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सिमडेगा झामुमो जिला अध्यक्ष अनिल कंडुलना ने क्रिसमस पर दिया एकता और भाईचारे का संदेश

#सिमडेगा #क्रिसमस_शुभकामनाएं : झामुमो जिला अध्यक्ष ने प्रेम, शांति और सौहार्द का आह्वान किया।

सिमडेगा जिले में क्रिसमस पर्व के अवसर पर झारखंड मुक्ति मोर्चा के जिला अध्यक्ष अनिल कंडुलना ने जिलेवासियों को शुभकामनाएं दीं। उन्होंने कहा कि क्रिसमस प्रेम, शांति और भाईचारे का प्रतीक पर्व है, जो समाज को जोड़ने का संदेश देता है। अनिल कंडुलना ने प्रभु यीशु मसीह के जीवन और शिक्षाओं को आज के समय में प्रासंगिक बताया। उन्होंने जिले में अमन-चैन, खुशहाली और विकास की कामना की।

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  • झामुमो जिला अध्यक्ष अनिल कंडुलना ने सिमडेगा वासियों को दी क्रिसमस की शुभकामनाएं।
  • क्रिसमस पर्व को प्रेम, शांति और भाईचारे का प्रतीक बताया।
  • प्रभु यीशु मसीह के समानता और सेवा के संदेश को बताया प्रासंगिक।
  • समाज में आपसी सद्भाव और सौहार्द मजबूत करने पर जोर।
  • जिले में अमन-चैन, खुशहाली और विकास की कामना।

सिमडेगा: क्रिसमस का पर्व सिमडेगा जिले में हर्षोल्लास और आपसी सद्भाव के वातावरण के बीच मनाया जा रहा है। इसी अवसर पर झारखंड मुक्ति मोर्चा (झामुमो) के सिमडेगा जिला अध्यक्ष अनिल कंडुलना ने जिले के समस्त नागरिकों को क्रिसमस की हार्दिक शुभकामनाएं दीं। उन्होंने कहा कि यह पर्व केवल एक धार्मिक उत्सव नहीं, बल्कि मानवता, प्रेम और भाईचारे का संदेश देने वाला अवसर है, जो समाज को एक-दूसरे के और करीब लाता है।

अनिल कंडुलना ने अपने संदेश में कहा कि आज के दौर में जब समाज में वैचारिक मतभेद और तनाव देखने को मिलते हैं, ऐसे में क्रिसमस जैसे पर्व हमें शांति, करुणा और सेवा की भावना को अपनाने की प्रेरणा देते हैं। उन्होंने सभी समुदायों से मिलजुल कर पर्व मनाने और सामाजिक एकता को मजबूत करने की अपील की।

प्रभु यीशु के संदेशों की प्रासंगिकता

क्रिसमस के अवसर पर अपने विचार व्यक्त करते हुए सफीक खान ने प्रभु यीशु मसीह के जीवन और उनके उपदेशों को आज के समय में अत्यंत प्रासंगिक बताया। उन्होंने कहा कि प्रभु यीशु ने संपूर्ण मानवता को समानता, प्रेम और निस्वार्थ सेवा का संदेश दिया है। इन मूल्यों को अपनाकर ही समाज में स्थायी शांति और सद्भाव स्थापित किया जा सकता है।

अनिल कंडुलना ने कहा:

“प्रभु यीशु मसीह का जीवन हमें सिखाता है कि प्रेम और सेवा से ही मानवता की सच्ची सेवा संभव है। आज हमें उनके बताए मार्ग पर चलने की पहले से कहीं अधिक आवश्यकता है।”

उन्होंने यह भी कहा कि प्रभु यीशु के संदेश किसी एक समुदाय तक सीमित नहीं हैं, बल्कि वे पूरी मानव जाति के लिए मार्गदर्शक हैं। यदि समाज इन शिक्षाओं को आत्मसात करे, तो आपसी वैमनस्य और भेदभाव स्वतः समाप्त हो सकता है।

