#गुमला #घटियासड़कनिर्माण – बेतरी मोड़ से बेतरी गांव तक 2.5 किमी सड़क में लूट की परतें
- बेतरी गांव तक बनी 2.5 किमी सड़क पहली बारिश में ही धंसने लगी
- डामर की परतें उखड़ीं, रोलर से कम्पैक्शन नहीं हुआ, निर्माण में भारी गड़बड़ी
- ग्रामीणों ने घटिया निर्माण पर जताई नाराजगी, ठेकेदार और प्रशासन पर उठे सवाल
- अल्बर्ट एक्का की वीरभूमि पर घटिया निर्माण को बताया शहीदों का अपमान
- तकनीकी जांच, ठेकेदार पर कार्रवाई और मरम्मत की मांग को लेकर लोग सड़क जाम की चेतावनी पर उतरे
आठ दिन की चमक, अब काली सड़क पर काली सच्चाई
गुमला जिले के जारी प्रखंड के बेतरी मोड़ से बेतरी गांव तक 2.5 किमी लंबी कालीकरण सड़क का निर्माण हाल ही में पूरा हुआ था। लेकिन पहली ही बारिश में यह सड़क टुकड़ों में दरकने लगी। बिहारी कंस्ट्रक्शन द्वारा बनाई गई इस सड़क पर डामर की पतली परतें पत्तों की तरह उखड़ गईं, और ग्रामीणों को घटिया निर्माण की असली सूरत दिखने लगी।
मनोहर उरांव (ग्रामीण): “जो सड़क नई लग रही थी, अब उस पर चलना जान जोखिम में डालने जैसा है। हम लोगों को मूर्ख बनाकर पैसे खा लिए गए।”
जीवनरक्षक सड़क बनी जानलेवा
धंसी हुई परतें, खुली दरारें, और अधूरी लेवलिंग अब सड़क पर चलने वाले किसी भी वाहन को खतरे में डाल रही हैं। स्थिति यह हो गई है कि साइकिल तक से चलना मुश्किल हो गया है। इस कच्चे कार्य को लेकर ग्रामीणों में गहरा रोष है और उन्होंने इसे “शहीद अल्बर्ट एक्का की धरती पर कलंक” बताया।
“वीर एक्का की धरती पर ऐसा घटिया काम? यह तो शहीदों का भी अपमान है। जांच नहीं हुई तो हम सड़क जाम करेंगे।”
प्रशासन और ठेकेदार दोनों चुप
सबसे हैरान करने वाली बात यह है कि सड़क के धंसने के बाद भी प्रशासन ने कोई निरीक्षण नहीं कराया। न तो किसी अधिकारी ने दौरा किया, न ही ठेकेदार ने मरम्मत या स्पष्टीकरण की पहल की। इससे ग्रामीणों में गंभीर नाराजगी और असंतोष है।
ग्रामीणों की चार मांगें
- तकनीकी ऑडिट टीम भेजी जाए जो गुणवत्ता की जांच करे
- राज्यस्तरीय जांच आयोग गठित हो
- तत्काल मरम्मत कार्य शुरू किया जाए और नुकसान का मुआवज़ा दिया जाए
ग्रामीणों का कहना है कि अगर जल्द कोई कार्रवाई नहीं हुई तो आंदोलन और सड़क जाम किया जाएगा। सवाल उठता है कि क्या फिर से जांच की फाइलें सरकारी टेबलों में धूल फांकेंगी, या दोषियों को जवाबदेह बनाया जाएगा?



न्यूज़ देखो: विकास के नाम पर लूट कब तक?
सिर्फ़ दो किलोमीटर की सड़क नहीं ढही है — भरोसा ढहा है, सिस्टम की नींव चरमरा गई है। वीरभूमि पर खड़े होकर जनता को लुभाने वाले नेता और अफसर क्या अब भी आंख मूंदे रहेंगे? न्यूज़ देखो की टीम ऐसे मामलों को उजागर करती रहेगी जब तक घोटालेबाजों पर कार्रवाई और जनता को न्याय नहीं मिल जाता।
हर खबर पर रहेगी हमारी नजर।
ईमानदार सिस्टम ही सच्चा सम्मान
जब तक भ्रष्टाचार पर कार्रवाई नहीं होगी, तब तक विकास का कोई मतलब नहीं। ईमानदारी और पारदर्शिता से ही जनता का विश्वास लौट सकता है।
अपने क्षेत्र की ऐसी खबरों पर अपनी राय जरूर दें, इसे शेयर करें और जनता की आवाज़ को ताकत बनाएं।