- रांची में आदिवासी संगठनों का जोरदार प्रदर्शन।
- फ्लाईओवर निर्माण का विरोध, हजारों लोग सड़कों पर उतरे।
- सरकार से फ्लाईओवर रैंप हटाने की मांग।
- फ्लाईओवर के डिजाइन में बदलाव करने की तैयारी।
सरना स्थल के अस्तित्व की लड़ाई
रांची के सिरमटोली सरना स्थल को बचाने की मांग को लेकर शुक्रवार को राजधानी में आदिवासी संगठनों ने 10 किलोमीटर लंबी मानव श्रृंखला बनाई। सहजानंद चौक से बिरसा चौक तक हजारों आदिवासी महिला-पुरुष हाथों में तख्तियां लेकर प्रदर्शन करते नजर आए।
क्या है विवाद?
केंद्रीय सरना समिति सिरमटोली के सामने फ्लाईओवर निर्माण का विरोध कर रही है। समिति के अध्यक्ष रवि मुंडा ने बताया कि “हमने सरकार और प्रशासन को कई बार इस मामले से अवगत कराया, लेकिन अब तक कोई ठोस कार्रवाई नहीं हुई है।”

सरना समिति का कड़ा रुख
सरना समिति के अर्जुन मुंडा ने कहा कि “सरना स्थल के पास सिरमटोली कनेक्टिंग फ्लाईओवर का रैंप उतारा जा रहा है, जो हमारी आस्था पर सीधा प्रहार है।” उन्होंने मांग की कि सरहूल जुलूस से पहले इसे हटाया जाए, ताकि धार्मिक आयोजन में कोई बाधा न आए।
“सरहूल के जुलूस में राजधानी भर से हजारों लोग जुटेंगे, ऐसे में फ्लाईओवर का रैंप परेशानी खड़ी करेगा।”
सरकार का रुख – बदलेगा फ्लाईओवर का डिजाइन
फ्लाईओवर निर्माण से जुड़े पथ निर्माण विभाग और इंजीनियरों ने आश्वासन दिया है कि “नए डीपीआर के तहत फ्लाईओवर की डिजाइन में बदलाव किया जाएगा, ताकि किसी को परेशानी न हो। फ्लाईओवर को और ऊंचा किया जाएगा।”

‘न्यूज़ देखो’ की नज़र:
- क्या सरकार आदिवासियों की मांग पर ध्यान देगी?
- फ्लाईओवर का रैंप हटेगा या विरोध जारी रहेगा?
- आदिवासी संगठनों की अगली रणनीति क्या होगी?
‘न्यूज़ देखो’ इस मामले की हर अपडेट पर नजर बनाए रखेगा।