सामाजिक सद्भाव और भाईचारे पर जोर

झामुमो जिला अध्यक्ष ने अपने संदेश में सामाजिक सौहार्द की आवश्यकता पर विशेष बल दिया। उन्होंने कहा कि सिमडेगा जिला विविध संस्कृति, परंपरा और आस्था का संगम है। ऐसे में सभी समुदायों का आपसी सम्मान और सहयोग ही जिले की सबसे बड़ी ताकत है।

उन्होंने कहा कि क्रिसमस जैसे पर्व हमें यह याद दिलाते हैं कि हम सब एक-दूसरे के सुख-दुख के सहभागी हैं। समाज में प्रेम और भाईचारे की भावना जितनी मजबूत होगी, विकास और शांति का रास्ता उतना ही सरल होगा। अनिल कंडुलना ने नागरिकों से अपील की कि वे पर्व को सादगी, आपसी प्रेम और सामाजिक जिम्मेदारी के साथ मनाएं।

अमन-चैन और विकास की कामना

अपने संदेश में अनिल कंडुलना ने जिले के लिए अमन-चैन, खुशहाली और विकास की कामना की। उन्होंने कहा कि जब समाज में शांति और आपसी विश्वास होता है, तभी विकास के कार्य सही दिशा में आगे बढ़ते हैं। उन्होंने उम्मीद जताई कि आने वाला समय सिमडेगा जिले के लिए प्रगति और समृद्धि लेकर आएगा।

अनिल कंडुलना ने यह भी कहा कि ऐसे पर्व समाज को सकारात्मक ऊर्जा देते हैं और लोगों को मानवता की सेवा के लिए प्रेरित करते हैं। उन्होंने सभी नागरिकों से आग्रह किया कि वे अपने आसपास जरूरतमंदों की मदद करें और समाज में सौहार्द बनाए रखने में अपनी भूमिका निभाएं।

राजनीतिक और सामाजिक संदर्भ

झारखंड मुक्ति मोर्चा लंबे समय से सामाजिक एकता और जनहित के मुद्दों को प्राथमिकता देती रही है। इस क्रम में पार्टी के जिला सचिव द्वारा दिया गया यह संदेश राजनीतिक से अधिक सामाजिक महत्व रखता है। क्रिसमस जैसे पर्व पर सभी समुदायों को साथ लेकर चलने की बात करना जिले में सामाजिक समरसता को और मजबूत करता है।

स्थानीय लोगों का मानना है कि इस तरह के संदेश समाज में सकारात्मक वातावरण बनाते हैं और युवाओं को भी सही दिशा में सोचने के लिए प्रेरित करते हैं। पर्व के अवसर पर नेताओं की ओर से शांति और भाईचारे की अपील समाज के लिए एक सकारात्मक संकेत है।

न्यूज़ देखो: पर्वों के संदेश से मजबूत होती सामाजिक एकता

क्रिसमस के अवसर पर सफीक खान का संदेश यह दर्शाता है कि पर्व केवल उत्सव नहीं, बल्कि समाज को जोड़ने का माध्यम भी हैं। प्रेम, शांति और सेवा की बात आज के सामाजिक माहौल में बेहद जरूरी है। ऐसे संदेशों से विभिन्न समुदायों के बीच विश्वास और सौहार्द को बढ़ावा मिलता है। यह देखना महत्वपूर्ण है कि समाज इन मूल्यों को दैनिक जीवन में कितना आत्मसात करता है। हर खबर पर रहेगी हमारी नजर।

प्रेम और सौहार्द से बनता है मजबूत समाज

क्रिसमस हमें सिखाता है कि मानवता सबसे बड़ा धर्म है। जब हम एक-दूसरे का सम्मान करते हैं और जरूरतमंदों के साथ खड़े होते हैं, तभी समाज आगे बढ़ता है।
अपने आसपास प्रेम, शांति और सहयोग का वातावरण बनाएं।
इस संदेश को दूसरों तक पहुंचाएं, और समाज में सकारात्मक सोच को मजबूत करने में योगदान दें।
एकजुट समाज ही उज्ज्वल भविष्य की नींव रखता है।

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Birendra Tiwari

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