
#सिमडेगा #पुलिसअभियान : दशकों से फरार स्थायी वारंटियों को पुलिस ने विशेष छापेमारी में दबोचा
- सिमडेगा पुलिस ने ऑपरेशन रेड हंट चलाकर पांच लाल वारंटियों को पकड़ा।
- कोलेबिरा थाना क्षेत्र से दो अपराधी, जिनमें एक 38 साल से फरार था।
- रेंगारीह थाना क्षेत्र से 18 साल से फरार आरोपी की गिरफ्तारी।
- बांसजोर थाना क्षेत्र से 8 साल से फरार मुकेश साहु पुलिस के हत्थे चढ़ा।
- सिमडेगा थाना से 13 साल से फरार बेदुरी यादव को पकड़ा गया।
सिमडेगा पुलिस ने लंबे समय से फरार स्थायी वारंटियों के खिलाफ विशेष अभियान चलाया। इस दौरान जिले के अलग-अलग थाना क्षेत्रों से पांच अपराधियों को गिरफ्तार किया गया, जिन पर गंभीर आपराधिक मामले दर्ज थे। इनमें से एक आरोपी 38 वर्षों से फरार था। पुलिस को यह सफलता गुप्त सूचना और लगातार की जा रही छापेमारी की बदौलत मिली। इस कार्रवाई ने पुलिस की सक्रियता और अपराधियों के खिलाफ सख्ती का संकेत दिया है।
कोलेबिरा थाना से दो अपराधी गिरफ्तार
पहला मामला पुसा खड़िया का है, जो 1987 से चोरी के मामले में फरार चल रहा था। उसके खिलाफ कांड संख्या 39/87 धारा 147/379 भादवि दर्ज था। गिरफ्तारी से बचने के लिए वह वर्षों तक गुजरात में रह रहा था। हाल ही में अपने गांव लौटने पर पुलिस ने उसे पकड़ लिया।
दूसरा मामला विलकन सुरीन उर्फ अब्राहम विलकन सुरीन का है, जिस पर ट्रक लूट का आरोप है। उसके खिलाफ कांड संख्या 38/21 धारा 392/411/174ए भादवि दर्ज था। चार साल तक फरार रहने के बाद जब वह ओडिशा से घर लौटा, तब पुलिस ने छापामारी कर उसे दबोच लिया।
पुलिस सूत्रों ने बताया: “विलकन सुरीन का आपराधिक इतिहास रहा है। उसके खिलाफ जलडेगा और कोलेबिरा थाने में कई गंभीर मामले दर्ज हैं, जिनमें आर्म्स एक्ट और सीएलए एक्ट के तहत भी कार्रवाई हुई है।”
रेंगारीह थाना क्षेत्र से गिरफ्तारी
सुमरू उर्फ सोमरू मलार को पुलिस ने पकड़ा। वह कांड संख्या 21/07 धारा 341/323/325/34 भादवि में 18 वर्षों से फरार था। घटना के बाद वह कमाने के लिए बाहर चला गया था और लंबे समय तक पुलिस से बचता रहा। लेकिन जब हाल में वह अपने जीजा के घर डूमरडीह, कुरडेग में छिपा मिला, तब पुलिस ने उसे गिरफ्तार कर लिया।
बांसजोर थाना क्षेत्र से अपराधी की धरपकड़
मुकेश साहु, जो 2017 से फरार था, पुलिस की गिरफ्त में आया। उसके खिलाफ कांड संख्या 25/17 धारा 324/307/452/34 भादवि दर्ज था। आठ वर्षों से वह लगातार भाग रहा था, लेकिन पुलिस ने गुप्त सूचना पर कार्रवाई कर उसे धर दबोचा।
सिमडेगा थाना क्षेत्र से बड़ी सफलता
पुलिस ने बेदुरी यादव को गिरफ्तार किया। वह कांड संख्या 35/12 धारा 323/341/447/504/34 भादवि में आरोपी था। पिछले 13 साल से फरार बेदुरी बिहार में रह रहा था। हाल ही में सिमडेगा लौटने पर पुलिस ने उसे गिरफ्तार कर लिया।
पुलिस का बयान और आगे की कार्रवाई
सिमडेगा पुलिस अधिकारियों ने बताया कि यह गिरफ्तारी जिले में अपराध पर रोक लगाने की दिशा में महत्वपूर्ण कदम है। उन्होंने कहा कि ऐसे अभियुक्त जो वर्षों से फरार चल रहे हैं, उनके खिलाफ लगातार अभियान जारी रहेगा।
न्यूज़ देखो: अपराध पर नकेल कसने की दिशा में बड़ा कदम
सिमडेगा पुलिस का यह अभियान बताता है कि अपराधी कितने भी साल फरार रहें, कानून के शिकंजे से बच नहीं सकते। दशकों पुराने मामलों में आरोपियों की गिरफ्तारी पुलिस की मेहनत और सक्रियता को दर्शाती है। यह कार्रवाई न केवल आम लोगों में भरोसा बढ़ाती है बल्कि अपराधियों को भी चेतावनी देती है कि न्याय से भागना संभव नहीं।
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अपराध पर सख्ती से ही आएगी शांति
सिमडेगा पुलिस की इस कार्रवाई से साबित होता है कि अपराधियों के खिलाफ लगातार प्रयास ही समाज में शांति कायम कर सकते हैं। अब समय है कि हम सब भी अपराध के खिलाफ पुलिस का सहयोग करें। अपनी राय कमेंट करें, खबर को दोस्तों तक साझा करें और जागरूकता फैलाएं।