#खूंटी #श्रावणी_मेला_2025 : अमरेश्वर धाम में सावन माह की पहली पूजा के साथ श्रावणी महोत्सव शुरू — रक्षा राज्य मंत्री संजय सेठ ने की विधिवत शुरुआत, भावुक होकर साझा की अपनी श्रद्धा-यात्रा की स्मृतियां।
- बाबा आम्रेश्वरधाम में श्रावणी मेले का उद्घाटन संजय सेठ ने किया
- खूंटी विधायक रामसूर्या मुंडा व पूर्व विधायक रामकुमार पाहन रहे मौजूद
- भोलेनाथ की पूजा-अर्चना कर देशवासियों के कल्याण की कामना की गई
- स्वयंभू शिवलिंग पर जलाभिषेक कर भक्तों ने शुरू किया सावन पर्व
- रक्षा राज्य मंत्री ने बचपन की अमरेश्वर यात्रा की स्मृति साझा की
विधिवत पूजा-अर्चना के साथ श्रावणी मेले का शुभारंभ
खूंटी जिले के अंगनाबाड़ी स्थित बाबा आम्रेश्वरधाम में 11 जुलाई से श्रावणी मेले की भव्य शुरुआत हुई। रक्षा राज्य मंत्री संजय सेठ, खूंटी विधायक रामसूर्या मुंडा और पूर्व विधायक रामकुमार पाहन ने आज शिवलिंग पर जलाभिषेक कर मेले का उद्घाटन किया। इसके साथ ही श्रावण मास की धार्मिक यात्रा का शुभारंभ हो गया।
संजय सेठ ने कहा: “यह भगवान शिव का पवित्र सिद्ध स्थल है। बाबा आम्रेश्वरधाम में श्रावण के पहले दिन आकर पूजन करना मेरे लिए सौभाग्य की बात है।”
संजय सेठ ने झारखंड सहित पूरे देशवासियों के शांति, समृद्धि और सतत विकास की कामना करते हुए भगवान शिव का आशीर्वाद लिया।
भावुक हुए मंत्री, ताजा की बचपन की शिवभक्ति
पूजा के बाद संजय सेठ ने अपने बचपन के दिनों की यादें साझा करते हुए कहा कि जब वे छोटे थे, तब स्वर्णरेखा नदी से जल लाकर बाबा आम्रेश्वरधाम में जलाभिषेक किया करते थे। आज बतौर केंद्रीय मंत्री उस स्थल पर पूजा करना उनके लिए भावुक क्षण रहा। उन्होंने कहा कि बाबा भोलेनाथ की कृपा से झारखंड सदैव आगे बढ़ेगा।
संजय सेठ ने कहा: “जब मैं यहां जल चढ़ाने आता था, तब मैं सिर्फ एक आम भक्त था। आज भी खुद को उसी भाव में देखता हूं।”
व्यापक तैयारियों के बीच उमड़े श्रद्धालु
श्रावणी मेले को लेकर प्रबंधन समिति और जिला प्रशासन ने व्यापक तैयारियां की हैं। मेले के दौरान सुरक्षा, स्वास्थ्य, जल व्यवस्था और शिविर संचालन पर विशेष ध्यान दिया गया है।
श्रद्धालुओं का उत्साह सुबह से ही देखने को मिला, जहां भक्तों ने बाबा के दरबार में बेलपत्र, जल और दूध चढ़ाकर पूजा-अर्चना की। मंदिर परिसर को फूलों, रंग-बिरंगी झंडियों और रोशनी से सजाया गया है, जो भक्तों को आकर्षित कर रहा है।
श्रावणी मास के दौरान यहां हजारों कांवरिए जलाभिषेक के लिए पहुंचते हैं, जिससे क्षेत्र में धार्मिक ऊर्जा और उत्सव का वातावरण बना रहता है।

न्यूज़ देखो: संस्कृति और आस्था के संगम में समर्पण की मिसाल
‘न्यूज़ देखो’ खूंटी के बाबा आम्रेश्वरधाम जैसे स्थलों की धार्मिक, सांस्कृतिक और सामाजिक महत्ता को लगातार सामने लाता रहा है। संजय सेठ जैसे जनप्रतिनिधियों की आस्था और जमीन से जुड़ाव यह बताता है कि लोकसेवा और लोकआस्था का संगम ही झारखंड की असली पहचान है।
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सावन का महीना सिर्फ पूजा का नहीं, आपसी सहयोग, श्रद्धा और समाज से जुड़ने का पर्व है। आइए, इस खबर को अपने मित्रों और परिवारजनों तक साझा करें, ताकि और लोग भी बाबा भोलेनाथ के दर्शन और कृपा का लाभ ले सकें।