- ब्रेनतियुस हेंब्रम की हत्या से आक्रोशित शिक्षकों और आदिवासी समाज ने शिवपहाड़ चौक और पोस्टमार्टम हाउस के पास किया सड़क जाम।
- हत्या के आरोपी की गिरफ्तारी की मांग को लेकर प्रदर्शन और पुलिस कार्यशैली पर सवाल।
- रविवार सुबह से शाम तक चला विरोध, पोस्टमार्टम के लिए परिवार की सहमति से शुरू हुआ कार्य।
- शिक्षकों और छात्रों ने एकजुट होकर पुलिस के खिलाफ प्रदर्शन किया।
दुमका:
मसलिया के उत्क्रमित उच्च विद्यालय गोवासोल के प्रभारी प्रधानाध्यापक ब्रेनतियुस हेंब्रम की हत्या से शिक्षकों, कड़हलबिल के ग्रामीणों और आदिवासी समाज में गहरा आक्रोश फैल गया है। 6 जनवरी से लापता ब्रेनतियुस का शव शनिवार देर शाम उनके घर से करीब 800 मीटर की दूरी पर पेड़ से लटका मिला था।
रोष और विरोध प्रदर्शन
हत्यारोपित की गिरफ्तारी की मांग को लेकर रविवार सुबह से ही लोग पोस्टमार्टम हाउस और शिवपहाड़ चौक पर जुट गए और मार्ग जाम कर दिया। प्रशासन के समझाने के बावजूद लोग तब तक मानने को तैयार नहीं थे जब तक आरोपी की गिरफ्तारी नहीं की जाती। डीएसपी, एसडीपीओ, और पुलिस अधिकारियों ने प्रदर्शनकारियों को समझाने की कोशिश की, लेकिन विरोध बढ़ता गया।
पोस्टमार्टम में हुई देरी
पोस्टमार्टम प्रक्रिया रविवार सुबह से ही शुरू करने का प्रयास किया गया था, लेकिन जाम के कारण मेडिकल टीम और पुलिस दोनों को इंतजार करना पड़ा। शव का पोस्टमार्टम शाम चार बजे परिवार की सहमति के बाद शुरू हो पाया। इस बीच, जामा थाना और रानीश्वर पुलिस दोनों को शवों के पोस्टमार्टम के लिए इंतजार करना पड़ा।
शिक्षकों और छात्रों का प्रदर्शन
शिक्षकों और छात्रों ने शव की हत्या में शामिल व्यक्तियों की गिरफ्तारी की मांग को लेकर सड़क जाम किया। उन्होंने शिवपहाड़ चौक पर बांस-बल्लियों के साथ प्रदर्शन किया और पुलिस पर लापरवाही का आरोप लगाया। पोस्टमार्टम के बाद ही सड़क जाम समाप्त हुआ।