शिकारीपाड़ा के जंगलों में माफियाओं का कहर, अवैध कोयला और लकड़ी जब्त

#दुमका #वनमाफिया – बादलपाड़ा से लेकर छातुपाड़ा तक फैला माफिया नेटवर्क, वन विभाग की कार्रवाई से खुला बड़ा मामला

बादलपाड़ा में पकड़ा गया अवैध कोयला, बंगाल भेजने की थी साजिश

दुमका जिले के शिकारीपाड़ा प्रखंड में वन माफियाओं का आतंक लगातार बढ़ता जा रहा है। हालिया कार्रवाई में बादलपाड़ा लुटिया पहाड़ी वन क्षेत्र से दो पिकअप वैन में अवैध कोयला जब्त किया गया है।

सूचना मिलते ही वनपाल तारुणी मंडल ने टीम के साथ त्वरित कार्रवाई की। कोयले से भरी पिकअप वैनों को रानेश्वर थाना क्षेत्र के जीवनपूर मोड़ के पास रोक लिया गया। हालांकि, चालक और माफिया मौके से भागने में सफल रहे।

छातुपाड़ा जंगल से 100 पीस लकड़ी जब्त, वन विभाग की सख्ती जारी

वन विभाग की दूसरी बड़ी कार्रवाई शिकारीपाड़ा के छातुपाड़ा जंगल में हुई, जहां हाईवा में लदा हुआ 100 पीस सखुजा लकड़ी पकड़ा गया। इस लकड़ी को दुमका वन डिपो में जमा कराया गया है।

“हम लगातार ऐसे तत्वों के खिलाफ कार्रवाई कर रहे हैं। पूरे नेटवर्क की पहचान की जा रही है और दोषियों पर कानूनी कार्रवाई होगी।”वनपाल तारुणी मंडल

हाईवा चालक भी मौके से फरार हो गया, लेकिन विभाग का कहना है कि जल्द ही आरोपी पकड़ लिए जाएंगे।

माफियाओं की हिम्मत बरकरार, वन विभाग के सामने चुनौतियां कायम

यह स्पष्ट है कि लगातार हो रही कानूनी कार्रवाई के बावजूद माफियाओं का मनोबल बना हुआ हैवन क्षेत्रों से अवैध कोयला और लकड़ी की तस्करी अब एक संगठित नेटवर्क का रूप ले चुकी है, जिसकी पूरी तहकीकात में वन विभाग जुटा हुआ है।

न्यूज़ देखो : जंगल की हर हलचल पर पैनी नजर

न्यूज़ देखो की टीम आपके लिए जंगलों के भीतर की हर बड़ी खबर सामने लाती है — चाहे वह कोयला तस्करी हो या लकड़ी माफियाओं की हरकतें। हम हर खबर को ईमानदारी, सटीकता और ज़िम्मेदारी से प्रस्तुत करते हैं। हर खबर पर रहेगी हमारी नजर।

अगर आपको यह खबर उपयोगी लगी हो, तो कृपया इसे रेट करें और नीचे कमेंट में अपनी राय दें।

Exit mobile version