक बड़ी साजिश को नाकाम कर दिया। सूचना के अनुसार 8 से 10 हथियारबंद अपराधी चमातु बाईपास के पास जंगल में किसी बड़ी घटना की योजना बना रहे थे। एसपी के निर्देश पर गठित छापेमारी दल ने कार्रवाई करते हुए सात अपराधियों को मौके से धर दबोचा। पूछताछ में उन्होंने बालूमाथ के मगध कोलियरी (18 जुलाई 2025), चंदवा के टोरी साईडिंग (9 जुलाई 2025) और बारियातु के फुलबसिया साईडिंग (5 जुलाई 2025) में आगजनी और गोलीबारी की घटनाओं में शामिल होने की बात स्वीकार की।
घटनाओं में प्रयुक्त हथियार और साक्ष्य बरामद
गिरफ्तार अपराधियों के पास से 7.65 मिमी पिस्तौल, 7.62 मिमी पिस्तौल, जिंदा कारतूस, दो लीटर पेट्रोल और पांच मोबाइल फोन बरामद किए गए। मोबाइल फोन में विशेष ऐप इंस्टॉल पाए गए, जिनमें राहुल दुबे और गिरोह के अन्य सदस्यों के बीच हुई बातचीत के साक्ष्य मिले। पुलिस ने बताया कि इन अभियुक्तों में से पांच के खिलाफ पहले से हत्या, रंगदारी, लूट और आर्म्स एक्ट के तहत गंभीर मामले दर्ज हैं।
गिरफ्तार अभियुक्तों के नाम और इतिहास
गिरफ्तार आरोपियों में विकास कुमार उर्फ मिथुन लोहरा, सुधीर लोहरा, उपेंद्र ठाकुर, सोनू पासवान, रौशन कुमार उर्फ रौशन सिंह, प्रभात कुमार यादव और मुकेश यादव शामिल हैं। इनके विरुद्ध लातेहार, मनिका, मैक्लुस्कीगंज, छिपादोहर, लेस्लीगंज और पिपराटांड़ थानों में कई संगीन आपराधिक मामले दर्ज हैं।
संयुक्त छापेमारी और पुलिस बल की भूमिका
कार्रवाई में अनुमंडल पुलिस पदाधिकारी बालूमाथ, चंदवा और बारियातु थाना प्रभारी, कई पदाधिकारी, तकनीकी शाखा के पुलिसकर्मी और सशस्त्र बल शामिल रहे। टीम ने समन्वित तरीके से जंगल को घेरकर अपराधियों को बिना किसी मुठभेड़ के गिरफ्तार किया। बरामद हथियारों को फॉरेंसिक जांच के लिए भेजा गया है।
न्यूज़ देखो: संगठित अपराध के खिलाफ लातेहार पुलिस की सख्त कार्रवाई
यह गिरफ्तारी न केवल तीन बड़ी घटनाओं का खुलासा है, बल्कि यह भी दर्शाती है कि संगठित अपराध और हथियारबंद गिरोहों पर पुलिस की पैनी नजर है। समय रहते की गई यह कार्रवाई संभवतः कई निर्दोष लोगों की जान बचा सकती है।
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अपराध मुक्त लातेहार के लिए जनसहयोग जरूरी
पुलिस की मुहिम तभी सफल होगी जब जनता अपराधियों की गतिविधियों की सूचना समय पर दे। अब समय है कि हम सब संगठित अपराध और हिंसा के खिलाफ एकजुट हों। अपनी राय कॉमेंट करें और इस खबर को दोस्तों के साथ शेयर करें ताकि जागरूकता फैले।