
#सिमडेगा #हॉकी : राष्ट्रीय स्तर की तकनीकी अधिकारी और सिमडेगा कॉलेज की पूर्व छात्रा प्रतिमा तिर्की को अंतर्राष्ट्रीय हॉकी महासंघ अध्यक्ष मो. तय्यब इकराम ने हॉकी स्टिक भेंटकर सम्मानित किया
- राजगीर में आयोजित FIH–AHF लेवल 2 तकनीकी अधिकारी पाठ्यक्रम में शामिल हुईं।
- प्रतिमा तिर्की, हॉकी इंडिया की राष्ट्रीय प्रतियोगिताओं में लगातार दे रही सेवा।
- अंतर्राष्ट्रीय हॉकी महासंघ अध्यक्ष मो. तय्यब इकराम ने स्टेडियम में किया सम्मानित।
- सिमडेगा महाविद्यालय की छात्रा रह चुकीं प्रतिमा को मिला अंतर्राष्ट्रीय पहचान।
- आयोजन स्थल एशिया कप पुरुष हॉकी टूर्नामेंट का स्टेडियम बना सम्मान का साक्षी।
सिमडेगा की धरती एक बार फिर गौरवान्वित हुई जब जिले की बेटी और राष्ट्रीय स्तर की तकनीकी अधिकारी प्रतिमा तिर्की को अंतर्राष्ट्रीय हॉकी महासंघ (FIH) के अध्यक्ष मो. तय्यब इकराम ने सम्मानित किया। यह सम्मान बिहार के राजगीर में चल रहे पुरुष एशिया कप हॉकी टूर्नामेंट के स्टेडियम में दिया गया, जहां तीन दिवसीय FIH–AHF लेवल 2 तकनीकी अधिकारी पाठ्यक्रम का आयोजन हुआ था।
तकनीकी अधिकारी के रूप में प्रतिमा तिर्की की यात्रा
प्रतिमा तिर्की हॉकी सिमडेगा की सक्रिय सदस्य रही हैं और सिमडेगा कॉलेज की छात्रा रहते हुए उन्होंने खेल प्रशासन और तकनीकी प्रबंधन की दिशा में अपना सफर शुरू किया। वे पहले ही FIH लेवल 1 तकनीकी अधिकारी परीक्षा उत्तीर्ण कर चुकी हैं और लंबे समय से हॉकी इंडिया की राष्ट्रीय प्रतियोगिताओं में अपनी सेवाएं दे रही हैं।
राजगीर में हुआ लेवल 2 प्रशिक्षण
बिहार के राजगीर में आयोजित इस पाठ्यक्रम का मकसद भारत के तकनीकी अधिकारियों को अंतर्राष्ट्रीय नियम और विनियमों में दक्ष बनाना था। इस प्रशिक्षण कार्यक्रम में विभिन्न राज्यों के चयनित तकनीकी अधिकारी शामिल हुए। प्रतिमा तिर्की ने यहां सफलतापूर्वक भागीदारी निभाई और अपनी प्रतिबद्धता से सबका ध्यान आकर्षित किया।
सम्मान का ऐतिहासिक पल
कार्यक्रम के दौरान, एशिया कप के स्टेडियम में FIH अध्यक्ष मो. तय्यब इकराम ने स्वयं प्रतिमा तिर्की को सम्मानित किया। उन्होंने हॉकी स्टिक भेंटकर उनके उज्जवल भविष्य की शुभकामनाएं दीं। इस पल ने न केवल प्रतिमा बल्कि पूरे सिमडेगा और झारखंड को गौरवान्वित कर दिया।
मो. तय्यब इकराम ने कहा: “प्रतिमा जैसी युवा तकनीकी अधिकारियों की मेहनत ही भविष्य में एशियाई हॉकी को नई ऊंचाई देगी।”
सिमडेगा में खुशी की लहर
प्रतिमा के इस सम्मान की खबर मिलते ही सिमडेगा में खुशी का माहौल है। स्थानीय खेल प्रेमियों और हॉकी से जुड़े युवाओं ने इसे प्रेरणादायी पल बताया। कॉलेज प्रशासन और शिक्षकों ने भी उनकी इस उपलब्धि को बड़ी कामयाबी करार दिया।
न्यूज़ देखो: सिमडेगा की बेटियों की नई उड़ान
प्रतिमा तिर्की का सम्मान इस बात का प्रमाण है कि सिमडेगा की धरती केवल खिलाड़ियों की नहीं, बल्कि तकनीकी अधिकारियों की भी जननी बन रही है। यह उपलब्धि खेल प्रबंधन और प्रशासन में स्थानीय युवाओं की भागीदारी को नई दिशा देती है।
हर खबर पर रहेगी हमारी नजर।
नई पीढ़ी के लिए प्रेरणा
प्रतिमा तिर्की का यह सफर बताता है कि मेहनत और लगन से कोई भी युवती अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर पहचान बना सकती है। अब समय है कि हम सब खेल और शिक्षा दोनों क्षेत्रों में अपने बच्चों को प्रोत्साहन दें। अपनी राय कमेंट करें और इस प्रेरणादायक खबर को दोस्तों के साथ साझा करें ताकि और युवतियां आगे बढ़ने की हिम्मत पा सकें।