#सिमडेगा #ऑपरेशनरेडहंट : 27 वर्षों से छिपे अपराधी को दबोचने में पुलिस को मिली कामयाबी
- ऑपरेशन रेड हंट के तहत पुलिस का विशेष अभियान।
- 27 साल से फरार स्थायी वारंटी रामबिलास साय गिरफ्तार।
- मामला कुरडेग थाना, GR-151/98, धारा 379/34 भादवि से जुड़ा।
- घटना के बाद छत्तीसगढ़ भागा था अभियुक्त, हाल ही में लौटा था गांव।
- अब तक 29 लाल वारंटी गिरफ्तार, 42 लाल वारंटों का निष्पादन।
सिमडेगा। जिले की पुलिस ने “ऑपरेशन रेड हंट” के तहत एक और बड़ी उपलब्धि हासिल की है। लंबे समय से फरार चल रहे अपराधियों की धरपकड़ अभियान में पुलिस ने 27 वर्षों से फरार स्थायी (लाल) वारंटी रामबिलास साय को गिरफ्तार कर लिया है। यह गिरफ्तारी सिमडेगा पुलिस की सक्रियता और सतर्कता का बड़ा उदाहरण मानी जा रही है।
27 साल से कानून से भागता रहा अपराधी
गिरफ्तार आरोपी रामबिलास साय (59 वर्ष), पिता स्व. मंगलो साय, निवासी कुटमाकच्छार, थाना कुरडेग के खिलाफ GR-151/98, धारा 379/34 भादवि दर्ज था। घटना के बाद से ही वह गिरफ्तारी के डर से छत्तीसगढ़ में मजदूरी करने चला गया था और पुलिस की पकड़ से लगातार बचता रहा।
हाल ही में जब वह अपने गांव लौटा और कुरडेग के दर्रीडीह में रिश्तेदार के घर ठहरा हुआ था, तभी पुलिस को गुप्त सूचना मिली। इसके आधार पर विशेष छापामारी अभियान चलाकर उसे दबोच लिया गया।
ऑपरेशन रेड हंट का असर
सिमडेगा पुलिस का यह अभियान लगातार अपराधियों के लिए सिरदर्द बन गया है। पुलिस ने अब तक 29 लाल (स्थायी) वारंटियों को गिरफ्तार कर न्यायिक हिरासत में भेजा है, जबकि कुल 42 लाल वारंटों का निष्पादन किया जा चुका है।
न्यूज़ देखो: अपराधियों के लिए कड़ा संदेश
सिमडेगा पुलिस की इस कार्रवाई ने साफ कर दिया है कि अपराध कितना भी पुराना क्यों न हो, कानून से बच पाना नामुमकिन है। 27 साल पुराने इस मामले की गिरफ्तारी से पुलिस का मनोबल बढ़ा है और अपराधियों में खौफ भी पैदा हुआ है। यह कदम न्याय व्यवस्था और आम जनता दोनों के लिए भरोसा जगाने वाला है।
हर खबर पर रहेगी हमारी नजर।
न्याय का हाथ देर से ही सही लेकिन पड़ता जरूर है
यह घटना साबित करती है कि कानून की पकड़ भले देर से हो लेकिन बेहद मजबूत होती है। अब समय है कि समाज भी ऐसे अपराधियों की पहचान करने और पुलिस को सहयोग देने में आगे आए। अपनी राय कमेंट करें और इस खबर को शेयर करें ताकि न्याय की यह गूंज हर कोने तक पहुंचे।