
#सिमडेगा #सेना_चयन : टिंगिना जलडेगा निवासी विद्यार्थी का आर्मी में चयन, संस्थान ने सम्मानित किया।
सिमडेगा जिले के टिंगिना जलडेगा निवासी श्रीकांत मांझी का भारतीय सेना में चयन हुआ है। वे प्रिंस चौक स्थित सहभागी कंपटीशन क्लासेस के विद्यार्थी रहे हैं। चयन की खबर मिलते ही संस्थान में खुशी का माहौल देखा गया और शिक्षकों ने उन्हें सम्मानित किया। यह सफलता क्षेत्र के युवाओं के लिए प्रेरणास्रोत बनकर सामने आई है।
- श्रीकांत मांझी का भारतीय सेना में चयन।
- टिंगिना जलडेगा के निवासी हैं चयनित अभ्यर्थी।
- सहभागी कंपटीशन क्लासेस, सिमडेगा से की थी तैयारी।
- गणेश सर ने फूलमाला और पौधा देकर किया सम्मान।
- संस्थान में मिठाइयां बांटकर मनाई गई खुशी।
- अन्य विद्यार्थियों को मेहनत और अनुशासन का संदेश।
सिमडेगा जिले के लिए यह गौरव का क्षण है जब स्थानीय युवक श्रीकांत मांझी ने भारतीय सेना में चयनित होकर न केवल अपने परिवार बल्कि पूरे जिले का नाम रोशन किया है। श्रीकांत मांझी, जो टिंगिना जलडेगा के निवासी हैं, ने प्रिंस चौक के समीप स्थित सहभागी कंपटीशन क्लासेस से प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी की थी। उनके चयन की खबर जैसे ही सामने आई, संस्थान में उत्सव का माहौल बन गया।
सहभागी कंपटीशन क्लासेस में सम्मान समारोह
श्रीकांत मांझी के सेना में चयन होने पर सहभागी कंपटीशन क्लासेस के निदेशक एवं शिक्षक गणेश सर ने उन्हें फूलमाला पहनाकर सम्मानित किया और पर्यावरण संरक्षण का संदेश देते हुए एक पौधा भी भेंट किया। इस अवसर पर संस्थान के अन्य शिक्षक एवं विद्यार्थी भी मौजूद रहे। सभी ने श्रीकांत को उज्ज्वल भविष्य की शुभकामनाएं दीं और उनकी सफलता पर गर्व व्यक्त किया।
माता-पिता और शिक्षकों को दिया सफलता का श्रेय
सम्मान समारोह के दौरान श्रीकांत मांझी ने अपनी सफलता का श्रेय अपने माता-पिता और संस्थान के शिक्षकों को दिया। उन्होंने कहा:
श्रीकांत मांझी ने कहा: “मेरे माता-पिता के सहयोग और शिक्षकों के मार्गदर्शन के बिना यह संभव नहीं हो पाता।”
उन्होंने यह भी कहा कि कठिन परिश्रम, अनुशासन और सही दिशा में की गई तैयारी ही उनकी सफलता की सबसे बड़ी कुंजी रही।
संस्थान में खुशी और प्रेरणा का माहौल
आर्मी में चयन की खुशी में सहभागी कंपटीशन क्लासेस में मिठाइयां बांटी गईं। संस्थान के अन्य विद्यार्थियों में भी खासा उत्साह देखा गया। शिक्षकों ने इस अवसर को प्रेरणास्रोत बताते हुए कहा कि श्रीकांत की सफलता यह साबित करती है कि सीमित संसाधनों के बावजूद सही मार्गदर्शन और मेहनत से बड़े लक्ष्य हासिल किए जा सकते हैं।
अन्य प्रतियोगी परीक्षाओं की भी हो रही तैयारी
संस्थान के शिक्षक ने जानकारी देते हुए बताया कि सहभागी कंपटीशन क्लासेस में वर्तमान में कई विद्यार्थी एसएससी जीडी, रेलवे, जेएसएससी एवं अन्य प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी कर रहे हैं। उन्होंने उम्मीद जताई कि आने वाले समय में संस्थान से और भी अच्छे परिणाम सामने आएंगे।
उन्होंने कहा कि संस्थान का उद्देश्य केवल परीक्षा पास कराना नहीं, बल्कि विद्यार्थियों में आत्मविश्वास, अनुशासन और राष्ट्रसेवा की भावना विकसित करना है।
ग्रामीण युवाओं के लिए प्रेरणा बने श्रीकांत
टिंगिना जलडेगा जैसे ग्रामीण क्षेत्र से निकलकर भारतीय सेना में चयनित होना यह दर्शाता है कि प्रतिभा किसी क्षेत्र की मोहताज नहीं होती। श्रीकांत मांझी की सफलता ने सिमडेगा जिले के युवाओं को यह संदेश दिया है कि अगर लक्ष्य स्पष्ट हो और मेहनत सच्ची हो, तो सफलता जरूर मिलती है।
न्यूज़ देखो: मेहनत और मार्गदर्शन की जीत
श्रीकांत मांझी का चयन यह दर्शाता है कि स्थानीय कोचिंग संस्थान और समर्पित शिक्षक ग्रामीण क्षेत्रों में भी बड़े सपनों को साकार कर सकते हैं। यह खबर युवाओं में राष्ट्रसेवा की भावना को मजबूत करती है और शिक्षा के महत्व को रेखांकित करती है। अब नजर इस बात पर रहेगी कि ऐसे और कितने युवा इस प्रेरणा से आगे बढ़ते हैं। हर खबर पर रहेगी हमारी नजर।
सपनों को हकीकत में बदलने का सही समय
श्रीकांत मांझी की सफलता हर उस युवा के लिए संदेश है जो सीमित संसाधनों के बावजूद बड़े सपने देखता है। सही मार्गदर्शन, निरंतर अभ्यास और आत्मविश्वास से हर लक्ष्य हासिल किया जा सकता है।
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इस सफलता की कहानी को दूसरों तक पहुंचाएं ताकि और युवा भी मेहनत के रास्ते पर आगे बढ़ें और अपने सपनों को साकार करें।





