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रंगोली और दीपों की रचनात्मक चमक से जगमगाया शांतिनिकेतन पब्लिक स्कूल

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#बरवाडीह #दीपावली : शांतिनिकेतन स्कूल में दीपावली पर आयोजित रंगोली और दीप बनाओ प्रतियोगिता में बच्चों ने दिखाई कला की अद्भुत झलक
  • शांतिनिकेतन पब्लिक स्कूल, बरवाडीह में “रंगोली और दीप बनाओ प्रतियोगिता” का आयोजन किया गया।
  • नर्सरी से दसवीं कक्षा तक के बच्चों ने अपनी कला और कल्पनाशक्ति का शानदार प्रदर्शन किया।
  • बच्चों ने मिट्टी के दीपों को सजाकर और रंगोलियां बनाकर विद्यालय को रोशनी और रंगों से भर दिया।
  • डॉ. पवन कुमार ने कहा कि विद्यालय में शिक्षा के साथ संस्कृति और परंपरा पर भी जोर दिया जाता है।
  • कार्यक्रम में सीमा गुप्ता, शांतनु डे, प्रिया डे समेत बड़ी संख्या में शिक्षक और छात्र उपस्थित थे।

बरवाडीह स्थित शांतिनिकेतन पब्लिक स्कूल में दीपावली के अवसर पर शनिवार को रंग और रोशनी का संगम देखने को मिला। विद्यालय प्रबंधन की ओर से आयोजित “रंगोली और दीप बनाओ प्रतियोगिता” में बच्चों ने अपनी रचनात्मकता से सबका दिल जीत लिया। नर्सरी से दसवीं कक्षा तक के छात्र-छात्राओं ने बढ़-चढ़कर हिस्सा लिया और अपनी कल्पना को रंगों और मिट्टी के दीयों में उकेरा।

दीपों और रंगों से सजा विद्यालय परिसर

कार्यक्रम के दौरान बच्चों ने पारंपरिक और आधुनिक दोनों शैली की रंगोलियां बनाईं। कई बच्चों ने मिट्टी के दीपों को रंग-बिरंगे रंगों और ग्लिटर से सजाया, जिससे पूरा विद्यालय परिसर दीपावली की चमक से जगमगा उठा। छात्र-छात्राओं के चेहरे पर खुशी और उत्साह स्पष्ट झलक रहा था। यह आयोजन केवल प्रतियोगिता नहीं, बल्कि बच्चों के लिए अपनी कला और भावना को व्यक्त करने का माध्यम बन गया।

कला और परंपरा से जोड़ने का उद्देश्य

विद्यालय के निदेशक डॉ. पवन कुमार ने कहा कि शांतिनिकेतन पब्लिक स्कूल में शिक्षा केवल पुस्तकों तक सीमित नहीं है। बच्चों को भारतीय संस्कृति, कला और परंपराओं से जोड़ना विद्यालय का एक प्रमुख उद्देश्य है। दीपावली का पर्व अंधकार पर प्रकाश की जीत का प्रतीक है और बच्चों को इस अवसर पर यह सीखने का मौका मिला कि सच्ची रोशनी ज्ञान और सृजनशीलता की होती है।

डॉ. पवन कुमार ने कहा: “हमारा उद्देश्य है कि बच्चे केवल पढ़ाई में नहीं, बल्कि कला और संस्कृति के माध्यम से भी जीवन मूल्यों को समझें और समाज में सकारात्मक भूमिका निभाएं।”

शिक्षकों और अभिभावकों का उत्साह

विद्यालय की मैनेजर सीमा गुप्ता और प्राचार्य शांतनु डे ने बच्चों की रचनात्मकता की सराहना की। उन्होंने कहा कि इस तरह के आयोजनों से छात्रों में टीमवर्क, अनुशासन और सामाजिक मूल्यों का विकास होता है।
कार्यक्रम में प्रिया डे, राहुल सरकार, शिवांगी मेहरा, दीपा, रानी सिंह, रेखा अग्रवाल, संतोष प्रसाद और समीर समेत कई शिक्षक मौजूद थे। सभी ने बच्चों को प्रोत्साहित किया और उनके कार्यों की सराहना की।

दीपावली की भावना से ओतप्रोत आयोजन

दीपावली का यह पर्व केवल रोशनी का नहीं, बल्कि एकता, सृजन और आशा का संदेश देने वाला अवसर है। स्कूल परिसर में बच्चे जब दीप जला रहे थे, तब वहां उपस्थित हर व्यक्ति को यह अनुभव हो रहा था कि छोटी-छोटी कोशिशें भी समाज में उजाला फैला सकती हैं। इस आयोजन ने न केवल बच्चों को आनंद दिया बल्कि अभिभावकों और शिक्षकों को भी गर्व से भर दिया।

न्यूज़ देखो: शिक्षा में रचनात्मकता का समावेश जरूरी

शांतिनिकेतन पब्लिक स्कूल का यह आयोजन इस बात का उदाहरण है कि शिक्षा केवल अंकों तक सीमित नहीं रहनी चाहिए। कला, परंपरा और सामाजिक मूल्यों का समावेश ही बच्चों के संपूर्ण विकास की दिशा में सही कदम है। ऐसे आयोजन बच्चों में आत्मविश्वास, संवेदनशीलता और सामाजिक जिम्मेदारी की भावना पैदा करते हैं।
हर खबर पर रहेगी हमारी नजर।

दीपों की तरह खुद भी जलें और दूसरों को रोशन करें

दीपावली हमें सिखाती है कि एक दीप दूसरे दीप को जलाकर अपनी रोशनी नहीं खोता, बल्कि संसार को उजाला देता है। बच्चों की तरह हमें भी अपने समाज में प्रेम, सहयोग और आशा की किरण बनना चाहिए।
सजग रहें, सहभागी बनें। अपनी राय कमेंट करें, इस खबर को शेयर करें और दूसरों को प्रेरित करें कि हर दीप किसी जीवन में नई रोशनी ला सकता है।

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Akram Ansari

बरवाडीह, लातेहार

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