#सिमडेगा #आध्यात्मिक_सेवा : मिशनरी ऑफ चैरिटी से जुड़ी सिस्टर विनीता बिलुंग की अंतिम मन्नत पर जामपानी में श्रद्धा और उल्लास।
सिमडेगा जिले के ठेठईटांगर प्रखंड अंतर्गत जामपानी गांव में मिशनरी ऑफ चैरिटी से जुड़ी सिस्टर विनीता बिलुंग के अंतिम मन्नत समारोह का आयोजन श्रद्धा और उत्साह के साथ किया गया। इस अवसर पर धार्मिक अनुष्ठान, धन्यवाद मिस्सा और सांस्कृतिक कार्यक्रमों का आयोजन हुआ। सिस्टर विनीता की आध्यात्मिक यात्रा और 18 वर्षों की सेवा को समाज के लिए प्रेरणास्रोत बताया गया। कार्यक्रम में धर्मगुरुओं, राजनीतिक प्रतिनिधियों और बड़ी संख्या में ग्रामीणों की उपस्थिति रही।
- जामपानी शांति कॉलोनी में सिस्टर विनीता बिलुंग का अंतिम मन्नत समारोह आयोजित।
- मिशनरी ऑफ चैरिटी के साथ 18 वर्षों की सेवा पूर्ण करने पर धन्यवाद मिस्सा।
- फादर गैब्रियल डुंगडुंग सहित कई धर्मगुरुओं द्वारा मिस्सा पूजा संपन्न।
- झामुमो जिलाध्यक्ष अनिल कंडुलना ने आध्यात्मिक यात्रा को बताया प्रेरणास्रोत।
- गांववासियों द्वारा सांस्कृतिक कार्यक्रम और प्रीतिभोज का आयोजन।
सिमडेगा जिले के ठेठईटांगर प्रखंड अंतर्गत जामपानी पल्ली में उस समय श्रद्धा और उल्लास का वातावरण देखने को मिला, जब मिशनरी ऑफ चैरिटी से जुड़ी सिस्टर विनीता बिलुंग का अंतिम मन्नत समारोह धूमधाम से संपन्न हुआ। यह आयोजन जामपानी शांति कॉलोनी में हुआ, जहां दूर-दराज से आए पल्लीवासी, धर्मगुरु और अतिथि शामिल हुए।
धार्मिक अनुष्ठान से हुई समारोह की शुरुआत
कार्यक्रम की शुरुआत पल्ली पुरोहित फादर गैब्रियल डुंगडुंग, डीन सहायक पुरोहित फादर संदीप कुमार एवं फादर विंसेंट जोजो द्वारा विधिवत मिस्सा पूजा के साथ की गई। इस दौरान सिस्टर विनीता के आध्यात्मिक जीवन, सेवा भावना और ईश्वर के प्रति समर्पण के लिए विशेष प्रार्थनाएं की गईं।
प्रारंभिक शिक्षा से आध्यात्मिक जीवन तक का सफर
सिस्टर विनीता बिलुंग का जन्म पिता ख्रीस्तटॉफर बिलुंग एवं माता स्वर्गीय बिजिनिया बिलुंग के घर हुआ। उनकी प्रारंभिक शिक्षा ऊर्सुलाइन कॉन्वेंट, जामपानी से पूरी हुई। छात्र जीवन से ही वे अनुशासन, सेवा और संवेदनशीलता के लिए जानी जाती थीं।
मदर टेरेसा के सेवा कार्यों से प्रेरित होकर उन्होंने मिशनरी ऑफ चैरिटी को अपने जीवन का लक्ष्य बनाया। उन्होंने 7 दिसंबर 2012 को कोलकाता स्थित मदर हाउस में पहला मन्नत लिया और अपना जीवन ईश्वर एवं मानव सेवा को समर्पित कर दिया।
विदेश में सेवा और अंतिम मन्नत
