हेमंत सोरेन ने शपथ ग्रहण समारोह से पहले झारखंड की जनता को किया संबोधित
झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने अपने शपथ ग्रहण समारोह से पहले जनता के नाम एक प्रेरक संदेश साझा किया। इस संदेश में उन्होंने झारखंड की संघर्षपूर्ण विरासत और सामाजिक न्याय के प्रति राज्य की प्रतिबद्धता को रेखांकित किया। उन्होंने इसे झारखंड की एकता और सामूहिक संघर्ष का प्रतीकात्मक दिन बताया।
हेमंत सोरेन ने झारखंड के महापुरुषों, जैसे भगवान बिरसा मुंडा, सिदो-कान्हू, फूलो-झानो, और शेख भिखारी की स्मृति को सलाम करते हुए झारखंड की जनता को उनकी विरासत पर गर्व करने का आह्वान किया। उन्होंने कहा, “हमारी एकता हमारा सबसे बड़ा हथियार है। हमें न विभाजित किया जा सकता है, न ही शांत किया जा सकता है।”
उन्होंने जोर देकर कहा कि झारखंड का संघर्ष केवल राजनीतिक जीत तक सीमित नहीं है, बल्कि यह सामाजिक न्याय और समानता के लिए निरंतर चलने वाली लड़ाई है। उन्होंने झारखंड की जनता से अपील की कि वे अपने अधिकारों के लिए खड़े रहें और झारखंडियत की भावना को बनाए रखें।
मुख्य बिंदु:
- झारखंड के संघर्षों और सामाजिक न्याय की विरासत को श्रद्धांजलि।
- “झारखंडी झुकते नहीं हैं” का संदेश, जो एकता और साहस का प्रतीक है।
- झारखंड के हर नागरिक को “अबुआ सरकार” की शुभकामनाएँ।
हेमंत सोरेन ने अपने संदेश में राज्य की एकता और सामाजिक समरसता को बनाए रखने की जरूरत पर बल दिया। उन्होंने कहा कि संघर्ष निरंतर है और अंतिम सांस तक जारी रहेगा। इस संदेश के साथ उन्होंने झारखंड की जनता को प्रेरित करते हुए शपथ ग्रहण समारोह को ऐतिहासिक बनाने का आह्वान किया।