
#सिमडेगा – हाथियों के हमले में लगातार बढ़ रही मौतें, ग्रामीणों में डर का माहौल:
- जंगली हाथियों ने दो दिनों में तीन लोगों की जान ले ली, कई घायल।
- महाबुआंग और बानो थाना क्षेत्र में दो लोगों को हाथियों ने कुचलकर मार डाला।
- वन विभाग ने मृतकों के परिजनों को तत्काल राहत के रूप में 10,000 रुपये दिए।
- झारखंड सरकार के अनुसार, हाथी के हमले में मृतकों के परिवार को 4 लाख रुपये का मुआवजा दिया जाएगा।
जंगली हाथियों का बढ़ता खतरा
सिमडेगा जिले में जंगली हाथियों का आतंक जारी है। बीते दो दिनों में हाथियों के हमले में तीन लोगों की जान जा चुकी है, जिससे ग्रामीणों में डर और दहशत का माहौल बना हुआ है।
महाबुआंग में युवक को कुचला
वन विभाग के अनुसार, शुक्रवार रात करीब एक बजे महाबुआंग थाना क्षेत्र के बुरुइर्गी देबाटोली गांव में 28 वर्षीय विकास ओहदार अपने घर के बाहर सो रहा था, तभी हाथी ने उसे कुचलकर मार डाला।
“ग्रामीण इलाकों में जंगली हाथियों का आंतक बढ़ रहा है। प्रशासन को तत्काल कदम उठाने की जरूरत है।” – स्थानीय निवासी
बानो में महिला की दर्दनाक मौत
एक अन्य घटना में, बानो थाना क्षेत्र के जामंग गांव में 45 वर्षीय महिला सिबिरया लुगुन महुआ के फूल इकट्ठा करने गई थी, जहां एक हाथी ने उसे कुचल दिया। मौके पर पहुंची पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए सिमडेगा भेज दिया।
पिछले दो दिनों में तीन लोगों की मौत
इन घटनाओं के साथ, पिछले दो दिनों में जिले में हाथियों के हमले से तीन लोगों की मौत हो चुकी है। गुरुवार को जडेगा इलाके में भी एक व्यक्ति की जान गई थी।
वन विभाग की कार्रवाई और मुआवजा
वन विभाग ने मृतकों के परिवारों को तत्काल 10,000 रुपये की आर्थिक सहायता दी है। अधिकारियों ने बताया कि आवश्यक औपचारिकताओं के बाद, झारखंड सरकार द्वारा 4 लाख रुपये का मुआवजा दिया जाएगा।
‘न्यूज़ देखो’ – आपकी सुरक्षा, हमारी प्राथमिकता
सिमडेगा में हाथियों के हमले से बढ़ते खतरे पर आपकी क्या राय है? क्या प्रशासन को गांवों में सुरक्षा के लिए ठोस कदम उठाने चाहिए?
अपनी राय कमेंट बॉक्स में दें और इस खबर को शेयर करें।