
#पलामू #वन्यजीव_अपराध : अंतरराष्ट्रीय बाजार के लिए तैयार 1.2 किलो सांप का जहर बरामद, तीन तस्कर गिरफ्तार
- पलामू टाइगर रिजर्व (पीटीआर) और वाइल्ड लाइफ क्राइम कंट्रोल ब्यूरो की टीम ने कुल 1 किलो 200 ग्राम सांप का जहर बरामद किया।
- तस्करों के पास से पैंगोलिन का शल्क भी मिला, जिसकी बाजार कीमत 15 लाख रुपये से अधिक है।
- गिरफ्तार आरोपी हैं मोहम्मद सिराज, मोहम्मद मिराज और राजू कुमार, जबकि सात अन्य हिरासत में।
- जहर स्थानीय स्तर पर इकट्ठा किया गया और अंतरराष्ट्रीय बाजार में भेजने की तैयारी थी।
- पिछले एक महीने में पलामू टाइगर रिजर्व ने वन्य जीव शिकार और अवैध कारोबार के खिलाफ लगातार कार्रवाई की है।
पलामू जिले में वन्य जीव अपराध पर नियंत्रण के लिए पलामू टाइगर रिजर्व और वाइल्ड लाइफ क्राइम कंट्रोल ब्यूरो की संयुक्त टीम ने बड़ा अभियान चलाया। इस कार्रवाई में कुल 1.2 किलो सांप का जहर, जिसे अंतरराष्ट्रीय बाजार में भेजा जाना था, बरामद हुआ। इस जहर की अनुमानित कीमत 80 करोड़ रुपये बताई जा रही है। टीम ने तीन मुख्य तस्करों को गिरफ्तार किया है जबकि सात अन्य लोगों को हिरासत में लिया गया है। तस्करों के पास से पैंगोलिन का शल्क भी बरामद हुआ, जिसकी स्थानीय और अंतरराष्ट्रीय बाजार में कीमत 15 लाख रुपये से अधिक है।
गिरफ्तार तस्कर और बरामद सामग्री
गिरफ्तार आरोपी मोहम्मद सिराज, मोहम्मद मिराज और राजू कुमार के पास से सांप का जहर, पैंगोलिन शल्क, और जहर निकालने में प्रयुक्त उपकरण बरामद किए गए। टीम ने बताया कि यह जहर स्थानीय स्तर पर इकट्ठा किया गया था और अंतरराष्ट्रीय बाजार में भेजने की योजना थी। जांच के दौरान यह पता चला कि पूरे नेटवर्क में कई और लोग शामिल थे, जिन्हें हिरासत में लेकर पूछताछ की जा रही है।
प्रजेशकान्त जेना, पीटीआर उपनिदेशक ने कहा: “यह कार्रवाई पलामू के वन्य जीवों और उनके प्राकृतिक निवास को बचाने के लिए महत्वपूर्ण है। हम पूरे नेटवर्क की पूरी जांच कर रहे हैं और सभी दोषियों को गिरफ्तार करेंगे।”
लगातार हो रही कार्रवाई और निगरानी
टीम ने पिछले तीन दिनों से लगातार छापेमारी कर रही थी, और इसी दौरान तस्करों को पकड़ने में सफलता मिली। इससे पहले भी पलामू टाइगर रिजर्व ने बाघ और अन्य वन्य जीवों के अवैध शिकार के मामलों में बड़े हथियार और अन्य सामग्री बरामद की थी। वन्य जीवों और उनके निवास के संरक्षण के लिए यह अभियान जारी है।
स्थानीय स्तर पर वन्य जीव संरक्षण की आवश्यकता
इस कार्रवाई से यह स्पष्ट होता है कि पलामू क्षेत्र में वन्य जीवों के अवैध शिकार और तस्करी की गंभीर समस्या है। वन विभाग ने सूचना के आधार पर सक्रियता दिखाई और बड़ी सफलता हासिल की। टीम ने तस्करी नेटवर्क के सभी पहलुओं की जांच तेज कर दी है, ताकि भविष्य में इस प्रकार की अवैध गतिविधियों को रोका जा सके।
न्यूज़ देखो: वन्य जीव संरक्षण और कानूनी कार्रवाई का सशक्त उदाहरण
यह कार्रवाई वन्य जीव संरक्षण में प्रशासन की तत्परता और कानूनी कार्रवाई की गंभीरता को दर्शाती है। पलामू टाइगर रिजर्व और वाइल्ड लाइफ क्राइम कंट्रोल ब्यूरो की संयुक्त पहल ने यह साबित किया कि वन्य जीवों की सुरक्षा और अंतरराष्ट्रीय तस्करी पर रोक के लिए प्रभावी कदम उठाए जा सकते हैं।
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वन्य जीवों की सुरक्षा में हम सभी की जिम्मेदारी
वन्य जीव हमारी प्राकृतिक धरोहर हैं और उनका संरक्षण सभी का कर्तव्य है। स्थानीय नागरिकों को भी वन्य जीवों की गतिविधियों पर निगरानी रखनी चाहिए और किसी भी संदिग्ध मामले की जानकारी वन विभाग को देना चाहिए। ऐसे मामलों को साझा करें, जागरूकता फैलाएं और अपने आसपास के पर्यावरण को संरक्षित करने में योगदान दें। कमेंट करें, खबर शेयर करें और वन्य जीवों की सुरक्षा में सक्रिय भागीदारी दिखाएं।





