
#सिमडेगा #छात्रपुलिसकैडेट : बानो में आयोजित फुटबॉल प्रतियोगिता में छात्रों ने दिखाया प्रतिभा, पुलिस अधिकारियों ने खेल व अनुशासन का महत्व समझाया
- स्टूडेंट पुलिस कैडेट कार्यक्रम के तहत फुटबॉल प्रतियोगिता का आयोजन।
- कार्यक्रम में एसपी सिमडेगा एम. अर्शी सहित कई पदाधिकारी उपस्थित।
- वर्ग नवम् ने फाइनल मुकाबले में 1-0 से जीत दर्ज की।
- छात्रों को ट्रॉफी, मेडल, पाठ्य सामग्री और बैग वितरित किए गए।
- अधिकारियों ने अनुशासन, कानून, सड़क सुरक्षा और सामाजिक जिम्मेदारी पर जोर दिया।
बानो के एस एस +2 उच्च विद्यालय स्टेडियम मैदान में सिमडेगा पुलिस द्वारा स्टूडेंट पुलिस कैडेट कार्यक्रम के तहत एक प्रेरणादायक फुटबॉल प्रतियोगिता का आयोजन किया गया। इस प्रतियोगिता का उद्देश्य विद्यार्थियों में खेल भावना, अनुशासन और सामाजिक जिम्मेदारी को बढ़ावा देना था। कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के रूप में पुलिस अधीक्षक सिमडेगा एम. अर्शी उपस्थित रहे। उनके साथ अनुमंडल पुलिस पदाधिकारी बैजू उरांव, सर्किल इंस्पेक्टर एडुएल गेस्टेन बागे, सार्जेंट मेजर रंजित कुमार, थाना प्रभारी मानव मयंक, प्रखंड विकास पदाधिकारी सह अंचलाधिकारी नईमुद्दीन अंसारी, एवं विद्यालय के प्रधानाध्यापक आनंद कुमार साहू मौजूद रहे।
रोमांचक फाइनल में वर्ग नवम् की जीत
फाइनल मैच बानो एस एस +2 उच्च विद्यालय के वर्ग अष्टम् और वर्ग नवम् के बीच खेला गया। कड़े मुक़ाबले में वर्ग नवम् ने 1-0 से विजय प्राप्त की। मैच से पहले एसपी एम. अर्शी और अन्य अधिकारियों ने खिलाड़ियों से परिचय प्राप्त कर तथा फुटबॉल को किक मारकर प्रतियोगिता का उद्घाटन किया। खिलाड़ियों के उत्साह और कौशल को देखकर दर्शकों में भी उमंग का माहौल रहा।
खेल, शिक्षा और अनुशासन—एसपी ने दिया प्रेरक संदेश
पुलिस अधीक्षक एम. अर्शी ने बच्चों को संबोधित करते हुए कहा कि खेल जीवन में अनुशासन और सकारात्मक ऊर्जा लाता है। उन्होंने छात्रों से मन लगाकर पढ़ाई करने और खेलकूद को जीवन का अहम हिस्सा बनाने की सलाह दी। उन्होंने सड़क सुरक्षा, कानून की समझ और सामाजिक जिम्मेदारी जैसे महत्वपूर्ण पहलुओं पर भी रोशनी डाली।
एसपी अर्शी ने कहा कि “बच्चे खेल और पढ़ाई दोनों में संतुलन बनाकर चलें और अपने माता-पिता व समाज का नाम रोशन करें।”
पुलिस अधिकारियों ने बढ़ाया उत्साह
कार्यक्रम में एसडीपीओ बैजू उरांव और सर्किल इंस्पेक्टर एडुएल गेस्टेन बागे ने खिलाड़ियों को खेल को खेल की भावना से खेलने की प्रेरणा दी। उन्होंने बताया कि खेल केवल शारीरिक ही नहीं, बल्कि मानसिक और सामाजिक विकास का भी प्रमुख माध्यम है। उन्होंने छात्रों को अनुशासन के साथ आगे बढ़ने की सलाह दी।
पुरस्कार वितरण से खिले बच्चों के चेहरे
प्रतियोगिता के अंत में विजेता एवं उपविजेता टीम को ट्रॉफी और मेडल प्रदान किए गए। इसके अलावा स्टूडेंट पुलिस कैडेट कार्यक्रम के तहत छात्रों को पाठ्य सामग्री, बैग और अन्य अध्ययन सामग्री दी गई। इससे बच्चों में उत्साह और आत्मविश्वास और बढ़ गया।
कार्यक्रम में बड़ी संख्या में अधिकारी और शिक्षक शामिल
इस आयोजन में पुलिस अधीक्षक एम. अर्शी, एसडीपीओ बैजू उरांव, इंस्पेक्टर एडुएल गेस्टेन बागे, प्रखंड विकास पदाधिकारी सह अंचलाधिकारी नईमुद्दीन अंसारी, सार्जेंट मेजर रंजित कुमार, थाना प्रभारी मानव मयंक, एसआई अजित कुमार, एएसआई अशोक कुमार राम, सत्येंद्र सिंह, प्रधानाध्यापक आनंद कुमार साहू, शिक्षक मुकेश साहू, संदीप कुमार सिंह, डॉ. संजय कुमार, संदीप केशरी, भीखाराम उरांव, सहित विद्यालय के अन्य शिक्षक व छात्र-छात्राएं उपस्थित थे।

न्यूज़ देखो: बच्चों में अनुशासन और जिम्मेदारी की मजबूत पहल
सिमडेगा पुलिस द्वारा आयोजित यह प्रतियोगिता केवल खेल तक सीमित नहीं रही, बल्कि छात्रों में अनुशासन, कानून की समझ और सामाजिक जिम्मेदारी की भावना विकसित करने का एक प्रभावी प्रयास साबित हुई। ऐसे कार्यक्रम स्कूल और पुलिस के बीच सकारात्मक संबंधों को मजबूत करते हैं और विद्यार्थियों के सर्वांगीण विकास में मददगार बनते हैं।
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