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सिस्टर विनीता बिलुंग की आध्यात्मिक सेवा यात्रा बनी समाज के लिए प्रेरणा, जामपानी में अंतिम मन्नत समारोह भव्य रूप से संपन्न

#ठेठईटांगर #अंतिम_मन्नत : मिशनरी ऑफ चैरिटी से जुड़ी सिस्टर विनीता बिलुंग के सम्मान में श्रद्धा और उल्लास से भरा आयोजन हुआ।

ठेठईटांगर प्रखंड के जामपानी पल्ली में मिशनरी ऑफ चैरिटी से जुड़ी सिस्टर विनीता बिलुंग का अंतिम मन्नत समारोह श्रद्धा और गरिमा के साथ संपन्न हुआ। कार्यक्रम में धार्मिक अनुष्ठान, धन्यवाद मिस्सा पूजा और सांस्कृतिक प्रस्तुतियों के माध्यम से उनके 18 वर्षों के सेवा जीवन को स्मरण किया गया। अमेरिका में सेवा दे रहीं सिस्टर विनीता 18 वर्षों बाद अपने पैतृक गांव पहुंचीं, जहां ग्रामीणों ने उनका भव्य स्वागत किया। यह आयोजन सेवा, त्याग और आध्यात्मिक समर्पण के महत्व को रेखांकित करने वाला रहा।

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  • जामपानी शांति कॉलोनी में सिस्टर विनीता बिलुंग का अंतिम मन्नत समारोह आयोजित।
  • फादर गैब्रियल डुंगडुंग, फादर संदीप कुमार और फादर विंसेंट जोजो ने मिस्सा पूजा संपन्न कराई।
  • 7 दिसंबर 2012 को कोलकाता मदर हाउस में प्रथम मन्नत, 8 दिसंबर 2018 को अमेरिका में अंतिम मन्नत।
  • 18 वर्षों से मिशनरी ऑफ चैरिटी के तहत सेवा कार्य में सक्रिय।
  • समारोह में झामुमो जिलाध्यक्ष अनिल कंडुलना सहित कई जनप्रतिनिधि व धर्मगुरु शामिल।

ठेठईटांगर प्रखंड अंतर्गत जामपानी पल्ली के जामपानी शांति कॉलोनी में रविवार को एक ऐतिहासिक और भावनात्मक क्षण देखने को मिला, जब मिशनरी ऑफ चैरिटी से जुड़ी सिस्टर विनीता बिलुंग का अंतिम मन्नत समारोह धूमधाम से मनाया गया। यह आयोजन न केवल एक धार्मिक अनुष्ठान था, बल्कि समाज के लिए सेवा, त्याग और समर्पण का जीवंत उदाहरण भी बना। वर्षों बाद अपने गांव लौटीं सिस्टर विनीता के स्वागत में पूरा क्षेत्र श्रद्धा और उल्लास से सराबोर नजर आया।

आध्यात्मिक परंपरा के साथ मिस्सा पूजा का आयोजन

कार्यक्रम की शुरुआत जामपानी पल्ली में विधिवत मिस्सा पूजा से हुई। पल्ली पुरोहित फादर गैब्रियल डुंगडुंग, डीन सहायक पुरोहित संदीप कुमार तथा फादर विंसेंट जोजो ने संयुक्त रूप से पूजा संपन्न कराई। धन्यवाद मिस्सा पूजा के माध्यम से ईश्वर के प्रति कृतज्ञता अर्पित की गई और सिस्टर विनीता के पवित्र जीवन के लिए आशीर्वाद मांगा गया। पूरे वातावरण में प्रार्थना, भक्ति और शांति का भाव स्पष्ट रूप से महसूस किया गया।

प्रारंभिक शिक्षा से सेवा मार्ग तक की यात्रा

सिस्टर विनीता बिलुंग, पिता ख्रीस्तटॉफर बिलुंग और माता स्वर्गीय बिजिनिया बिलुंग की सुपुत्री हैं। उनकी प्रारंभिक शिक्षा ऊर्सुलाइन कॉन्वेंट जामपानी से हुई। बाल्यकाल से ही उनमें सेवा और अनुशासन की भावना प्रबल थी। पढ़ाई के दौरान ही वे मदर टेरेसा के सेवा कार्यों से अत्यंत प्रभावित हुईं और मानव सेवा को ही अपना जीवन लक्ष्य बनाने का संकल्प लिया।

