हाइलाइट्स :
- सिरमटोली फ्लाईओवर निर्माण को लेकर आदिवासी संगठनों का विरोध।
- सरना स्थल के अतिक्रमण पर आदिवासी नेताओं ने जताई नाराजगी।
- 22 मार्च को रांची बंद का ऐलान।
- विधायकों की शवयात्रा निकाल कर जताया विरोध।
- विधायक सीपी सिंह ने विधानसभा में उठाया मुद्दा, मुख्यमंत्री ने दिया आश्वासन।
निर्माण के बीच विरोध
राजधानी रांची के मेकॉन क्षेत्र में सिरमटोली फ्लाईओवर का निर्माण कार्य तेजी से जारी है। लेकिन इस निर्माण को लेकर आदिवासी संगठनों में नाराजगी है। उनका कहना है कि इस निर्माण के कारण सिरमटोली सरना स्थल प्रभावित हो रहा है, जो पूरे देश के आदिवासियों की आस्था का केंद्र है।
सोमवार को विरोध में विभिन्न संगठनों ने विधायकों की प्रतीकात्मक शवयात्रा निकालकर विरोध जताया।
22 मार्च को रांची बंद का ऐलान
आदिवासी संगठनों ने चेतावनी दी है कि यदि सरहुल पर्व से पहले इस समस्या का समाधान नहीं निकाला गया, तो वे बड़े पैमाने पर जन आंदोलन करेंगे। उन्होंने यह भी साफ कहा कि धार्मिक स्थल के साथ किसी प्रकार का समझौता स्वीकार नहीं किया जाएगा और 22 मार्च को रांची बंद रहेगा।
आदिवासी नेताओं ने राज्य सरकार पर आदिवासी भावनाओं के साथ राजनीति करने का आरोप लगाया है।
विधायक सीपी सिंह ने सदन में उठाया मुद्दा
रांची विधायक सीपी सिंह ने इस मामले को विधानसभा में उठाते हुए मुख्यमंत्री का ध्यान आकर्षित किया। उन्होंने ट्वीट करते हुए कहा:
“आज सदन में रांची विधानसभा अंतर्गत सीरमटोली चौक स्थित सरना धर्मस्थल और फ्लाईओवर रैंप विवाद का मुद्दा उठाया। मैंने मुख्यमंत्री श्री हेमंत सोरेन जी का ध्यान आकृष्ट करते हुए कहा कि यह स्थल आदिवासी समाज की आस्था का केंद्र है। फ्लाईओवर निर्माण से उन्हें कठिनाई हो रही है। मुख्यमंत्री ने आश्वस्त किया कि सरहुल पर्व में किसी को कोई समस्या नहीं होगी।”
‘न्यूज़ देखो’ की नज़र
आदिवासी आस्था और विकास कार्यों के बीच खड़े इस विवाद का हल क्या निकलता है, यह देखना बेहद जरूरी है। क्या सरकार वादे निभाएगी या जन आंदोलन की स्थिति बनेगी — ‘न्यूज़ देखो’ इस पूरे मसले पर आपकी नज़र बनाए रखेगा।
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