मुख्यमंत्री श्री हेमंत सोरेन ने 26 नवंबर 2024 को शहीद सोबरन सोरेन के 67वें शहादत दिवस के अवसर पर रामगढ़ के नेमरा स्थित लुकैयाटांड में आयोजित कार्यक्रम में शामिल होकर उनकी प्रतिमा पर माल्यार्पण कर श्रद्धांजलि अर्पित की। इस अवसर पर रामगढ़ विधायक श्रीमती ममता देवी और जामताड़ा विधायक श्रीमती कल्पना सोरेन भी उपस्थित रहीं।
कार्यक्रम में मुख्यमंत्री ने कहा कि शहीद सोबरन सोरेन ने झारखंड के आदिवासी और गरीब तबके के अधिकारों के लिए अपनी जान की कुर्बानी दी थी। उनकी शहादत ने संघर्ष के नए आयाम तय किए और आज उनकी प्रेरणा से राज्य में विकास और सामाजिक समानता का मार्ग प्रशस्त हो रहा है।
इस मौके पर मुख्यमंत्री ने कहा कि उनकी सरकार शहीदों के सपनों को साकार करने के लिए प्रतिबद्ध है। राज्य में शिक्षा, रोजगार और विकास को प्राथमिकता दी जा रही है, ताकि हर वर्ग को उसका अधिकार मिल सके। उन्होंने इस अवसर पर राज्य के शहीदों की स्मृति को संजोने और आदिवासी संस्कृति को बढ़ावा देने की दिशा में नए कदम उठाने का भी भरोसा दिलाया।
शहीद सोबरन सोरेन की स्मृति में हर साल आयोजित होने वाले इस कार्यक्रम में स्थानीय जनता ने बड़ी संख्या में भाग लिया। कार्यक्रम के दौरान विभिन्न सांस्कृतिक प्रस्तुतियों और आदिवासी परंपराओं का भी प्रदर्शन किया गया।
शहीद सोबरन सोरेन के बलिदान को याद करते हुए मुख्यमंत्री ने आदिवासी समुदाय की समस्याओं और उनके समाधान पर जोर दिया। उन्होंने भरोसा दिलाया कि झारखंड सरकार उनकी विरासत को सहेजने और उनके सपनों को साकार करने के लिए हरसंभव प्रयास करेगी।
शहीद दिवस के इस अवसर पर सरकार ने शहीद परिवारों के लिए विशेष योजनाओं और लाभों की घोषणा भी की।