28 नवंबर को मोरहाबादी मैदान में हेमंत सोरेन सरकार का भव्य शपथ ग्रहण समारोह
रांची: झारखंड की राजधानी रांची के मोरहाबादी मैदान में 28 नवंबर को हेमंत सोरेन की नई सरकार का शपथ ग्रहण समारोह आयोजित किया जाएगा। इस समारोह को ऐतिहासिक और भव्य बनाने के लिए जिला प्रशासन युद्धस्तर पर तैयारी कर रहा है। इस आयोजन में इंडिया गठबंधन के कई राज्यों के मुख्यमंत्री, पूर्व मुख्यमंत्री, वरिष्ठ मंत्री, और प्रमुख नेता शामिल होंगे।
विशेष बैठकों में तैयारियों की समीक्षा
मुख्य सचिव अलका तिवारी और डीजीपी अजय कुमार सिंह की अध्यक्षता में राज्य के आला अधिकारियों के साथ बैठक कर समारोह की तैयारियों की समीक्षा की गई। जिला प्रशासन ने इस भव्य आयोजन को सुचारू रूप से संचालित करने के लिए विभिन्न विभागों और कोषांगों का गठन कर सभी को जिम्मेदारी सौंपी है।
दोहरे मंच और विधायकों के लिए विशेष व्यवस्था
मोरहाबादी मैदान में दो मंच बनाए जाएंगे। मुख्य मंच पर मुख्यमंत्री और उनके मंत्रिमंडल के सदस्य शपथ ग्रहण करेंगे, जबकि दूसरे मंच पर नवनिर्वाचित विधायकों के बैठने की व्यवस्था होगी। इसके अलावा, आम जनता और विशिष्ट अतिथियों की सुविधा का भी विशेष ध्यान रखा जा रहा है।
सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम
शपथ ग्रहण समारोह के दौरान सुरक्षा को लेकर विशेष इंतजाम किए गए हैं। पुलिस मुख्यालय से 2,000 अतिरिक्त सुरक्षाकर्मियों को तैनात किया गया है। एसपी, डीएसपी, इंस्पेक्टर, और दरोगा रैंक के अधिकारी सुरक्षा की जिम्मेदारी संभालेंगे। आईजी और डीआईजी स्तर के अधिकारियों ने भी समारोह की सुरक्षा योजना पर बैठक की है।
वीआईपी मेहमानों के लिए खास तैयारियां
वीआईपी मेहमानों के लिए विशेष सुरक्षा योजना बनाई गई है। मोरहाबादी मैदान के आसपास यातायात प्रबंधन और पार्किंग की व्यवस्था सुनिश्चित की जा रही है। जिला उपायुक्त वरुण रंजन ने समारोह स्थल का निरीक्षण कर दूर-दराज से आने वाले लोगों की सुविधाओं पर विशेष ध्यान देने के निर्देश दिए हैं।
पारंपरिक स्वागत और नागरिक सुविधा
समारोह में शामिल होने वाले अतिथियों का झारखंड की पारंपरिक संस्कृति के अनुसार स्वागत किया जाएगा। आयोजन में किसी भी तरह की असुविधा से बचने के लिए प्रशासन पूरी सतर्कता बरत रहा है।
डीसी का ट्वीट
रांची के डीसी वरुण रंजन ने ट्वीट कर जानकारी दी,
“आज समाहरणालय ब्लॉक-ए स्थित सभागार में मोरहाबादी मैदान में आयोजित होने वाले मुख्यमंत्री एवं मंत्रिपरिषद के शपथ ग्रहण समारोह को सफल बनाने के लिए कोषांगों का गठन कर आवश्यक दिशा-निर्देश दिए गए। सभी तैयारियां समय पर पूरी करने का निर्देश दिया गया।”
शपथ ग्रहण समारोह झारखंड के राजनीतिक इतिहास में एक यादगार आयोजन बनने जा रहा है, जिसमें जनता और प्रशासन दोनों की भागीदारी सुनिश्चित की गई है।