ईश्वर की योजना को स्वीकार करते हुए सिस्टर विनीता को विदेश में सेवा का अवसर मिला। उन्होंने 8 दिसंबर 2018 को अमेरिका के वॉशिंगटन शहर में अंतिम मन्नत लिया। इसके बाद वे अमेरिका के सेंट्रल यूएसए और कोस्टारिका में रहकर मिशनरी ऑफ चैरिटी के माध्यम से निरंतर सेवा कार्य करती रहीं।
लगभग 18 वर्षों की सेवा के बाद सिस्टर विनीता जब अपने गांव जामपानी लौटीं, तो यह पल गांववासियों के लिए भावनात्मक और गर्व का विषय बन गया।
धन्यवाद मिस्सा और सांस्कृतिक प्रस्तुतियां
अंतिम मन्नत समारोह के अवसर पर एक विशेष धन्यवाद मिस्सा पूजा का आयोजन किया गया, जिसमें उनके पवित्र जीवन और सेवा कार्यों के लिए ईश्वर के प्रति कृतज्ञता प्रकट की गई। मिस्सा पूजा के उपरांत गांववासियों द्वारा सांस्कृतिक कार्यक्रमों की शानदार प्रस्तुति दी गई, जिसने पूरे माहौल को उत्सवमय बना दिया।
ग्रामीणों ने सिस्टर विनीता को शुभकामनाएं देते हुए उनके भावी आध्यात्मिक जीवन के लिए मंगलकामनाएं कीं। कार्यक्रम के समापन पर सभी के लिए प्रीतिभोज का आयोजन किया गया।
आध्यात्मिक जीवन समाज के लिए प्रेरणा
इस अवसर पर झामुमो जिलाध्यक्ष अनिल कंडुलना ने कहा कि सिस्टर विनीता बिलुंग की आध्यात्मिक यात्रा हम सभी के लिए प्रेरणास्रोत है। उन्होंने कहा कि सेवा, त्याग और समर्पण का यह मार्ग आज के समाज को नई दिशा देने वाला है।
झामुमो जिलाध्यक्ष अनिल कंडुलना ने कहा: “सिस्टर विनीता बिलुंग का जीवन यह सिखाता है कि सच्ची सेवा ही सबसे बड़ी साधना है।”
गणमान्य अतिथियों की उपस्थिति
कार्यक्रम में झामुमो केंद्रीय सदस्य नोवास केरकेट्टा, जिला उपाध्यक्ष रितेश बड़ाइक, जिला कोषाध्यक्ष राजेश टोप्पो, हेड प्रचारक विलियम केरकेट्टा, ऊर्सुलाइन कॉन्वेंट की धर्म बहनें, रेंगारीह कॉन्वेंट की सिस्टर पूनम कीड़ों, सिस्टर ज्योति केरकेट्टा, बिनीता सोरेंग, सिस्टर प्रमिला कीड़ों, ब्रदर अगस्टूस केरकेट्टा, अनिल बिलुंग, फेलिक्स सोरेंग सहित बड़ी संख्या में पल्लीवासी और अतिथि उपस्थित रहे।

न्यूज़ देखो: सेवा और समर्पण का जीवंत उदाहरण
सिस्टर विनीता बिलुंग का जीवन यह दर्शाता है कि ग्रामीण परिवेश से निकलकर भी वैश्विक स्तर पर मानव सेवा की जा सकती है। उनका समर्पण न केवल धार्मिक समुदाय, बल्कि पूरे समाज के लिए प्रेरक है। ऐसे आयोजन सामाजिक एकता और मानवीय मूल्यों को मजबूत करते हैं। हर खबर पर रहेगी हमारी नजर।
सेवा के मार्ग पर आगे बढ़ने का संदेश
सिस्टर विनीता का जीवन हमें निस्वार्थ सेवा, त्याग और करुणा का संदेश देता है। आज जरूरत है कि हम भी अपने-अपने स्तर पर समाज के लिए सकारात्मक योगदान दें। इस प्रेरक खबर को साझा करें, अपनी राय कमेंट में लिखें और सेवा की भावना को आगे बढ़ाएं।