मिशनरी ऑफ चैरिटी से जुड़कर लिया जीवन का बड़ा निर्णय

मदर टेरेसा की प्रेरणा से सिस्टर विनीता ने मिशनरी ऑफ चैरिटी को चुना। उन्होंने 7 दिसंबर 2012 को कोलकाता स्थित मदर हाउस में अपना पहला मन्नत लिया। इसके बाद ईश्वर की योजना को स्वीकारते हुए वे विदेश सेवा के लिए चयनित हुईं। लंबी आध्यात्मिक तैयारी के पश्चात उन्होंने 8 दिसंबर 2018 को अमेरिका के वॉशिंगटन शहर में अंतिम मन्नत ली और स्वयं को पूर्ण रूप से ईश्वर तथा मानव सेवा के लिए समर्पित कर दिया।

18 वर्षों की सेवा और विदेश में मानवीय कार्य

सिस्टर विनीता ने मिशनरी ऑफ चैरिटी मदर टेरेसा संस्था के साथ जुड़कर 18 वर्षों तक सेवा कार्य किया। वर्तमान में वे अमेरिका के सेंट्रल यूएसए कोस्टारिका क्षेत्र में निवास करते हुए जरूरतमंदों, बीमारों और उपेक्षित लोगों की सेवा में जुटी हैं। उनके इस लंबे सेवा काल ने उन्हें आध्यात्मिक दृढ़ता और मानवीय करुणा का प्रतीक बना दिया है।

18 वर्षों बाद गांव वापसी, भावुक स्वागत

लगभग 18 साल बाद जब सिस्टर विनीता अपने पैतृक गांव जामपानी पहुंचीं, तो पूरा गांव उनके स्वागत में उमड़ पड़ा। मिस्सा पूजा के बाद ग्रामीणों ने उनके सम्मान में रंगारंग सांस्कृतिक कार्यक्रम प्रस्तुत किए। पारंपरिक नृत्य, गीत और स्थानीय संस्कृति की झलक ने समारोह को और भी खास बना दिया। अंत में सभी ने सामूहिक प्रीतिभोज में सहभागिता की और सिस्टर विनीता के भावी जीवन के लिए शुभकामनाएं दीं।

जनप्रतिनिधियों और धर्मगुरुओं की गरिमामयी उपस्थिति

इस अवसर पर झामुमो जिलाध्यक्ष अनिल कंडुलना ने सिस्टर विनीता की आध्यात्मिक यात्रा को समाज के लिए प्रेरणास्रोत बताया। उन्होंने कहा:

अनिल कंडुलना ने कहा: “सिस्टर विनीता बिलुंग का जीवन त्याग, सेवा और समर्पण का प्रतीक है, जिससे समाज को नई दिशा मिलती है।”

कार्यक्रम में झामुमो केंद्रीय सदस्य नोवास केरकेट्टा, झामुमो जिला उपाध्यक्ष रितेश बड़ाइक, जिला कोषाध्यक्ष राजेश टोप्पो, हेड प्रचारक विलियम केरकेट्टा, ऊर्सुलाइन कॉन्वेंट की धर्म बहनें, रेंगारीह कॉन्वेंट की सिस्टर पूनम कीड़ों, सिस्टर ज्योति केरकेट्टा, बिनीता सोरेंग, सिस्टर प्रमिला कीड़ों, ब्रदर अगस्टूस केरकेट्टा, पंचायत प्रतिनिधि, अनिल बिलुंग, फेलिक्स सोरेंग सहित दूरदराज से आए सैकड़ों श्रद्धालु उपस्थित थे।

न्यूज़ देखो: सेवा और समर्पण की मिसाल बनी सिस्टर विनीता की यात्रा

सिस्टर विनीता बिलुंग का जीवन यह दर्शाता है कि सच्ची आस्था और सेवा भावना सीमाओं की मोहताज नहीं होती। गांव से निकलकर वैश्विक स्तर पर मानव सेवा करना समाज के युवाओं के लिए प्रेरक उदाहरण है। ऐसे आयोजनों से न केवल धार्मिक मूल्यों को बल मिलता है, बल्कि सामाजिक एकता भी मजबूत होती है। आगे यह देखना महत्वपूर्ण होगा कि इस प्रेरणा से क्षेत्र में सेवा और सामाजिक सहभागिता कैसे बढ़ती है।
हर खबर पर रहेगी हमारी नजर।

सेवा, समर्पण और संस्कार की राह पर चलने की प्रेरणा

सिस्टर विनीता का जीवन हमें यह सिखाता है कि मानवता की सेवा ही सच्ची ईश्वर भक्ति है। उनके त्याग और समर्पण से समाज में सकारात्मक सोच और करुणा का संदेश फैलता है। ऐसे उदाहरण नई पीढ़ी को समाज के प्रति जिम्मेदार बनने की प्रेरणा देते हैं।

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Birendra Tiwari

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